पवार साहब ने एक बार नहीं दो बार की गलती, नतीजा भुगत रहे हम
बिना नाम लिये विधायक बच्चू कडू ने साधा राणा दम्पति पर निशाना
* चुनाव प्रचार के दौरान दैनिक अमरावती मंडल के साथ विशेष बातचीत
अमरावती/दि.22- हाल ही में राकांपा सुप्रीमो शरद पवार ने बयान दिया था कि, नवनीत राणा पर भरोसा करना और उन्हें पार्टी की टिकट देना उनके राजनीतिक जीवन की सबसे बडी भूल थी. राकांपा सुप्रीमो शरद पवार द्वारा दिये गये इसी बयान को आधार बनाते हुए विधायक बच्चू कडू ने कहा कि, शरद पवार जैसे बडे नेता से इस तरह गलती की उम्मीद किसी को नहीं थी, लेकिन अच्छा है कि, शरद पवार को अपनी गलती समझ में आ गई. हालांकि शरद पवार द्वारा दो बार की गई गलती की सजा पिछले 5 साल से अमरावती की जनता भुगत रही है. लेकिन इस बार अमरावती की जनता निश्चित रुप से समझदारी का परिचय देगी और प्रहार पार्टी के दिनेश बूब के पक्ष में जमकर मतदान करते हुए पवार साहब की गलती को सुधार लेगी.
अमरावती संसदीय क्षेत्र से प्रहार पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी दिनेश बूब के प्रचार हेतु सघन दौरे पर निकले प्रहार पार्टी के मुखिया बच्चू कडू ने चलती कार में दैनिक अमरावती मंडल के साथ विशेष तौर पर बातचीत की. इस समय उन्होंने चुनाव से संबंधित कई मुद्दों पर खुलकर अपने विचार रखने के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर जमकर निशाना साधा. अव्वल तो विधायक बच्चू कडू इस बात को लेकर संतप्त थे कि, भाजपा नेताओं के कहने पर पहले से कन्फर्म बुकिंग रहने के बावजूद भी प्रशासन द्वारा उन पर सायंस्कोर मैदान से 24 अप्रैल को प्रचार के अंतिम दिन अपना दावा छोडने हेतु दबाव बनाया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर विधायक बच्चू कडू ने स्पष्ट तौर पर यह आरोप भी लगाया है कि, हिंदूत्व के नाम पर राजनीति करने वाली भारतीय जनता पार्टी द्वारा समाज को जात-पात की संकीर्ण राजनीति की आड लेकर बांटने का काम किया जा रहा है.
* तुषार भारतीय ‘बाजीराव’ और संजय खोडके ‘सरसेनानी’
इस पत्रवार्ता में विधायक बच्चू कडू ने भाजपा के स्थानीय नेताओं पर लाचारी स्वीकार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि, जिस रवि राणा ने तत्कालीन पालकमंत्री व विधायक प्रवीण पोटे पाटिल को लेकर बेहद आपत्तिजनक बातें कहीं थी. आज वहीं प्रवीण पोटे उन्हीं रवि राणा और नवनीत राणा के लिए काम कर रहे है. साथ ही भाजपा के तमाम स्थानीय नेता भी राणा दम्पति के सामने पूरी तरह से नतमस्तक हो चुके है. जबकि नवनीत राणा को टिकट मिलने से ठीक एक दिन पहले अमरावती के सभी भाजपा नेताओं ने नागपुर जाकर फडणवीस व बावनकुले के समक्ष नवनीत राणा को टिकट दिये जाने का विरोध किया था. लेकिन अगले ही दिन जैसे ही भाजपा द्वारा नवनीत राणा के नाम पर टिकट घोषित की गई, तो शहर सहित जिले के तमाम भाजपा नेता राणा दम्पति के सामने नतमस्तक ही हो गये. यह सीधे-सीधे लाचारी स्वीकार करने की तरह है. ऐसे में अपनी भूमिका पर अडिग रहने वाले तुषार भारतीय तो भाजपा में एकलौता ‘बाजीराव’ कहा जा सकता है, उन्होंने मुंबई के साथ-साथ दिल्ली के भी सामने झुकने से मना कर दिया. ठीक इसी तरह जहां पोटे, डॉ. बोंडे व वानखडे जैसे भाजपा नेता खुद को मराठा बताते हुए अपने समाज के वोटों की ठेकेदारी कर रहे है. वहीं दूसरी ओर मराठा समाज से ही रास्ता रखने वाले संजय खोडके अपनी भूमिका अटल रहते हुए अपना किल्ला लडा रहे है. ऐसे में संजय खोडके को मराठा समाज का ‘सरसेनापति’ कहा जा सकता है.
* मुंबई-दिल्ली के फोन की बच्चू नहीं करता फिक्र
इस समय जब मीडिया कर्मियों ने विधायक बच्चू कडू से यह जानना चाहा कि, महायुति में रहने के बावजूद आपने महायुति प्रत्याशी के खिलाफ अपना प्रत्याशी मैदान में उतारा है, तो क्या इसे लेकर मुंबई से महायुति के और दिल्ली से एनडीए के बडे नेताओं द्वारा आपको फोन नहीं आये, तो विधायक बच्चू कडू का कहना रहा कि, वे मुंबई-दिल्ली से आने वाले फोन कॉल की कभी फिक्र नहीं करते है, बल्कि उनके लिए गांव-देहांत से आने वाले फोन ज्यादा महत्वपूर्ण होते है.
* बातें हिंदुत्व की और राजनीति जात-पात की
इस पत्रवार्ता में विधायक बच्चू कडू ने यह भी कहा कि, भाजपा द्वारा एक ओर तो जय श्रीराम का नारा बुलंद करते हुए सकल हिंदुत्व की बात कही जाती है. वहीं दूसरी ओर मौजूदा चुनाव में जात-पात की राजनीति की जा रही है. जिसके तहत अलग-अलग समाजों में उन्हीं समाजों से वास्ता रखने वाले नेताओं को वोट मांगने के लिए भेजा जा रहा है और ऐसे नेताओं द्वारा अपने समाज की दुहाई देते हुए अपने समाज के लोगों से वोट मांगे जा रहे है. यह सीधे-सीधे समाज को बांटने की साजिश है. जिसके आगे चलकर बेहद विपरित परिणाम सामने आ सकते है.
* किसान, गरीब, दिव्यांग और मजदूर ही हमारा मुख्य एजेंडा
इस पत्रकार परिषद में विधायक बच्चू कडू ने कहा कि, प्रहार जनशक्ति पार्टी ने कभी भी जाती-पाती की संकीर्ण राजनीति नहीं की. बल्कि हम हमेशा समाज के सभी लोगों को साथ लेकर चलने में भरोसा रखते आये है. किसानों, गरीबों, मजदूरों व दिव्यांगों को विकास की मुख्य धारा में लाने और अपने शहर सहित जिले का संपूर्ण विकास करने की बात भी हमारा मुख्य एजेंडा है. अत: हमारे इसीे एजेंडा को ध्यान में रखते हुए अमरावती जिले की जनता ने हमें वोट देना चाहिए.
* उन्होंने 5 साल में किया ही क्या है?
इसके साथ ही विधायक बच्चू कडू ने जिले की मौजूदा सांसद व भाजपा प्रत्याशी नवनीत राणा पर जिले के विकास की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि, सांसद नवनीत राणा ने अपने विगत 5 वर्ष के कार्यकाल दौरान जिले के विकास हेतु एक भी ढंग का काम नहीं किया. इस समय दर्यापुर व अंजनगांव की सुतगिरणी सहित अचलपुर की फिनले मिल बंद पडी है. जिसे दोबारा शुरु करने के लिए सांसद नवनीत राणा ने केंद्रीय कपडा मंत्रालय के समक्ष कोई प्रयास नहीं किये. इसी तरह शकुंतला ट्रेन एवं मेलघाट से गुजरने वाली मिनाक्षी एक्सपे्रस को दोबारा शुरु करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया. इसी तरह सांसद नवनीत राणा विगत 5 वर्षों के कार्यकाल दौरान बेलोरा का विमानतल भी शुुरु नहीं करवा पायी. साथ ही साथ बच्चू कडू ने यह भी कहा कि, राणा दम्पति कभी खुद कोई नया काम नहीं करवाते, बल्कि दूसरों के द्वाारा किये गये विकास कामों का श्रेय ेलेने के लिए सबसे पहले आकर खडे हो जाते है.
* बबलू देशमुख का आज नहीं तो कल भाजपा में जाना तय
इस बातचीत के दौरान विधायक बच्चू कडू ने यह भी कहा कि, कांग्रेस के ग्रामीण जिलाध्यक्ष बबलू देशमुख चाहे लाख इंकार कर ले, लेकिन उनका आज नहीं तो कल भारतीय जनता पार्टी में जाना तय ही है. इस समय विधायक बच्चू कडू ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण का उदाहरण देते हुए कहा कि, दो घंटे पहले तक अशोक चव्हाण कांग्रेस की ओर से पत्रकार परिषद को संबोधित करते हुए भाजपा को कोस रहे थे और दो घंटे बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोडकर भाजपा में प्रवेश कर लिया था. लगभग कुछ वैसे ही स्थिति अमरावती जिले में भी होगी. जब आज खुद को कट्टर कांग्रेसी बताने वाले कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बबलू देशमुख भी एक दिन अचानक भाजपा में दिखाई देंगे.