‘बजाओ ढोल अब सारे, मेरे घर राम आए है…’
श्रीरामनवमी उत्सव समिति द्वारा निकाली गई अभूतपूर्व शोभायात्रा
* जय श्रीराम के जयघोष से गूंज उठी अंबानगरी
* आकर्षक झाकियों ने मंत्रमुग्ध कर दिया शहरवासियों को
* सजीव झाकियां रही आकर्षण का केंद्र
अमरावती /दि. 18– विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के संयुक्त तत्वावधान में श्रीराम नवमी शोभायात्रा समिति द्वारा बुधवार प्रभु श्रीराम नवमी के अवसर पर शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई. इस शोभायात्रा में अनेक आकर्षक झाकियां थी. सजीव झाकियों ने शहरवासियों को आकर्षित किया. जय श्रीराम के जयघोष के साथ अंबानगरी गूंज उठी. इस शोभायात्रा में अयोध्या में प्राणप्रतिष्ठा की गई रामलला की मूर्ति सभी का आकर्षण का केंद्र थी. साथ ही ‘बजाओ ढोल अब सारे, मेरे घर राम आए है…’, रामजी की निकली सवारी… सहित अनेक प्रभु श्रीराम के धार्मिक भजन डीजे पर गुंजते ही शोभायात्रा में शामिल भक्तगण झूम उठे थे. इस अवसर पर जोरदार आतिषबाजी भी की गई.
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी श्रीराम नवमी के अवसर पर बुधवार 17 अप्रैल की शाम बालाजी प्लॉट स्थित सितारामदास बाबा मंदिर के प्रांगण से भव्य शोभायात्रा निकाली गई. इससे पूर्व मंदिर परिसर में संतो की उपस्थिति में शोभायात्रा का पूजन हुआ. विजय सोनवाल, संध्या, पूनम, संदीप शिंदे, समाजसेवी लप्पीसेठ जाजोदिया, हिंदुस्थान के संपादक विलास मराठे, चंद्रकांत पोपट के हाथों श्रीराम दरबार का पूजन व आरती की गई. इस अवसर पर शोभायात्रा में पधारे शिवधारा आश्रम के प.पू. संत डॉ. संतोषदेव महाराज, चतुर्थ ज्योत गद्दीनशीन संत पूज्य साई राजेशलाल कंवर, प.पू. महंत सचिनदेव महाराज आदि के मार्गदर्शन के बाद शोभायात्रा की शुरुआत हुई. यह शोभायात्रा सितारामदास बाबा मंदिर से राजापेठ, राजकमल चौक, श्याम चौक, जयस्तंभ चौक, जवाहर गेट होते हुए गांधी चौक स्थित जय फोटो स्टुडिओ के पास पहुंची. शोभायात्रा में सबसे आगे अश्व पर सवार बच्चे आकर्षण का केंद्र थे. शोभायात्रा में महिलाएं भगवे रंग की साडियां परिधान कर शामिल हुई. साथ ही पुरुष भी भगवे कपडे पहने हुए थे. डीजे की धून पर भक्तिमय गितो से सभी लोग झूम उठे. शोभायात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया. साथ ही मार्गो पर शरबत, मिठाई, प्रसाद के भी स्टॉल लगाए गए थे. पुष्पवर्षा के साथ अनेको ने शोभायात्रा का स्वागत किया. अनेक स्थानो पर राम दरबार रथ का पूजन किया गया. शहर के मुख्य मार्गो से होती हुई यह शोभायात्रा वकिल लाईन स्थित गजानन महाराज मंदिर के राम दरबार पहुंची. जहां महाआरती के बाद शोभायात्रा का समापन हुआ. शाम 6 बजे निकली शोभायात्रा का मध्यरात्रि को समापन हुआ. इस वर्ष 22 जनवरी को अयोध्या में 500 वर्षो से संघर्ष के बाद हुई प्राणप्रतिष्ठा के मद्देनजर इस वर्ष शोभायात्रा ऐतिहासिक और भव्य स्वरुप में निकाली गई. समिति के अध्यक्ष रोहीत देशमुख सहित सभी पदाधिकारियों ने इस शोभायात्रा के आयोजन के लिए अथक परिश्रम किया. शोभायात्रा काफी अनुशासनबद्ध तरिके से निकाली गई. आयोजको ने भगवे फेटे धारण किए हुए थे. रामभक्तो ने बडी आस्था के साथ शोभायात्रा में सहभाग लिया.
* गुरुसिंह सभा की प्रबंधक कमिटी द्वारा शरबत व प्रसाद का वितरण
इस शोभायात्रा का गुरुद्वारा श्री गुरुसिंह सभा की प्रबंधक कमिटी द्वारा पुष्पवर्षा करने के बाद शरबत और शेव-बुंदी के प्रसाद का वितरण किया गया. इस अवसर पर तजिंदरसिंह उबोवेजा, प्रल्हादसिंह साहनी, शरणपालसिंह अरोरा, सतपालसिंह बग्गा, मंजितसिंह होरा, परमजीतसिंह सलूजा, यशपालसिंह सलूजा, गुरुविंदरसिंह बेदी, हरबख्शसिंह उबोवेजा, नवलजीतसिंह उबोवेजा, अंशदर्पसिंह बेदी, रिजकसिंह नंदा, हरिंदरपालसिंह नंदा, रविंद्रपालसिंह अरोरा, अजीतसिंह बग्गा, संजयसिंह कडू, जिया वरंदानी, हर्षिता बुलचंदानी, रिया वरंदानी, शुभम सेठी, परम मुथा, अमृतसिंह संधु आदि सहित अनेक लोग उपस्थित थे.
* सजीव झाकियों ने किया मंत्रमुग्ध
अयोध्या में प्राणप्रतिष्ठा की गई रामलला की मूर्ति की तरह इस शोभायात्रा में हुबेहूब मूर्ति शहरवासियों का आकर्षण का केंद्र रही. इसके अलावा पारंपारिक वारकरी दिंडी सहित राम, लक्ष्मण, सीता, लव-कुश, पवनपुत्र हनुमान, उज्जैन महाकाल जांज पथक, महापुरुषो की जीवंत झाकियां आकर्षण का केंद्र रही. साथ ही सामाजिक समरसता का संदेश देनेवाली झाकियों का भी इसमें समावेश था. ढोल-ताशा पथक, माऊली डीजे पुणे, बेंजो मंडल, शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज, हरिपाठ मंडल, साही परंपरागत खेल इस शोभायात्रा में लोगों को देखने मिले. हजारो की संख्या में शोभायात्रा में रामभक्त शामिल हुए.
* शोभायात्रा में रोशनाई और आतिषबाजी
श्रीराम नवमी की इस भव्य शोभायात्रा में आकर्षक रोशनाई की गई थी. साथ ही सभी प्रमुख चौराहों पर जोरदार आतिषबाजी की गई. इस शोभायात्रा में राजनीतिक दलो के नेता व पदाधिकारी उत्साह के साथ शामिल हुए. इस शोभायात्रा को सफल बनाने के लिए समिति के अध्यक्ष रोहीत देशमुख के अलावा महाराष्ट्र सिंधी समाज के सदस्य नानकराम नेभनानी, स्वागताध्यक्ष के रुप में शैलेश वानखडे, एड. प्रशांत देशपांडे, उपाध्यक्ष निशा लोणारे, प्रकाश विश्वकर्मा, विनोद वैद्य, अमर लुल्ला, सचिव अनिल साहू, सहसचिव वैशाली जाधव, सुनील जवादे, कोषाध्यक्ष प्रा. राजीव देशमुख, सहकोषाध्यक्ष बालासाहेब वानखडे, संयोजक विजय खडसे, सहसंयोजक अक्षय निनावे, गुरुदयालसिंह, गायत्री निलगिरे, मुख्य संरक्षक चंद्रकुमार जाजोदिया, डॉ. सुरेश चिकटे, शंकर वोटवानी, गोपाल चांडक, डॉ. राजेशकुमार श्रीवास, रुपम बाबा आदि ने प्रमुख भूमिका निभाई.
* इन लोगों का रहा शोभायात्रा में समावेश
शोभायात्रा में पूर्व मंत्री तथा विधायक प्रवीण पोटे पाटिल, विधायक रवि राणा, भाजपा के प्रदेश सचिव जयंत डेहनकर, शिवसेना शिंदे गुट के वरिष्ठ नेता नानकराम नेभनानी, जिला प्रमुख अरुण पडोले, मिलिंद बांबल, कौशिक अग्रवाल, बंटी पारवानी, शैलेश वानखडे, प्रकाश विश्वकर्मा, निशा लोणारे, अनिल शर्मा, विजय खडसे, निर्मल बजाज, शरद अग्रवाल, सुनील जवादे, प्रमोद अग्रवाल, सुमित कलंत्री, जितेंद्र नोटानी, राजेश मुंधडा, कैलाश ककरानिया, संतोष ठाकुर, आकाश पाली, आशीष बोधानी, यशपाल, सलुजा, अश्विन चौधरी, श्रेय बांडाबुचे, कार्तिक पालीवाल, राम पाठक, सागर व्यास, निखिल विश्वकर्मा, सूरज प्रधान, कैलाश परदेशी, सतीश पूरी, सूरज कोठार, उमेश बचले, धर्मेंद्र गुप्ता, यश गुप्ता, रोहन कलसकर, अक्षय निनावे, चंदन गायकवाड, विकास मारोडकर, हिंगणे महाराज, प्रथमेश पाचखेडे, पांडे महाराज, अनिकेत खाडे, नितिन आमगांवकर, विजय चाकर, जयप्रकाश अग्रवाल, श्रीकांत सावले, विनोद डागा, अनिकेत खाडे, डेटाराम मनोजा, डॉ. कुंजन वेद, अमोल चौधरी, आनंद दातेराव, विशाल तराल, राजेश सेदानी, नितिन कोलेश्वर, सुधीर चोपडे, राजेंद्र नांगलिया, हरिश साहू, आनंद दातेराव, रविभूषण जयस्वाल, विजयकृष्ण महाराज, पूर्व विधायक प्रदीप वडनेरे, विकास चौधरी, रमेशसिंह ठाकुर, खुशाल तिवारी, राधेश्याम उपाध्याय, महेश डोबा, ओमप्रकाश ओझा, हरिश सोनी, अरुण पटेरिया, चंद्रशेखर भोंदू, अजय श्रॉफ, बादल कुलकर्णी, जयंत कद्रे, श्याम बख्तार, श्याम निलकरी, दत्ता रत्नपारखी, हरी गावंडे, उल्हास बपोरीकर, पप्पू जोशी, रवि पंजापी, रवि साहू, मिलन बानपूरे, कामेश साहू, शिव गुप्ता, रावेल गिरी, निरंजन दुबे, दिनेशसिंह, राजू उपासने, बालकिसन चौबे, संजय सोनी, राजू सोनी, किशोर वडनेरे, दीपक सम्राट, दुर्गेश ठाकुर, सुनील विश्वकर्मा, संतोष कुकडे, जॉनी जयसिंघानी, प्रा. संजय तिरथकर, विनोद वैद्य, गायत्री निगरे, राजीव देशमुख, सुभद्रा पोतदार, प्रवीण सावले, संजिवनी मुकुंद, सुधीर बोपुलवार, बिपिन गुप्ता, रामचंद्र गुप्ता, अरुण मोंढे, संजिवनी गुप्ता, वैशाली जाजू, लीला चचेर, रत्नमाला दातखोरे, जयंत भगत, प्राची लाकर, गौरी लवाटे, जयश्री तपासे, गौरी वाटणकर, लक्ष्मी शर्मा, कांता काले, उमा शर्मा, सुधा तिवारी, मीना पाटिल, दर्शना शर्मा, डॉ. माधुरी चेंडके, गुंजन गोले, रश्मी गांधी, दीपा शिवनानी, वैष्णवी जायसवाल, राखी अग्रवाल, युक्ता जैन, पल्लवी कडवे, अमृत वगारे, ऋषिका पिंगले, सेजल अग्रवाल, साक्षी बनई, सिद्धी फुले, तनवी माकोडे, पिंकी पारवानी, अमृता जैन, अनुराधा पांडे, अक्षता कुलकर्णी, गायत्री ठाकुर, स्नेहल लांडोरे, नेहा दारा, रिया हिंगणे, वैष्णवी ढोबले, सलोनी म्हसे, गायत्री निलगिरे, रुपाली सपाटे, स्वीटी टारपे, भार्गवी सरोदे सहित अनेक लोग शामिल हुए.
* शोभायात्रा में रहे सुरक्षा के प्रबंध
शोभायात्रा में पुलिस का तगडा बंदोबस्त था. साथ ही बजरंग दल के 300 कार्यकर्ता तथा महिलाओं की सुरक्षा के लिए 150 दुर्गा बहनों ने महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई. शोभायात्रा के आयोजन में शिव प्रतिष्ठान, हिंदुस्थान, हिंदू ओंकार संगठन, भारत रक्षा मंच, हिंदू जनजागरण समिति, हिंदू महासभा, केसरी सेना, करनी सेना, श्रीराम सेना, विश्व मांगल्य सभा, श्री रविशंकरजी महाराज परिवार, महानुभाव संप्रदाय, वारकरी संप्रदाय, गायत्री परिवार, पतंजलि योग पीठ, गुरुदेव सेवा मंडल सहित सभी सनातन संस्थाओं का सहयोग मिला.