राणा ने शब्द वापस लिये लेकिन बच्चू की भूमिका अभी स्पष्ट नहीं!
सीएम बंगले पर रवि राणा व बच्चू के साथ आधी रात को 3 घंटे चली बैठक
* कल अमरावती में कार्यकर्ता सम्मेलन लेंगे कडू
* हजारों प्रहारी जुटेंगे यहां, 3 जगहों पर पुलिस का तगडा बंदोबस्त
अमरावती/मुंबई /दि.31- विधायक द्बय बच्चू कडू और रवि राणा के बीच झगडे को मिटाने के लिए आखिर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को मध्यस्थता करनी पडी. दोनों राणा और कडू को समझाने का प्रयत्न किया गया. रवि राणा ने शिंदे-फडणवीस से भेंट के पश्चात खेद व्यक्त किया. उसी प्रकार बच्चू कडू भी अपने शब्द पीछे लें, यह आवाहन उन्होंने किया. किंतु बच्चू कडू नेश् शीघ्र ही अपनी भूमिका घोषित करने की बात कहीं है. बच्चू कडू ने अमरावती मंडल से फोन पर बातचीत में बताया कि, उन्होंने कल रात मुख्यमंत्री और आज सबेरे उपमुख्यमंत्री से बातचीत की है. बहुत अच्छी चर्चा हुई. वे अपने कार्यकर्ताओं से चर्चा कर कल 1 नवंबर को अमरावती में प्रहार के कार्यकर्ता सम्मेलन में अपनी राय स्पष्ट रुप से रखेंगे. इस बीच रविवार को ही बच्चू कडू के निर्वाचन क्षेत्र से हजारों कार्यकर्ता अमरावती के लिए रवाना हो जाने के कारण स्थानीय पुलिस बडी खबरदारी बरत रही है. पुलिस ने राणा के बंगले और कार्यालय के साथ 3 जगहों पर खास और कडा बंदोबस्त तैनात किया है. बच्चू कडू का प्रहार का सम्मेलन कल दोपहर 12 बजे नेहरु मैदान के पास टाउन हॉल में हो सकता है. पूरे प्रांत से प्रहारी इस सम्मेलन हेतु आने की संभावना है.
* सीएम से क्या बात हुई
कडू और राणा कल रात 11 बजे एकनाथ शिंदे के सरकारी आवास वर्षा बंगले पर पहुंचे थे. उस समय तीनों के बीच लगभग 3 घंटे तक गहन मंत्रणा होने की जानकारी मिल रही है. हालांकि मुख्यमंत्री से क्या बात हुई. इस बारे में समाचार लिखे जाने तक ब्यौरा प्राप्त नहीं हुआ था. समझा जाता है कि, मुख्यमंत्री ने सरकार की दिक्कतों को समझते हुए दोनों कडू और राणा को फिलहाल संयम रखने तथा एक-दूसरे का सम्मान करने की महत्वपूर्ण सलाह दी है. यह भी संभावना है कि, अगले माह होने वाले राज्य मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में भी इस समय बातचीत हुई हो. जल्द ही सीएम के साथ हुई चर्चा की अधिकृत जानकारी आ सकती है. इतना जरुरी है कि, शिंदे और फडणवीस ने दोनों को एक-दूसरे के विरुद्ध खुल्लम खुल्ला कुछ न कहने का मशविरा दिया है.
* बच्चू कडू ने किया स्पष्ट
राणा द्बारा जाहीर रुप से खेद व्यक्त करने के बाद भी बच्चू कडू ने अपने शब्द पीछे नहीं लिये है. ऐसे ही विवाद खत्म हो जाने के बारे में भी स्पष्ट कुछ नहीं कहा. बच्चू ने साफ-साफ कहा कि, कार्यकर्ताओं से चर्चा कर और कल 1 नवंबर के सम्मेलन में वे कार्यकर्ताओं के सामने ही इस बारे में अपना पक्ष प्रस्तुत करेंगे. जिससे कल बच्चू क्या कहेंगे इस ओर सभी का ध्यान लगा है. कुछ लोग इसे सरकार की स्थिरता से भी जोडकर देख रहे है.
* कार्यकर्ता महत्वपूर्ण
बच्चू कडू ने उपमुख्यमंत्री से मिलने के बाद मीडिया से बातचीत में प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि, मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री ने बीच बचाव कराया. उन्होंने प्रकरण अच्छे से हैंडल किया. उनका आभार व्यक्त करते हैं. किंतु मेरे लिए कार्यकर्ता का बडा महत्व है. कार्यकर्ताओं से बैठक करेंगे. आज शाम को कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे. उसके बाद निर्णय लेंगे. कल 12 से 1 बजे के दौरान कार्यकर्ताओं का जाहीर सम्मेलन है. उसी समय अपनी भूमिका स्पष्ट करेंगे. कडू ने कहा कि, कार्यकर्ता उनकी आत्मा है. कार्यकर्ताओं को पूछे बगैर वे कोई भी निर्णय नहीं लेते.
* वाद नहीं होना चाहिए था
बच्चू कडू ने कहा कि, विवाद नहीं होना चाहिए था. जो कुछ आरोप किये वह राणा ने किये. कुछ लोग कहते है कि, मैंने विवाद किया. किंतु ऐसा नहीं है. सामने से बोला गया. आरोप होने के बाद चुप रहता, तो वैसे भी मुझ पर आरोप और होते. मुझे बदनाम किया जाता. इसलिए मुझे लगता है कि, मैंने कुछ गलत अथवा अयोग्य नहीं किया है. झगडे में उम्र बिताने का विषय नहीं. व्यक्तिगत बातों में उर्जा जाया करने की बजाय सार्वजनिक कामों में उस शक्ति का उपयोग करना चाहिए, यहीं योग्य होता है. जब उनसे पूछा गया कि, क्या बच्चू कडू को बदनाम करने का षडयंत्र था? इस प्रश्न का सीधा जवाब उन्होंने नहीं दिया. पूरी जानकारी लिये बगैर नहीं बोलूंगा. अंधेरे में हाथ-पैर मारना अथवा आंखों पर पट्टी बांधकर वार करना गलत होगा.
* रवि राणा की प्रतिक्रिया
इस विवाद में विधायक रवि राणा ने संक्षिप्त प्रतिक्रिया दी है. राणा ने फोन पर सिर्फ इतना कहा कि, बैठक में सकारात्मक चर्चा हुई है.‘हम साथ-साथ है, हम दोस्त है.’ मीडिया के सामने कुछ बोलने से उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने भी मना कर दिया. साफ है कि, रवि राणा अब सचमुच बात को आगे नहीं बढाना चाहते. उनका रुख थोडा नर्म नजर आ रहा है. अमरावती मंडल द्बारा युवा स्वाभिमान के पदाधिकारियों से प्रतिक्रिया लेने का प्रयास किया गया. अनेक ने फोन कॉल रिसीव नहीं की.