अमरावती के शिवसेना नेता खुद करें आत्मचिंतन
मविआ में सीट कांग्रेस को जाने पर बोले अरविंद सावंत
* शिवसेना नेता सावंत ने की अमरावती मंडल से विशेष बातचीत
अमरावती/मुंबई /दि.24- महाविकास आघडी के तहत अमरावती संसदीय सीट पर कांग्रेस में अपनी ओर से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. ऐसी जानकारी हमें भी मिली है. परंतु इसे लेकर पार्टी नेतृत्व की ओर से कोई अधिकृत घोषणा नहीं हुई है. लेकिन अमरावती संसदीय क्षेत्र हमेशा से शिवसेना का मजबूत गढ रहा. इसके बावजूद भी यह सीट इस बार शिवसेना के हिस्से में क्या नहीं आ रही, इस बारे में हमें नहीं, बल्कि शिवसेना के स्थानीय पदाधिकारियों को आत्मचिंतन करना होगा. इस आशय का विचार शिवसेना के वरिष्ठ नेता अरविंद सावंत द्वारा व्यक्त किया गया.
आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अमरावती संसदीय सीट से मविआ के तहत कांग्रेस द्वारा प्रत्याशी घोषित कर दिये जाने के बावजूद शिवसेना उबाठा के स्थानीय पदाधिकारियों द्वारा यह सीट शिवसेना उबाठा के हिस्से में ही दिये जाने को लेकर की जा रही मांग व जिद के संदर्भ में जानकारी व प्रतिक्रिया हेतु संपर्क किये जाने पर शिवसेना नेता अरविंद सावंत ने दैनिक अमरावती मंडल को बताया कि, किसी भी गठबंधन में शामिल प्रत्येक राजनीतिक दल के पदाधिकारियों द्वारा अंतिम समय तक टिकट अपनी ही पार्टी के हिस्से में रहने का प्रयास किया जाता है. इस समय जहां अमरावती में शिवसेना उबाठा के पदाधिकारी ऐसा कर रहे है, ठीक इसी तरह जिन सीटों पर शिवसेना उबाठा की ओर से प्रत्याशी घोषित किये गये है. वहां पर इसी तरह की मांग मविआ में शामिल कांगे्रस के पदाधिकारियों द्वारा भी की जा रही है, ऐसे में इसे बेहद स्वाभाविक कहा जा सकता है.
शिवसेना का मजबूत गढ रहने के बावजूद शिवसेना द्वारा अमरावती संसदीय सीट से दावा क्यों छोड दिया गया. इस सवाल पर शिवसेना नेता अरविंद सावंत ने बेहद सपाट लहजे में कहा कि, इस सवाल का जवाब खुद अमरावती के शिवसेना पदाधिकारियों ने खोजना चाहिए कि, आखिर ऐसा क्यों हो रहा है. अमरावती संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस द्वारा प्रत्याशी घोषित कर दिये जाने की ओर ध्यान दिलाये जाने पर अरविंद सावंत ने कहा कि, फिलहाल उनकी जानकारी में अधिकारिक तौर पर ऐसा कुछ भी नहीं है. क्योंकि पार्टी नेतृत्व द्वारा उन्हें कोई अधिकृत सूचना या आदेश नहीं दिया गया है. साथ ही वे मविआ की संयुक्त चयन समिति में भी शामिल नहीं है. अत: वे इस बारे में अधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कह सकते.
गत रोज अमरावती में शिवसेना उबाठा के पदाधिकारियों द्वारा आयोजित शिवसैनिकों के सम्मेलन व उसमें कही गई बातों की ओर ध्यान दिलाये जाने पर शिवसेना नेता अरविंद सावंत ने इस संभावना को सिरे से खारिज किया कि, अमरावती में सेना पदाधिकारियों द्वारा कोई बगावत की जा सकती है, बल्कि सावंत का कहना रहा कि, फिलहाल पार्टी के पदाधिकारियों द्वारा अपनी भावनाओं को व्यक्त किया जा रहा है. परंतु शिवसेना के पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा कहा जाने वाला शब्द ही अंत में पत्थर की लकीर रहेगा.