अमरावती

श्रावण में देवदर्शन के लिए एसटी सबसे बेहतर

अमरावती/दि.1 – इस समय श्रावणमास के साथ-साथ अधिकमास भी चल रहा है. ऐसे में कई लोग देवदर्शन एवं धार्मिक यात्राओं का नियोजन कर रहे है. इस तरह की धार्मिक यात्राएं राज्य परिवहन निगम की एसटी बसों से करनी चाहिए. क्योंकि रापनि द्बारा यात्रा करना काफी हद तक सस्ता और पूरी तरह से सुरक्षित भी होता है. इसके अलावा रापनि की बसों में महिलाओं, बुजुर्गों व दिव्यांगों को विशेष छूट भी दी जाती है. साथ ही पर्व एवं त्यौहारों के समय विशेष बसें भी चलाई जाती है. अकेले अमरावती विभाग के 8 आगारों से ही देवदर्शन के लिए विभिन्न तीर्थस्थानों हेतु विशेष बसें चलाई जाती है. पंढरपुर यात्रा ने ही रापनि को 60 लाख रुपए का राजस्व दिलाया. वहीं अब श्रावणमास में भी रापनि द्बारा विशेष बसों का नियोजन किया जा रहा है.

* इन गांवों के लिए रापनि की विशेष सेवाएं
अमरावती विभाग से पंढरपुर, शेगांव, औंढा नागनाथ, परली बैजनाथ व माहुर जैसे लंबी दूरी वाले मार्गों के साथ ही चिखलदरा, सालबर्डी व मोर्शी जैसे तीर्थक्षेत्रों व पर्यटन स्थलों के लिए यात्री बसों की विशेष फेरिया चलाई जाती है और प्रत्येक फेरी को यात्रियों का अच्छा खासा प्रतिसाद भी मिल रहा है.

* किस गंतव्य के लिए कितना किराया?
अमरावती-पंढरपुर – 820 रु.
अमरावती-शेगांव – 225 रु.
अमरावती-चिखलदरा – 150 रु.
अमरावती-सालबर्डी – 105 रु.
अमरावती-मोर्शी – 80 रु.
अमरावती-औंढा नागनाथ – 315 रु.
अमरावती-परली बैजनाथ – 495 रुए
अमरावती-माहुर – 255 रु.

* सर्वाधिक भीड शिर्डी मार्ग पर
अमरावती आगार से सर्वाधिक भीडभाड शिर्डी मार्ग पर रहती है. इसके साथ ही शेगांव व पंढरपुर सहित औंढानागनाथ, परली बैजनाथ व सालबर्डी जैसे तीर्थक्षेत्रों की ओर जाने वाले मार्गों पर भी भाविक श्रद्धालुओं की अच्छी खासी भीड रहती है. इसके अलावा चिखलदरा व मोर्शी जैसे पर्यटन स्थलों की ओर जाने वाले यात्रियों की भी संख्या अच्छी खासी है.

* महिलाओं को हाफ टिकट, बुजुर्गों को नि:शुल्क यात्रा
राज्य परिवहन महामंडल द्बारा रापनि बसों में महिलाओं तथा 65 से 75 वर्ष की आयु वाले बुजुर्गों को यात्रा शुल्क में 50 की छूट दी जाती है. साथ ही 75 वर्ष से अधिक आयु वाले बुजुर्गों को नि:शुल्क यात्रा की सहुलियत दी जाती है. इसके अलावा दिव्यांगों को भी यात्रा शुल्क में छूट दी जाती है.

* पंढरपुर व शेगांव के लिए यूं तो रापनि की नियमित फेरियां है. जिन्हें पूरे साल भर अच्छा खासा प्रतिसाद मिलता है. परंतु श्रावणमाह के दौरान तीर्थक्षेत्रों की ओर जाने वाली गाडियों में भीड अधिक रहती है. साथ ही महिलाओं व बुजुर्ग नागरिकों को यात्रा शुल्क में सहुलियत दिए जाने के चलते यात्री संख्या में अच्छी खासी वृद्धि हुई है.
– नीलेश बेलसरे,
विभाग नियंत्रक,
रापनि अमरावती.

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