जिले में सरकारी मेडिकल कॉलेज को लेकर हलचलें तेज
100 विद्यार्थियों की होगी प्रवेश क्षमता
* 430 बेड का तैयार होगा हॉस्पिटल
अमरावती/दि.2 – हाल ही में राज्य के वैद्यकीय शिक्षा को संशोधन संचालनालय ने राज्य में 11 नये सरकारी मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रस्ताव सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजा है. इन 11 महाविद्यालयों में अमरावती जिले के सरकारी मेडिकल कॉलेज का भी समावेश है. जहां पर 100 विद्यार्थियों की प्रवेश क्षमता रहेगी और महाविद्यालय से संलग्नित 430 बेड का अस्पताल भी बनेगा. इसके निर्माण हेतु 485.07 करोड रुपए का प्रस्ताव तैयार किया गया है. ऐसे में अब जिले में सरकारी मेडिकल कॉलेज शुरु करने को लेकर हलचले तेज हो गई है.
उल्लेखनीय है कि, संभागीय मुख्यालय रहने वाले अमरावती जिले मेें सरकारी मेडिकल कॉलेज नहीं है और विगत 33 वर्षों से अमरावतीवासियों द्बारा जिले में मेडिकल कॉलेज शुरु होने का इंतजार किया जा रहा है. जिले की 30 लाख वाली जनसंख्या को देखते हुए यहां पर स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं बेहद कम है और आज भी गंभीर स्थिति वाले मरीजों को नागपुर अथवा अन्य अस्पतालों में रेफर किया जाता है. मेलघाट के अतिदुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य की अपर्याप्त सुविधाओं के चलते माता मृत्यु व बालमृत्यु का प्रमाण अधिक है. ऐसे में जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढाने हेतु सरकार मेडिकल कॉलेज का रहना बेहद जरुरी है और अब इस हेतु आवश्यक गतिविधियां शुरु हो गई है.
ज्ञात रहे कि, 21 फरवरी 2023 को वैद्यकीय शिक्षा व संशोधन संचालनालय (मुंबई) द्बारा 100 विद्यार्थियों की प्रवेश क्षमता वाला मेडिकल कॉलेज व इससे संलग्नित 430 बेड वाले अस्पताल का निर्माण करने हेतु 485.07 करोड रुपए का प्रस्ताव मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजा है. जिसे जल्द ही मंजूरी मिलकर सरकारी मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य का प्रारंभ होने की उम्मीद स्वास्थ्य विभाग द्बारा जताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक डफरीन अस्पताल परिसर में परिचर्या प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण चल रहा है. इस इमारत में कुछ छोटे-मोटे बदलाव करते हुए राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के मानांकणानुसार प्रथम वर्ष एमबीबीएस के 3 विषय शरीररचनाशास्त्र, जीव रसायनशास्त्र व शरीर क्रियाशास्त्र विभाग के साथ ही इस हेतु आवश्यक डिसेक्शन हॉल, हिस्टो लैब व प्रयोगशाला आदि सुविधा शुरु करना संभव रहने की बात वैद्यकीय शिक्षा व संशोधन संचालनालय द्बारा कहीं गई है.
* मेडिकल कॉलेज के लिए ऐसे पडेगी निधि की जरुरत
मेडिकल कॉलेज के लिहाज से जिला सामान्य अस्पताल में छोटे मोटे बदलाव करने हेतु 5 करोड रुपए, विद्यार्थियों के शैक्षणिक कार्यक्रम से संबंधित एमबीबीएस प्रथम और द्बितीय वर्ष के लिए आवश्यक यंत्र सामग्री, फर्निचर व ग्रंथालय हेतु 20 करोड रुपए, महाविद्यालय की प्रशासकीय इमारत, चिकित्सालयीन व चिकित्सालयीन विभाग, अस्पताल की इमारत तथा अधिकारी-कर्मचारी व विद्यार्थियों के लिए होस्टल हेतु 216.75 करोड रुपए, महाविद्यालय व अस्पताल में 4 वर्ष के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों की नियुक्ति हेतु 76.99 करोड रुपए, वैद्यकीय महाविद्यालय व अस्पताल की यंत्र सामग्री के लिए 120 करोड रुपए, इमारत में दुरध्वनी, मजदूरी, भाडेपट्टी, सामग्री, इंधन आपूर्ति, विज्ञापन व अन्य खर्च के लिए प्रतिवर्ष 31.03 करोड रुपए तथा महाविद्यालय व अस्पताल में स्वच्छता, सुरक्षा व्यवस्था व सुशोभिकरण के लिए प्रतिवर्ष 15.31 करोड रुपए ऐसे कुल 485.07 करोड रुपए का प्रस्ताव सरकार के पास मंजूरी हेतु भेजा गया है.
* नांदगांव पेठ के पास साकार होगा सरकारी मेडिकल कॉलेज
सरकारी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल हेतु जिला सामान्य अस्पताल की 5.78 एकड तथा जिला स्त्री अस्पताल व विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल की 5.10 एकड जमीन सहित नांदगांव पेठ में 18.53 हेक्टेेअर सरकारी जमीन उपलब्ध कराई गई है. नांदगांव पेठ में उपलब्ध कराई गई जमीन पर ही नये सरकारी मेडिकल कॉलेज व उससे संलग्नित 430 बेड की क्षमतावाला अस्पताल साकार किया जाएगा.