दो करोड के धनादेश प्रकरण की जांच बैंक ने वकील को सौंपी
शिक्षक सहकारी बैंक के धनादेश का दुरुपयोग करने का हुआ था प्रयास
अमरावती /दि. 26– स्थानीय शिक्षक सहकारी बैंक के दो करोड रुपए का धनादेश एसबीआई बैंक में डालकर विड्रॉल करने का प्रयास 16 फरवरी को हुआ था. यह धनादेश बैंक से बाहर कैेसे गया, इस बाबत बैंक प्रशासन ने यंत्रणा की तरफ से जांच करने का निर्णय लिया है. यह जांच एक वकील को सौंपी रहने की जानकारी बैंक के सरव्यवस्थापक राजेश देशमुख ने दी है.
शिक्षक सहकारी बैंक की हमालपुरा की मुख्य शाखा का धनादेश लेकर दो अज्ञात व्यक्ति कैंप रोड स्थित एसबीआई शाखा में गए थे. वहां उन्होंने धनादेश विड्रॉल करने के लिए दिया तब एसबीआई कर्मी ने उन व्यक्तियों को ई-केवाईसी के लिए उनका आधारकार्ड मांगा. तब वह दोनों अज्ञात बैंक से पलायन कर गए थे. इस कारण एसबीआई ने यह बात शिक्षक बैंक प्रशासन को सूचित की. उस समय बैंक प्रशासन ने एसबीआई में पहुंचकर जानकारी ली थी. इस प्रकरण में शिक्षक बैंक व्यवस्थापन की तरफ से गाडगेनगर थाने में 16 फरवरी को शिकायत की गई थी. उस आधार पर पुलिस की जांच शुरु है. लेकिन वह दोनों व्यक्ति कौन थे, इस बाबत 10 दिन बाद भी पुलिस को कोई जानकारी मिली रहने की बात सामने नहीं आई है. दूसरी तरफ बैंक का कोरा धनादेश बाहर कैसे गया, वह गायब हुआ तो कैसे हुआ, उसका जिम्मेदार कौन, ऐसे अनेक प्रश्न अनसुलझे है.
* जांच रिपोर्ट तत्काल दें
धनादेश बैंक से बाहर गया कैसे, इस बाबत हमने शुरुआत में बैंक के ही एक कर्मचारी के पास जांच सौंपी थी. लेकिन यह जांच बारीकी से होने के लिए हमने कर्मचारी की तरफ से होनेवाली जांच रोककर एक वकील को सौंपी है. यह जांच रिपोर्ट तत्काल मिलने का अनुरोध संबंधित व्यक्ति से किया गया है.
– राजेश देशमुख, सरव्यवस्थापक
शिक्षक सहकारी बैंक, अमरावती.