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स्मार्ट, प्रीपेड बिजली मीटर का भार उपभोक्ताओं पर

बिजली उपभोक्ता संगठन के होगाडे का आरोप

अमरावती/ दि. 16 – लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश के उपभोक्ताओं को प्रीपेड बिजली मीटर लगाया जा रहा है. इसका खर्च उपभोक्ताओं से वसूले जाने का आरोप बिजली उपभोक्ता संगठन के अध्यक्ष प्रताप होगाडे ने लगाया है. उन्होंने बताया कि एक बिजली मीटर की रकम 12 हजार रूपए तक हो सकती है. महावितरण ने निजी कंपनी को ठेका दिया है. मीटर के पैसे उपभोक्ताओं से बिजली बिल से वसूले जायेंगे.
इस बीच विदर्भ में 57 लाख उपभोक्ताओं को चुनाव नतीजों के बाद स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का काम शुरू हो सकता है. कंपनी को प्रीपेड मीटर के लिए ढाई साल का समय दिया गया है. अमरावती में 6 लाख 32 हजार, अकोला मेें 3 लाख 83 हजार, वाशिम में 1 लाख 92 हजार, यवतमाल में 5 लाख, बुलढाणा में 4 लाख 67 हजार से अधिक उपभोक्ताओं को प्रीपेड मीटर दिए जायेंगे. जिससे आगामी समय में जितने पैसे, उतनी बिजली का उपभोग कर सकेंगे. पैसे खत्म होते ही बिजली सप्लाई अपने आप कट जायेगी, ऐसी जानकारी बिजली क्षेत्र के जानकारों ने दी.
उल्लेखनीय है कि सरकारी बिजली कंपनी ने पिछले माह दरवृध्दि का स्टॉक दिया. जिससे 7-8 प्रतिशत बिजली बिल बढ गया. महावितरण बकाया के दुष्चक्र में फंसी है. इसी से प्रीपेड बिजली मीटर का विचार सामने आया. आपूर्तिकर्ता को 27 माह में सभी मीटर इंस्टाल करने हैं. नये मीटर लगाने का काम पहले ही प्रलंबित हो रखा है. अब अगले माह चुनाव नतीजों की घोषणा पश्चात मीटर लगेंगे, ऐसी जानकारी है.

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