अमरावती प्रतिनिधि/दि.८- गर्मी के दिनों की शुरूआत हो चुकी है. सूर्यदेवता के आग उगलने से शरीर के पसीने छूट रहे है. जिसके चलते शरीर को ठंडक पहुंचानेवाले टरबूजों का बाजार में आगमन हो चुका है. यहां के बाजार समिति में रोजाना २०० क्विंटल टरबूजों की आवक हो रही है. थोक बाजार में ८ रुपए और चिल्लर बाजार में १५ से २० रुपयों में टरबूजों की बिक्री हो रही है. वहीं हाल के दिनों में चिल्लर बाजार में एक टरबूज साधारणत: ४० रुपयों में मिल रहा है. ग्राहकों की डिमांड बढने से बाजार समिति में टरबूजों की आवक बढने लगी है.
यहां बता दें कि जिले के ग्रामीण इलाकों सहित बाहरी जिलों व राज्यों से टरबूजों की आवक होने लगी है. इन दिनों कटाई का प्रारंभ होने से आवक तुलना में कम हुई है. लेकिन आगे आवक बढऩे के आसार नजर आ रहे है. प्रतिवर्ष टरबूजों की ५० से ६० गाडिय़ों तक आवक होती है. फलविक्रेता के अलावा घरेलू ग्राहकों से टरबूजों की काफी डिमांड है. वहीं भाव कंट्रोल में होने से आवक बढ़ रही है. बाजार में दो प्रकार के टरबूजों की आवक हो रही है. हरेरंग के टरबूज को शुगरकिंग के नाम से पहचाना जाता है. नाम के अनुसार इस टरबूज का स्वाद भी काफी मीठा होता है. वहीं फिके हरे पट्टेवाला आकार से मोटा टरबूज नामधारी नाम से पहचाना जाता है.
धूप से बढ़ी टरबूज की डिमांड
गर्मी शुरू हो चुकी है. रोजाना तापमान में इजाफा हो रहा है. शरीर की गर्मी को दूर करने के लिए ठंडे टरबूजों की डिमांड बढ़ गयी है. फ्रूट सलाद व ज्यूस बनाने के लिए हॉटेल्स, चिल्लर विक्रेता व घरेलू ग्राहकों की ओर से इन टरबूजों की डिमांड बढ़ गयी है.