* इससे पहले हिरासत में लिये गये थे 24 आरोपी, दो दिन के पीसीआर में भेजे गये
* घटना के तीसरे दिन जुडवा शहर में है तनावपूर्ण शांति, हालात हो रहे सामान्य
* अब कर्फ्यू में रोजाना दो समय ढाई-ढाई घंटे की मिल रही छूट, पुलिस का लगा है कडा बंदोबस्त
परतवाड़ा/अचलपुर/दि.20– स्थानीय दुल्हागेट पर 17 अप्रैल को झंडा निकालने को लेकर दो समुदाय के बीच हुई मारपीट के चलते उपजे तनावपूर्ण हालात के बाद आज तीसरे दिन स्थिति पूरी नियंत्रण में नजर आई. जिसे देखते हुए एसडीएम संदीपकुमार अपार विगत दो दिन से लगातार दो-तीन घंटे के लिए धारा 144 के तहत लागू की गई संचारबंदी को शिथिल कर रहे है. जिसके तहत कल दोपहर में 2 घंटे और शाम में ढाई घंटे की शिथिलता दी गई. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस समय जुुड़वाशहर में सर्वत्र शांतता नजर आ रही है और हालात पूरी तरह से नियंत्रण में है. वहीं दूसरी ओर दुल्हागेट के दंगे के संदर्भ में पुलिस द्वारा हिरासत में लिये गये 24 आरोपियों को कल पुलिस ने न्यायालय के सामने उपस्थित किया, तब कोर्ट द्वारा सभी 24 आरोपियों को दो दिन की पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया. इसके अलावा गत रोज दंगा भडकाने के मामले में पुणे से हिरासत में लिये गये भाजपा के अचलपुर शहराध्यक्ष अभय माथने को गत रोज ही पुणे से अचलपुर वापिस लाया गया. जहां पर उन्हें स्थानीय अदालत के समक्ष पेश किया गया और अदालत ने अभय माथने को तीन दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश दिया है.
बता दें कि, रविवार 17 अप्रैल की रात अचलपुर के दुल्हागेट और झेंडा चौक (बिलनपुरा) पर झंडा लगाने को लेकर हुआ विवाद देखते ही देखते खूनी झड़प में तब्दील हो गया था. इस दंगल में एक पुलिस कर्मचारी घायल हो गया. पश्चात पुलिस ने घटना पर नियंत्रण रखने के लिए तत्काल संचारबंदी लागू कर दी थी. घटना की छानबीन के बाद पुलिस ने तीन अलग अलग अपराध दर्ज करते हुए कुल 24 लोगो को पुलिस ने गिरफ्तार कर कल प्रथम श्रेणी न्यायधीश के समक्ष प्रस्तुत किया. हिरासत में लिये गये आरोपियों में स्वप्निल अशोकराव आंडे (51), अब्दुल गफ्फार शेख मोहम्मद (57), कैलाश हरिलाल जड़िये (51), वसीम कासिफ मोहम्मद मो. शरीफ (27), अमित सुधीर झाड़े (25), आवेज खान आरिफ खान (20), सूरज दिलीप गणगणे (31), अंकुश अशोक आसोलकर (30), आदित्य गोपाल जावरकर (20), अंकेश सुनील आखरे (20), मो. बागुल कमर मोहम्मद तवांगर (57), रमेश मारूतिराव लाडोले (65), प्रकाश मोतीराम केदार (58), सागर सुभासराव डांगे (30), शुभम सुरेश निमकर (26), नितिन लक्ष्मण चंदेल (40), रामकृष्ण तुलसीराम डांगे (56) प्रज्ज्वल सुनील मोहोड़ (22), अ. अलीम अ. सत्तार (46), अमीन अहमद शेख कासम (31), अ. मजीद अ. सत्तार (54), वसीम अहमद अ. सलाम (39), अ. फईम अ. नईम (25), मो मकबूल मो अयूब (36) का समावेश था. जिन्हेें अदालत द्वारा दो दिन के पीसीआर में रखने का आदेश दिया गया.
वहीं इस दौरान अचलपुर के दुल्हागेट पर हुए दंगे के संदर्भ में पुलिस ने पुलिस कर्मचारी सुधीर काले की शिकायत पर दर्ज अपराध में भाजपा शहर अध्यक्ष अभय माथने को पुलिस ने गत रोज पुणे से हिरासत में लिया, जिन्हेें देर रात अचलपुर लाया गया और आज सुबह स्थानीय अदालत के समक्ष पेश किया गया. जहां से अदालत ने अभय माथने को तीन दिन के पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश जारी किया. इसी शिकायत के आधार पर अभय माथने के साथ छोटू लाडोले, कमलेश केदार और प्रवीण लाडोले को भी नामजद किया गया है, जिनकी तलाश जारी है. वहीं अब भाजपा शहर अध्यक्ष अभय माथने की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा पदाधिकारियो में रोष का माहौल देखा जा रहा है. इस गिरफ्तारी का विरोध करते हुए सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने अमरावती में जाकर जिलाधिकारी से मिलकर योग्य कार्यवाही करने की मांग करना चाहते थे, परंतु पुलिस ने उन्हें जिलाधिकारी से मिलने ही नहीं दिया गया. जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी की जिला ग्रामीण अध्यक्ष निवेदिर्ता दिघडे चौधरी, पूर्व विधायक अनिल बोंडे, उपाध्यक्ष ठाकूर प्रमोदसिंह गड्रेल, महासचिव प्रवीण तायडे, प्रशांत शेगोकर, विशाल काकड समेत भाजपा के अनेकों पदाधिकारी व कार्यकर्ता अमरावती के जिलाधिकारी कार्यालय से निकलकर अचलपुर पुलिस थाने में जाने हेतु निकले. किंतु पुलिस ने इन सभी को चांदुर बाजार नाके पर डिटेन कर लिया और सभी को आसेगांव पुलिस थाने लाया गया. जहां से कुछ देर बाद पुलिस द्वारा सभी को चेतावनी व समझपत्र देते हुए रिहा कर दिया गया.
कर्फ्यू से आम जनता त्रस्त,स्कूल कॉलेज बंद
अचलपुर में सांप्रदायिक हिंसा के बाद जुड़वां शहर में कर्फ्यू लगा हुआ है. जिससे आम जनता पूरी तरह से त्रस्त हो चुकी है. स्कूल व कॉलेज बंद होने से विद्यार्थियों का शैक्षणिक नुकसान हो रहा है. इससे पहले कोरोना काल में दो साल तक लोग काफी परेशानी झेल चुके है. वहीं अब कर्फ्यू की वजह से आर्थिक, सामाजिक तथा शैक्षणिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. पिछले चार दिन से हजारों लोगों की रोजीरोटी मारी गई. छोटे व्यापारी, फल विक्रेता तथा दुकानों पर काम कर रोजी रोटी कमाने वाले हजारों लोगों को नुकसान उठाना पड़ रहा है. लोग कर्फ्यू खत्म होने का इंतजार कर रहे है ताकि फिर से सामान्य हालात बन सके.
* अचलपुर कोर्ट परिसर में लगाया तगड़ा पुलिस बंदोबस्त
आज जैसे ही भाजपा अचलपुर शहर अध्यक्ष अभय माथने को पुणे से अचलपुर लाकर कोर्ट में पेश करने की खबर फैली, तो बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं के कोर्ट परिसर में पहुंचने की आशंका पुलिस को पहले से ही थी. इसलिए अचलपुर कोर्ट की ओर अंजनगांव स्टॉप की ओर से आने वाला मार्ग और अचलपुर रोड़ एलआयसी चौक की ओर से कोर्ट की ओर आने वाले मार्ग पर पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त लगाया गया था. किसी भी वाहन को कोर्ट की ओर नहीं आने दिया गया. वाहनों के मार्ग को जयस्तंभ चौक की ओर से मोड़ दिया गया था. कोर्ट परिसर में अनावश्यक रुप से भीड़ इकठ्ठी ना हो, इस बात का विशेष ध्यान रखते हुए अचलपुर कोर्ट परिसर को पुलिस छावनी में तब्दिल किया गया. अभय माथने को प्रथम न्याय दंड़ाधिकारी के समक्ष पेश करने के बाद पुलिस दोपहर 1 बजे कोर्ट से बाहर ले आये और पुलिस वैन में बिठाकर अचलपुर रवाना हुए.
* आय.जी.मीणा व एडीशनल एस.पी. सातव का अचलपुर में ड़ेरा
अचलपुर में सांप्रदायिक हिंसा के बाद कर्फ्यू 4 थे दिन भी जारी रखा गया. हालांकि कर्फ्यू में सुबह और शाम दो ढाई घंटे के लिए ढील दी गई. जिससे लोगों ने अपने जरुरत का सामान खरिदा. कर्फ्यू के दौरान पिछले चार दिनों में जुड़वां शहर में किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं घटी. पुलिस के आला अधिकारियों की नजर जुड़वां शहर पर लगी हुई है. अमरावती विशेष पुलिस महानिरिक्षक चंद्रकिशोर मीणा और एडीशनल एसपी शशिकांत सातव आज सुबह से ही अचलपुर पुलिस थाने में मौजूद रहे. पिछले दो -तीन दिन से आय.जी.मीणा अचलपुर में डटे हुए है. एडीशनल एस.पी. शशिकांत सातव भी अचलपुर में नजर रखे हुए है. दोनों वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने अचलपुर में सुरक्षा इंतेजाम का मुआयना किया और किसी भी प्रकार की कानून व्यवस्था में बाधा ड़ालनेवालों पर सख्त कार्यवाही करने का पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया.
* अचलपुर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस की निगरानी
अचलपुर में कर्फ्यू के दौरान कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए हर चौराहे और बाजार में पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त लगाया गया है. कर्फ्यू का उल्लंघन करनेवालों से सख्ती से निपटा जा रहा है. कर्फ्यू को मजाक समझकर दुपहिया से शहर में मटरगश्ती करनेवालों को पुलिस के डंडों का प्रसाद भी मिल रहा है. झंड़ा चौक एवं दुल्हागेट परिसर में पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त लगाया गया है. कर्फ्यू के दौरान पुलिस के जवान और अधिकारी अप्रैल की तपती गर्मी में 40-42 डिग्री सेल्सीअस में भी अपनी ड्युटी निभा रहे है. धुप से बेहाल पुलिस के सशस्त्र जवान शहर में गश्त लगाकर कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए सुरक्षा में लगे हुए है. मस्जिद परिसरों में भी सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किये गये है. जुड़वां शहर अचलपुर-परतवाड़ा में पुलिस की चप्पे चप्पे पर नजर है.