अमरावती/दि.14- तेजी से बदलते दौर एवं तेज रफ्तार होती जिंदगी में आपसी रिश्ते-नाते कहीं पीछे छूटते जा रहे है और एकल परिवारों का चलन बढने की वजह से संयुक्त परिवारों का लगातार बिखराव हो रहा है. लेकिन इसके बावजूद कई परिवार ऐसे है, जो एक ही छत के नीचे रहना पसंद करते है, या फिर अलग-अलग रहते हुए भी संयुक्त परिवार की अवधारणा को जिंदा रखे हुए है. ऐसे ही परिवारों मेंं से एक है अमरावती में रहनेवाला गुंबले परिवार, जिसके पारिवारिक सदस्यों की संख्या 100 से अधिक है.
गुंबले परिवार मूलत: चांदूर बाजार का निवासी है तथा स्व. विठ्ठलराव गुंबले अपने पिता व भाई के साथ वर्ष 1943-44 के दौरान अमरावती में रहने के लिए आये थे और तब से यह परिवार अमरावती में ही बस गया है. इस परिवार के वरिष्ठ सदस्यों में से स्व. विठ्ठलराव गुंबले की 93 वर्षीय भाभी पिछली पीढी का प्रतिनिधित्व कर रही है. जिनका दो वर्षीय प्रपौत्र नई पीढी का प्रतिनिधित्व कर रहा है. वहीं इस परिवार की तीसरी पीढी से वास्ता रखनेवाले रमेश गुंबले ने हाल ही में अपना 75 वां जन्मदिवस मनाया. इस अवसर पर परिवार की चौथी पीढी से वास्ता रखनेवाले संजय गुंबले की संकल्पना से पूरा गुंबले परिवार एक जगह पर एकत्रित हुआ. इस समय ली गई तस्वीर को कल विश्व परिवार दिवस पर बेहद प्रासंगिक कहा जा सकता है.