बच्चू कडू मुंबई रवाना, शाम 7 बजे सीधे सीएम से चर्चा
कर्ज माफी की मांग लेकर आंदोलन का तीसरा दिन

* सडकों से हटे आंदोलनकारी, अब किनारों पर डटे
* अमीर नहीं किंतु गरीब किसानों का सातबारा कोरा करने की डिमांड नागपुर / दि.30- प्रहार संगठन के सर्वेसर्वा बच्चू कडू के नेतृत्व में किसान कर्जमाफी और अन्य 7 प्रमुख मांगों को लेकर उप राजधानी में चल रहा महा एल्गार आंदोलन तीसरे दिन भी समाचार लिखे जाने तक जारी रहा. इस बीच कडू ने दोपहर को विमान से मुंबई के लिए प्रस्थान किया. उनके साथ अन्य लीडरान रहने की जानकारी देते हुए बताया कि सह्याद्री अतिथिगृह पर शाम 7 बजे स्वयं मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और दोनों उप मुख्यमंत्री के साथ आंदोलनकारियों की महत्वपूर्ण चर्चा होनेवाली है. कडू ने अपना रूख थोडा नर्म करते हुए कहा कि रईस किसानों की बनीस्बत गरीब किसानों की कर्ज माफी तुरंत आवश्यक है. उनका सातबारा कोरा करना जरूरी है. एक के बाद एक किसान निराशा के कारण मौत को गले लगा रहे हैं. क्योंकि खरीफ सीजन की सोयाबीन, तुअर, कपास जैसी नकद फसलें तबाह हो गई है. जो फसलें जैसे- तैसे बची है. उसे व्यापारी मिट्टी मोल भाव दे रहे हैं. जबकि मुख्यमंत्री ने दावा किया कि राज्य शासन घोषित 32 हजार करोड के किसान पैकेज का वितरण शुरू कर चुका है. 8 हजार करोड की राशि लाखों किसानों के खाते में पहुंच गई है. अन्य 11 हजार करोड रिलीज कर दिए गये हैं. वह भी आज कल में किसानों के खाते में पहुंच जायेंगे. बता दे कि मुख्यमंत्री आज दोपहर दोनों डीसीएम के साथ अमरावती दौरे पर आ रहे हैं.
सडक की बाधा थोडी दूर
इस बीच नागपुर में महा एल्गार आंदोलन के कारण तथा ट्रैक्टर मोर्चे की वजह से सडकों पर उतर आए हजारों आंदोलनकारियों की वजह से जाम हुए हाईवें को थोडी बाधा दूर हुई है. आंदोलनकारी उच्च न्यायालय के आदेश पश्चात सडकोंं से हट गये है. अब वे सडक किनारे बैठकर अपनी मांगों के पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं.
राज्य मंत्रियों से चर्चा, शांतिपूर्ण आंदोलन
बुधवार शाम प्रदेश के दो राज्य मंत्री डॉ. पंकज भोयर तथा आशीष जायस्वाल ने आंदोलनकारी बच्चू कडू से चर्चा कर बातचीत के जरिए हल खोजने का अनुरोध किया. इस चर्चा में पूर्व सांसद राजू शेट्टी, वामनराव चटप, अजीत नवले, सांसद अमर काले, महादेव जानकर, रवि तुपकर आदि भी सहभागी हुए थे. आंदोलकों को डर था कि सरकार दमनकारी नीति अपना सकती है. इसलिए सीधे मुख्यमंत्री से संवाद करने की मांग उन्होंने रखी थी. शासन के प्रतिनिधि के रूप में आए राज्य मंत्रियों से और राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले से चर्चा पश्चात बच्चू कडू ने सीएम से बात करने जाने की हामी भरी. पंकज भोयर ने बच्चू कडू को आश्वासन दिया कि उनके मुंबई जाने पर भी शांतिपूर्ण आंदोलन जारी रहा तो कोई दमनचक्र न चलेगा.
कल से रेलवे ट्रैक पर बैठ जायेंगे
बच्चू कडू ने आंदोलकों से कहा कि अपनी एक नहीं 25 मांगे हैं. उसके लिए मुंबई जाना आवश्यक है. बातचीत से ही समस्याएं हल होती है. चर्चा के लिए गये तो आंदोलन खत्म नहीं होगा. कर्ज माफी की घोषणा न हुई तो 31 अक्तूबर अर्थात कल से रेलवे ट्रैक पर जाकर बैठ जायेंगे.
गरीब किसानों को दें शीघ्र राहत
बच्चू कडू ने एक मराठी चैनल बातचीत में यह भी कहा कि आर्थिक रूप े से संपन्न और शासकीय नोकरदार अथवा पेंशनधारक अथवा व्यापारी किसानों की कर्ज माफी न हुई तो चलेगा. डिजिटल इंडिया के कारण प्रत्येक की सही आर्थिक स्थिति का पता लगाना सरकार के लिए आसान है. इसलिए जरूरतमंद किसानों का पता लगाकर उनकी कर्ज माफी की अपेक्षा बच्चू कडू ने व्यक्त की.
समाधान न निकला तो
कडू ने यह भी कहा कि सभी किसान नेता इस आंदोलन में एकत्र आए है. यह आंदोलन की बडी सफलता है. बैठक में समाधान न निकला तो मुंबई से लौटकर आंदोलन की आगे की दिशा तय करेंगे. पंजाब की तर्ज पर फसलों की खरीदी, 20 प्रतिशत बोनस और गारंटी मूल्य इन बातों पर चर्चा होने का दावा कडू ने किया. बैठक में सीएम के साथ दोनों उप मुख्यमंत्री अजीत पवार और एकनाथ शिंदे भी सहभागी होंगे.
* सरकार से चर्चा जारी रहने के दौरान नागपुर में आंदोलन भी जारी
कर्जमाफी और किसानों की अन्य मांगों को लेकर शुरू हुए आंदोलन की स्थिति अब कुछ हद तक सामान्य हुई है. आंदोलक किसानों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से गुरुवार को मुंबई में चर्चा के लिए सहमति जताई है, लेकिन तब तक नागपुर में आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया गया है.
बता दें कि, प्रहार जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष बच्चू कडू के नेतृत्व में लगभग दस हजार से अधिक किसान इस आंदोलन में शामिल हुए थे. आंदोलन के कारण वर्धा मार्ग बंद हो गया था, जिससे नागपुर शहर में करीब 30 घंटे तक भारी ट्रैफिक जाम लगा रहा. हाईकोर्ट के आदेश के बाद आंदोलन को अब नियोजित मैदान में स्थानांतरित कर दिया गया है और वर्धा मार्ग यातायात के लिए खोल दिया गया है. इससे नागपुरवासियों को बड़ी राहत मिली है. आंदोलन समाप्त करवाने के लिए प्रशासन के प्रयास नाकाफी साबित हुए. अंततः राज्य मंत्री पंकज भोयर और एडवोकेट आशीष जयस्वाल बीती रात ही चर्चा के लिए नागपुर रवाना हुए थे. * दोनों मंत्री मिले पूर्व मंत्री बच्चू कडू से
– भारी बारिश में सड़क पर ही हुई चर्चा
कर्जमाफी सहित किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच, राज्य सरकार के शिष्टमंडल ने मंत्री बच्चू कडू और अन्य किसान नेताओं से मुलाकात की. मंत्री आशीष जयस्वाल और पंकज भोयर ने आंदोलनस्थल पर पहुँचकर बच्चू कडू, अजित नवले, राजू शेट्टी और अन्य नेताओं से भारी बारिश में सड़क पर ही चर्चा की. सरकारी शिष्टमंडल ने आंदोलनकारी नेताओं से मुंबई में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ बैठक के लिए आने का अनुरोध किया. इस प्रस्ताव को बच्चू कडू ने स्वीकार किया है. साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि जब तक चर्चा पूरी नहीं होती, तब तक आंदोलनकारियों को कोई नुकसान नहीं होना चाहिए, इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी. सरकार की ओर से इस पर पूर्ण आश्वासन दिया गया है. * बच्चू कडू को समर्थन देने के लिए मनोज जरांगे पाटील नागपुर रवाना
उधर दूसरी ओर मराठा आंदोलन के प्रमुख नेता मनोज जरांगे पाटील आज बच्चू कडू को समर्थन देने के लिए नागपुर रवाना हो गए हैं. जरांगे पाटील अब नागपुर में चल रहे शेतकरी आंदोलन में प्रत्यक्ष रूप से शामिल होंगे. वे अपने अंबड तालुका स्थित अंकुशनगर निवासस्थान से नागपुर की ओर रवाना हुए. रवाना होने से पहले जरांगे पाटील ने कहा कि, नागपुर में आंदोलन कर रहे किसानों को परेशानी हो रही है. जब स्थिति गंभीर होती है, तब हमें किसानों के साथ मजबूती से खड़ा रहना चाहिए. इसलिए हम तुरंत नागपुर के लिए निकल रहे हैं. * मुख्यमंत्री के साथ आंदोलक नेताओं की बैठक मंत्रालय में होगी
इस बीच, किसानों की मांगों पर समाधान निकालने के लिए राज्य सरकार ने आंदोलनकारी नेताओं को चर्चा के लिए मंत्रालय (मुंबई) आने का प्रस्ताव दिया है. यह प्रस्ताव बच्चू कडू, अजित नवले, और राजू शेट्टी सहित अन्य किसान नेताओं ने स्वीकार किया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ चर्चा के बाद आंदोलन के नेता मुंबई जाएंगे. जिसके बाद आंदोलन की आगे की दिशा तय की जाएगी.





