कबूतरों के लिए जरुरत पडी तो सुप्रीम कोर्ट ही जाएंगे
सीएम फडणवीस ने कबूतरखाना मामले में लिया निर्णय

मुंबई/दि.5- कबूतरों की जान बचाना, पर्यावरण की रक्षा करना और नागरिकों के स्वास्थ को सुरक्षित रखना यह तीनों ही बाते बेहद महत्वपूर्ण है. ऐसे में कबूतरखाना को अचानक बंद कर देना किसी भी लिहाज से योग्य नहीं होगा. अत: कबूतरखाना के संदर्भ में लिए गए निर्णयों पर अमल करते समय पर्यायी उपाय भी किए जाए. साथ ही कबूतरों के लिए पर्यायी व्यवस्था उपलब्ध होने तक महानगर पालिका द्वारा कबूतरों को नियंत्रित खाद्य आपूर्ति शुरु रखी जाए, ऐसा निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्पष्ट किया कि, यदि जरुरत पडती है तो वे इस मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जाने के लिए भी तैयार है.
मुंबई मंत्रालय में सीएम देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता के तहत कबूतरखाना को लेकर एक बैठक आयोजित की गई थी. जिसमें सीएम फडणवीस ने कहा कि, नागरी स्वास्थ पर विपरित परिणाम नहीं होने पाए और कबूतरों की आरोग्यपूर्ण देखभाल भी हो, इस हेतु किस समय पर खाद्य आपूर्ति हो, इसे लेकर स्पष्ट नियमावली तैयार की जाए. साथ ही कबूतरखाने से स्वास्थ संबंधी दुष्परिणामों का वैज्ञानिक पद्धति से अध्ययन करते हुए कबूतरों की विष्ठा का योग्य तरीके से व्यवस्थापन भी किया जाए. साथ ही कबूतरों की विष्ठा साफ करने हेतु उपलब्ध रहनेवाले तांत्रिक उपायों पर भी विचार किया जाए. सीएम फडणवीस ने यह भी स्पष्ट किया कि, कबूतरखाने से संबंधित मुद्दों पर फिलहाल हाईकोर्ट में जनहित याचिका पर सुनवाई चल रही है. परंतु यदि जरुरत महसूस होती है तो राज्य सरकार इस मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी जा सकती है.





