मुख्यमंत्री करेंगे सीपी से बातचीत
संजय खोडके ने विधान परिषद में उठाया अमरावती ड्रग तस्करी का मुद्दा

* सीएम ने विधान परिषद में दिया संजीदगी के साथ जवाब
* एक वर्ष में 31 मामले दर्ज होने की दी जानकारी
* 70 से 80 फीसद मामले एक ही थाने के रहने की बात भी कही
* ड्रग पेडलिंग में नाबालिगों के सहभाग व होम डिलिवरी को बताया गंभीर
अमरावती/मुंबई/दि.3 – विगत कुछ वर्षों के दौरान अमरावती शहर बडी तेजी के साथ ड्रग तस्करी व विक्री का अड्डा बनता जा रहा है. ऐसे में अब खुद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस बारे में अमरावती के शहर पुलिस आयुक्त से बात करते हुए आवश्यक निर्देश जारी करेंगे. ताकि अमरावती में मादक पदार्थों की तस्करी व अवैध विक्री के व्यवसाय को पूरी तरह से खत्म किया जा सके, यह आश्वासन आज खुद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधान परिषद में अमरावती से वास्ता रखनेवाले विधायक संजय खोडके द्वारा उठाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर हुई चर्चा के दौरान दिया.
बता दें कि, विधान परिषद सदस्य संजय खोडके ने पावस सत्र के दौरान ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पेश करते हुए बताया कि, विगत एक साल के भीतर ही अमरावती शहर में ड्रग तस्करी के 31 मामले दर्ज हुए है. जिसमें से 70 से 80 फीसद मामले एक ही थाना क्षेत्र के है. सबसे अधिक सनसनीखेज बात यह भी है कि, ड्रग्ज की खेप को इधर से उधर पहुंचाने के लिए 30 से 40 नाबालिगों पर काम पर रखा गया है. जो दुपहिया वाहनों के जरिए ड्रग्ज की होटलों व घरों में ‘डोअर डिलिवरी’ देते है. जिसके चलते अमरावती में ड्रग तस्करी को लेकर स्थिति की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है. इस आशय की पूरजोर आवाज उठाते हुए विधायक संजय खोडके ने विधान परिषद में सीएम फडणवीस के समक्ष मांग उठाई कि, अमरावती में ड्रग तस्करी को खत्म करने के लिए तुरंत कडे कदम उठाए जाने चाहिए.
अमरावती में होनेवाली ड्रग तस्करी के मुद्दे को विधान परिषद में पूरजोर तरीके से उठाते हुए विधायक संजय खोडके ने कहा कि, बडे-बडे महानगरों की तुलना में अमरावती एक बेहद छोटा शहर है. जहां पर होनेवाली किसी भी तरह की छोटी-बडी गतिविधि या अपराधिक वारदात का पुलिस की नजरों से बचा रहना लगभग नामुमकिन सी बात है. लेकिन इसके बावजूद अमरावती जैसे शहर में बडे महानगरों से एमडी ड्रग सहित हेरोईन व कोकीन जैसे मादक पदार्थों को तस्करी करते हुए लाया जा रहा है और बेचा भी जा रहा है. साथ ही साथ दिनोंदिन ड्रग तस्करी व विक्री के मामलो में वृद्धि भी होती जा रही है. जिसका सीधा मतलब है कि, ड्रग तस्करी के व्यवसाय के साथ कहीं न कहीं पुलिस की मिलिभगत है. जिसकी वजह से पुलिस द्वारा ड्रग तस्करी व विक्री की अनदेखी की जा रही है. इसके साथ ही विधायक संजय खोडके ने यह भी कहा कि, ड्रग तस्करी के व्यवसाय में लिप्त लोगों द्वारा खुद को पुलिस से बचाए रखने हेतु ड्रग्ज की खेप को इधर से उधर पहुंचाने के लिए नाबालिग यानि अल्पवयीन युवाओं का प्रयोग किया जा रहा है और ऐसे नाबालिग को किशोरवयीन बच्चे कुछ रुपयों की लालच में फंसकर दुपहिया वाहनों के जरिए ड्रग्ज की खेप को ऑर्डर के मुताबिक होटलों व घरों तक पहुंचाते है. इसमें से कई युवक खुद भी नशे की गिरफ्त में रहते है.
इसके साथ ही विधायक संजय खोडके ने यह भी बताया कि, ड्रग तस्करों द्वारा खुद को पुलिस व कानून की किसी बडी कार्रवाई से बचाने हेतु जानबुझकर अपने पास 50 ग्राम से कम ड्रग की खेप को रखा जाता है और पकडे जाने पर यह दर्शाया जाता है कि, उन्होंने अपने पास अपने खुद के व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए ड्रग की खेप को रखा है. जिसके चलते उन्हें अगले ही दिन अदालत से जमानत भी मिल जाती है. क्योंकि कानून के मुताबिक 50 ग्राम से अधिक ड्रग्स की खेप को ही व्यवसायिक यानि खरीदी-विक्री वाला मामला माना जाता है. इस पर भी त्वरीत ध्यान दिए जाने की जरुरत है.
विधायक संजय खोडके द्वारा बेहद प्रभावी तरीके से उठाए गए इस मुद्दे को बेहद गंभीरतापूर्वक ढंग से सुनने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस पर बडी संजीदगी के साथ जवाब देते हुए कहा कि, अमरावती शहर में ड्रग तस्करी का बढना और इसमें नाबालिगों का सहभाग दोनों ही बाते बेहद गंभीर है. ऐसे में सरकार इसके खिलाफ जल्द से जल्द ठोस व प्रभावी कदम उठाएगी तथा ड्रग तस्करी के व्यवसाय में लिप्त प्रत्येक घटक के खिलाफ कडी कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा सीएम फडणवीस ने यह भी कहा कि, वाणिज्यिक इस्तेमाल की श्रेणी में आनेवाली व्याख्या में बदलाव करते हुए इस श्रेणी के तहत ड्रग्ज के प्रमाण को कम करने व घटाने के लिए केंद्र सरकार से आवश्यक मार्गदर्शन प्राप्त किया जाएगा. साथ ही साथ सीएम फडणवीस ने यह भी कहा कि, वे जल्द ही इस संदर्भ में अमरावती के शहर पुलिस आयुक्त से बातचीत करते हुए अमरावती में ड्रग तस्करी के व्यवसाय को समूल नष्ट करने हेतु प्रभावी कदम उठाने के बारे में आवश्यक निर्देश भी देंगे.





