गांव-गांव में मौंसम सुचना केंद्र का निर्माण
‘महावेध’ प्रकल्प की पाच वर्ष बढी समयाअवधी

* मंत्रीमंडल ने दी मंजुरी
मुंबई/दि.18– ‘वेदर इन्फर्मेशन नेटवर्क डेटा सिस्टीम’ (विण्ड्स) इस केंद्र सरकार के प्रकल्पातंर्गत ग्रामपंचायत स्तर पर स्वयंमचलित मौसम की सुचना देने वाले (ऑटोमँटिक वेदर स्टेशन एडब्ल्यूएस) केंद्र का गांव- गांव में निर्माण किया गया है. उसके लिए ‘महावेध’ प्रकल्प को पाच साल की समयाअवधि देने का निर्णय मंत्रीमंडल की बैठक में लिया ्रगया.
राज्य के सभी गांवों में मौसम की सटीेक जानकारी मिलने के लिए व किसानों को मौंसम पर आधारित कृषीविषयक सलाह तथा मार्गदर्शन प्राप्त हो इसके लिए यह प्रकल्प महत्वपुर्ण है. इस प्रकल्प में राज्य के राजस्व मंडल स्तर पर मौंसम सुचना केंद्र का निर्माण किया गया है. इस केंद्र द्वारा तापमान पर्जन्यमान, सापेक्ष आद्रता, हवा की गती और दिशा इस विषय पर जानकारी प्राप्त करवाई जाती है. यह जानकारी मदत व पुनर्वसन विभाग प्रकल्प, महाराष्ट्र रिमोट सेन्सिंग अॅप्लिकेशन सेंटर नागपुर व सभी कृषीविद्यापीठ, कृषीविज्ञान केंद्र और अन्य संशोधन संस्था द्वारा इस्तेमाल कि जाती है.
उसी प्रकार प्रधानमंत्री फसल बिमा योजना, मौंसम पर आधारित फल बाग बिमा योजनाओं का लाभ देने के लिए इस जानकारी का आधार लिया जाता है. राजस्व मंडल स्तर पर ‘महावेध’ प्रकल्प अतंर्गत इसके पहले स्वयंमचलित मौांसम केंद्र स्थापित किए गए हो. ऐसी ग्रामपंचायतों को छोड कर अन्य ग्रामपंचायतो में केंद्र स्थापित किए जाएगेंं.





