मनपा के आगामी चुनाव में 6.80 लाख मतदाता चुनेंगे 87 पार्षद
करीब 700 मतदान केंद्रों पर लगेंगी 850 वोटिंग मशीने

* निर्वाचन आयोग की आयुक्त सौम्या शर्मा के साथ हुई ‘वीसी’
* ऑनलाइन बैठक में चुनावी तैयारियों का आयोग ने लिया जायजा
अमरावती/दि.11- अमरावती महानगर पालिका के आगामी चुनाव को लेकर मनपा प्रशासन द्वारा की जा रही तैयारियों का आज राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा मनपा आयुक्त सौम्या शर्मा के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ऑनलाइन बैठक करते हुए जायजा लिया गया. इस बैठक में राज्य निर्वाचन आयोग ने जानकारी दी कि, स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव हेतु 1 जुलाई तक अपने नामों का पंजीयन करा चुके मतदाताओं को मतदान करने का अवसर मिलेगा और उनके नामों को अंतिम मतदाता सूची में शामिल किया जाएगा. जिसके चलते यह स्पष्ट हो गया है कि, अमरावती मनपा के आगामी चुनाव में अमरावती शहरी क्षेत्र के करीब 6 लाख 80 हजार मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया जाएगा. जो अमरावती मनपा क्षेत्र के 22 प्रभागों में शामिल 87 वॉर्डों से चुनाव लडनेवाले प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करते हुए अपने-अपने वॉर्ड के नगरसेवकों का चुनाव करेंगे. इसके साथ ही यह भी लगभग स्पष्ट हो गया है कि, इस बार मनपा के चुनाव हेतु करीब 700 के आसपास मतदान केंद्र बनाए जाएंगे. जहां पर कुल मतदाता संख्या को देखते हुए करीब 850 के आसपास वोटिंग मशीने उपलब्ध कराई जाएंगी.
बता दें कि, विगत वर्ष हुए विधानसभा चुनाव में अमरावती मनपा क्षेत्र से कुल 6 लाख 60 हजार मतदाता पंजीकृत थे. जिसके बाद भी नए मतदाताओं द्वारा अपने-अपने नामों का मतदाता सूची में पंजीयन कराया जा रहा था और विगत 7-8 माह के दौरान अमरावती मनपा में लगभग 20 हजार नए मतदाताओं के नामों का मतदाता सूची में पंजीयन हुआ है. ऐसे में राज्य निर्वाचन आयोग ने आगामी चुनाव के मद्देनजर अमरावती मनपा प्रशासन को 1 जुलाई 2025 की अंतिम तिथि को ग्राह्य मानते हुए मतदाता सूची को अपडेट करने का निर्देश आज हुई वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए दी है.
इसके साथ ही इस ऑनलाइन बैठक में यह भी बताया गया कि, वर्ष 2017 में हुए अमरावती मनपा के चुनाव के समय कुल 5 लाख 40 हजार मतदाता थे और उस समय 635 बैलेट यूनिट लगाने पडे थे. वहीं इस बार मतदाताओं की संख्या 6 लाख 80 हजार के आसपास रहेगी. चूंकि प्रत्येक इवीएम की क्षमता 800 मतदाताओं के वोट दर्ज करने की रहती है. ऐसे में इस बार मतदाता संख्या को देखते हुए मनपा के चुनाव में लगभग 850 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन लगेगी. इन तमाम बातों के मद्देनजर निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची को अपडेट करने के साथ-साथ मतदान केंद्रों व आवश्यक इवीएम मशीनों की संख्या भी निश्चित करने को लेकर आवश्यक दिशानिर्देश जारी किए. जिसके तहत कहा गया कि, सबसे पहले इवीएम की प्राथमिक स्तर पर जांच-पडताल का काम शुरु किया जाए और इवीएम को चुनाव के लिए तैयार किया जाए. जिसके उपरांत मतदान केंद्रों की जगह निश्चिती, मतदान केंद्र वाली इमारतों की स्थिति और वहां पर आवश्यक सुविधाओं को लेकर अभी से ही तैयारी शुरु की जाए, साथ ही मनुष्यबल की उपलब्धता को लेकर समय-समय पर जायजा लिया जाए. क्योंकि जरुरत के मुताबिक समय पर कुशल व प्रशिक्षित मनुष्यबल का उपलब्ध होना आवश्यक है. जिसके लिए जिला प्रशासन से समन्वय साधा जाना चाहिए.
निर्वाचन आयोग के साथ आज वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए हुई ऑनलाइन बैठक में मनपा आयुक्त सौम्या शर्मा चांडक के साथ अतिरिक्त आयुक्त शिल्पा नाईक व श्वेता वासनकर तथा निर्वाचन विभाग के अक्षय निलंगे भी उपस्थित थे.
* दिसंबर के बाद तीन चरणों में चुनाव होने की उम्मीद
राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक महाराष्ट्र में स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव तीन चरणों में कराए जा सकते है. इसके तहत पहले चरण में उत्तर व दक्षिण महाराष्ट्र, दूसरे चरण में विदर्भ, पश्चिम महाराष्ट्र व मराठवाडा तथा तीसरे चरण में मुंबई, ठाणे व कोंकण क्षेत्र के स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव करवाए जा सकते है. जिसे लेकर राजनीतिक दलों व चुनाव लडने के इच्छुकों सहित आम नागरिकों में अच्छी-खासी उत्सुकता देखी जा रही है. राज्य में 29 महानगर पालिका, 32 जिला परिषद, 248 नगर पालिका व 42 नगर पंचायतों के चुनाव विगत करीब तीन-चार वर्षों से प्रलंबित है. इन सभी स्थानीय निकाय क्षेत्रों में प्रभाग रचना का प्रारुप तैयार करने के लिए ही अक्तूबर माह तक समय दिया गया है. जिसके बाद प्रारुप प्रभाग रचना को लेकर प्राप्त आपत्तियों व आक्षेपों पर सुनवाई के उपरांत अंतिम प्रभाग रचना घोषित होगी. इसके पश्चात मतदाता सूचीयों को प्रभागनिहाय विभाजित किया जाएगा. जाहीर है कि, यही प्रक्रिया पूरी होते-होते नवंबर माह आ चुका रहेगा. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि, चुनावी तैयारियों में लगनेवाले समय को देखते हुए नवंबर-दिसंबर की बजाए अब सीधे वर्ष 2026 में जनवरी या फरवरी माह के दौरान स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव हो सकते है.





