अब साल में दो बार होगी सीबीएसई की परीक्षा
शिक्षा मंत्रालय के सीबीएसई को निर्देश, मुख्याध्यापकों से भी होगी चर्चा
नई दिल्ली/दि.27– केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल (सीबीएसई) को वर्ष 2025-26 के शैक्षणिक सत्र से साल में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करने हेतु व्यवस्थापन तैयारी करने के निर्देश दिये है, इसके साथ ही सेमिस्टर पद्धति लागू करने की योजना को नकार दिया गया है, ऐसी जानकारी शिक्षा मंत्रालय के सूत्रों के जरिए सामने आयी है.
जानकारी के मुताबिक साल में दो बार बोर्ड परीक्षा लेने के संदर्भ में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय व सीबीएसई द्वारा अगले महिने सभी सीबीएसई शालाओं के मुख्याध्यापकों के साथ चर्चा की जाएगी. सीबीएसई द्वारा फिलहाल पदविपूर्ण प्रवेश के टाइमटेबल पर कोई परिणाम नहीं करते हुए दूसरी बोर्ड परीक्षा को समाहित करने के लिए शैक्षणिक टाइम टेबल की रचना कैसे की जा सकती है. इस पर काम किया जा रहा है. साथ ही अब सीबीएसई द्वारा साल में दो बार बोर्ड परीक्षाओं के विषय को लेकर सीबीएसई शालाओं के मुख्याध्यापकों के साथ भी चर्चा की जाएगी, ऐसी जानकारी शिक्षा विभाग से जुडे विश्वसनीय सूत्रों द्वारा दी गई है.
* राष्ट्रीय सुकाणु समिति ने की थी यह सिफारिश
– गत वर्ष केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा घोषित किये गये नये पाठ्यक्रम प्रारुप (एनसीएफ) के अनुसार विद्यार्थियों को बेहतरीन प्रदर्शन करने हेतु पर्याप्त समय व अवसर मिले. साथ ही वे बेहतरीन अंक हासिल कर सके. इस बात के मद्देनजर साल में दो बार बोर्ड परीक्षा लेने का विचार किया जा रहा है.
– राष्ट्रीय शैक्षणिक नीति (एनईपी)- 2020 को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त की गई राष्ट्रीय सुकाणु समिति ने नये राष्ट्रीय पाठ्यक्रम प्रारुप में कक्षा 11 वीं व 12 वीं के विद्यार्थियों हेतु सेमिस्टर पद्धति को प्रस्तावित किया था. सुकाणु समिति का नेतृत्व इसरों के पूर्व अध्यक्ष डॉ. के. कस्तुरीरंगन द्वारा किया गया था.