संतोष देशमुख हत्याकांड मामले में 1800 पन्नों की चार्जशीट दाखिल
8 आरोपियों के खिलाफ दायर की गई है चार्जशीट
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* एड. उज्वल निकम करेंगे अभियोजन पक्ष की ओर से पैरवी
बीड/दि. 28 – मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या मामले में सीआईडी व एसआईटी ने गत रोज बीड की विशेष मकोका न्यायालय में 8 आरोपियों के खिलाफ 1800 पन्नों की चार्जशीट दायर की है. जिसमें दावा किया गया है कि, आरोपियों ने पहले फिरौती मांगी थी, जिसके बाद सुरक्षा रक्षक के साथ मारपीट की गई और फिर सरपंच संतोष देशमुख की हत्या हुई. ऐसे में इस मामले को लेकर दाखिल तीन अलग-अलग अपराधों में अलग-अलग चार्जशीट पेश करने की बजाए मुख्य आरोपी वाल्मिक कराड सहित सभी 8 आरोपियों के खिलाफ एक ही चार्जशीट दाखिल की गई है.
बता दें कि, मस्साजोग के सरपंच संतोष देशमुख की 9 दिसंबर 2024 को अपहरण करते हुए हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद राज्य में कई स्थानों पर धरना प्रदर्शन करते हुए मोर्चे निकाले गए थे. वहीं इस मामले को लेकर तीन अलग-अलग अपराध दर्ज किए गए थे. शुरुआती दौर में मामले की जांच केज पुलिस थाने द्वारा की जा रही थी, वहीं बाद में जांच का जिम्मा सीआईडी व एसआईटी को सौंपा गया.
इन तीनों मामलों के बीच आपसी लिंक स्थापित करते सीआईडी व एसआईटी द्वारा दावा किया गया है कि, 29 नवंबर 2024 को वाल्मिक कराड ने विष्णु चाटे के मोबाइल के जरिए आवादा कंपनी से दो करोड रुपयों की फिरौती मांगी थी. जिसकी वसूली की जवाबदारी विष्णु चाटे व सुदर्शन घुले सहित उन दोनों के सहयोगियों को दी गई. जिसके बाद 6 दिसंबर 2024 को सुदर्शन घुले अपने सहयोगियों के साथ मस्साजोग स्थित आवादा कंपनी के कार्यालय में पहुंचा और उसने वहां पर तैनात सुरक्षा रक्षक से मारपीट की. इस समय सुरक्षा रक्षक द्वारा बुलाए जाने पर मस्साजोग के सरपंच संतोष देशमुख तुरंत ही मौके पर पहुंचे तथा देशमुख व घुले के बीच विवाद हुआ. जिसे लेकर घुले के खिलाफ अपराध भी दर्ज किया गया. इसी बात के गुस्से की वजह से सुदर्शन घुले ने 9 दिसंबर को संतोष देशमुख का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी.
विशेष उल्लेखनीय है कि, सरपंच संतोष देशमुख के भाई धनंजय देशमुख ने इस मामले की पैरवी हेतु सरकारी वकील के तौर पर उज्वल निकम की नियुक्ति करने की मांग की थी और अपनी विविध मांगो को लेकर मस्साजोग में ग्रामिणों के साथ अन्नत्याग आंदोलन भी शुरु किया था. ऐसे में अब राज्य सरकार द्वारा इस मामले की पैरवी हेतु विशेष सरकारी वकील के तौर पर वरिष्ठ विधिज्ञ उज्वल निकम की नियुक्ति की गई है. जिसकी जानकारी खुद राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा सोशल मीडिया के जरिए दी गई है. वहीं विशेष सरकारी वकील एड. उज्वल निकम ने अपनी नियुक्ति को स्वीकार करते हुए आश्वस्त किया कि, चार्जशीट दाखिल होने के बाद अब यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाए जाने हेतु प्रयास किया जाएगा.
उधर दूसरी ओर सरपंच संतोष देशमुख की हत्या हुए 78 दिन का समय बीत जाने के बावजूद कृष्णा आंधले नामक आरोपी अब भी फरार है. वहीं इस मामले में वाल्मिक कराड, सुदर्शन घुले, विष्णु चाके, सुधीर सांगले, प्रतिक घुले, महेश केदार, सिद्धार्थ सोनवने व जयराम चाटे नामक 8 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके है. जिनके खिलाफ अब अदालत में दोषारोपपत्र यानी चार्जशीट दाखिल कर दी गई है.