* राज्य के शिक्षामंत्री दीपक केसरकर ने कहा
कोल्हापुर /दि. 23 – पूर्व प्राथमिक से चौथी तक शाला सुबह 9 बजे के बाद लेने के राज्य सरकार के निर्णय पर विद्यार्थी, पालक और बस संचालको में तीव्र प्रतिक्रिया आने के बाद शालेय शिक्षामंत्री दीपक केसरकर ने इन सभी की समस्या जानने का निर्णय लिया है. शाला के समयबाबत आचारसंहिता के बाद निर्णय लेने का आश्वासन शिक्षामंत्री केसरकर ने दिया.
बदलते टाईम टेबल के कारण माध्यमिक शाला का समय गडबडाता होगा और कक्षा के कमरो का प्रश्न निर्माण होता होगा तो माध्यमिक शाला सुबह जल्द लेने के संकेत उन्होंने दिए. छोटे बच्चो की नींद का कारण देते हुए राज्य सरकार ने समय बदला है.
* शाला देरी से छुटी तो छात्राओं की सुरक्षा का प्रश्न
राज्य की शालाओं में पूर्व प्राथमिक से कक्षा चौथी तक कक्षा सुबह 9 के बाद लेने का निर्णय लिया है. पुणे सहित राज्य में एक इमारत में दो सत्र में चलनेवाली शालाओं की संख्या अधिक है. प्राथमिक शाला का समय बदला तो माध्यमिक के टाईम टेबल में भी बदलाव करना पडेगा. माध्यमिक शाला शाम को देरी से छुटी तो छात्राओं की सुरक्षा का प्रश्न निर्माण होने की संभावना व्यक्त की जा रही है. मुंबई, पुणे सहित संपूर्ण राज्य में आवश्यक कक्षाओं के कमरो के अभाव में असंख्य शाला एक इमारत में दो सत्रो में चलती है. पुणे शहर की मनपा की करीबन 50 से 60 प्रतिशत शाला एक ही इमारत में दो सत्रो में ली जाती है. वर्तमान में प्राथमिक शाला सुबह 7 से 12.30 बजे तक और दोपहर 12.30 से 5.30 की कालावधि में माध्यमिक शाला रहती है.
* सभी की समस्या सुनी जाएगी
पालक, बस चालक का विरोध, शाला के कमरो की संख्या, सुबह के समय की यातायात समस्या, प्रदूषण आदि समस्या भी निर्माण होने की बात मंत्री केसरकर के प्रकाश में लाने के बाद उन्होंने हर किसी की समस्या सुनने की बात कही है.
* लोकसभा चुनाव के बाद हल निकाला जाएगा
सुबह की शाला के कारण छोटे बच्चो की नींद न होने की बात शास्त्रज्ञोने ही कही है. इस कारण पूर्व माध्यमिक से चौथी तक शालाओं के समय में बदलाव किया गया है. इससे पालक और बस चालक पर कोई परिणाम होता होगा तो उनकी समस्या सुनी जाएगी. लोकसभा चुनाव के बाद इस पर हल निकाला जाएगा.
– दीपक केसरकर, शिक्षामंत्री.