महाराष्ट्र

विट्ठल-रुक्मिणी की पूजा का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 25 मार्च से

अब घर बैठे कर सकते है पंजीयन

* चंदन ऊटी पूजा का भी समावेश
पंढरपुर/दि.20-श्री विट्ठल-रुक्मिणी माता की नित्यपूजा, पद्य पूजा, तुलसी अर्चन पूजा, चंदन उटी पूजा आदि प्रकार की 1 अप्रैल से 31 जुलाई 2025 दौरान होने वाली पूजा का ऑनलाइन पंजीयन करने की शुरुआत 25 मार्च को सुबह 11 बजे से हो रही है, यह जानकारी कर्यकारी अधिकारी राजेंद्र शेलके ने दी.
श्री विट्ठल-रुक्मिणी मंदिर समिति भक्तों को दैनिक पूजा और पद्य पूजा, तुलसी अर्चन पूजा, चंदन उटी पूजा आदि पूजा की सुविधाएं प्रदान करती है. 1 अप्रैल से 31 जुलाई तक की अवधि के लिए पूजा संबंधी मंदिर समिति की 3 मार्च को हुई सभा में यह निर्णय लिया गया. इस उद्देश्य के लिए एक कंप्यूटर प्रणाली विकसित की गई है. भक्त पूजा के लिए https://www.vithalrukminimandir.org  मंदिर समिति की इस आधिकारिक वेबसाइट पर पंजीकरण कर सकते है. इसके पूर्व पहले चरण में 7 अक्टूबर से 31 दिसंबर 2024 तक और दूसरे चरण में 1 जनवरी से 31 मार्च 2025 की अवधि के लिए श्री की नित्य पूजा, तुलसी अर्चन पूजा और पद्य पूजा भक्तों को ऑनलाइन पंजीकरण के लिए उपलब्ध कराई गई थी. इसमें महाराष्ट्र राज्य के विभिन्न स्थानों से और देशभर से कर्नाटक, आसाम, आंध्र प्रदेश आदि राज्यों से श्रद्धालुओं ने पूजा के लिए पंजीकरण कराया था. इसे भक्तों की तरफ से काफी अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है. तीसरे चरण में 1 अप्रैल से 31 जुलाई तक उत्सव, त्योहार और भीड वाले दिनों को छोडकर अन्य दिनों में श्री की नित्य पूजा, तुलसी अर्चन पूजा, पद्य पूजा और चंदन ऊटी पूजा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण उपलब्ध कराया जा रहा है.
ऑनलाइन पंजीकरण में किसी भी प्रकार की कठिनाई होने पर मंदिर समिति के नित्योपचार कार्यालय से पंजीयन हेतु प्रतिदिन सहायता एवं आवश्यक मार्गदर्शन दिया जायेगा. इसके बारे में अधिक जानकारी, नियम और शर्तें मंदिर समिति की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध हैं. साथ ही अधिक जानकारी के लिए श्रद्धालु मंदिर समिति की ओर से मंदिर समिति के दूरभाष नंबर 02186-299299 पर संपर्क करने का आह्वान किया गया है.. ग्रीष्म ऋतु की बढती गर्मी से श्रीविठुराया को शीतलता प्रदान करने के लिए चैत्र पाडवा से लेकर वर्षा ऋतु प्रारंभ होने तक हर दोपहर मृग नक्षत्र में चंदन उटी पूजा की परंपरा है. तदनुसार, इस वर्ष की पूजा गुढी पाडवा से शुरु हो रही है.
* ऐसी है पूजा की दरें
श्री विट्ठल और श्री रुक्मिणी माता की नियमित पूजा के लिए विट्ठल की पूजा 25 हजार और रुक्मिणी की पूजा 1 हजार रुपए तथा पद्य पूजा के लिए 5 हजार व तुलसी पूजा के 2100 रुपए त

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