ईवीएम पर ‘पंजा’ और ‘कमल’ पहली बार दिखेगा
अमरावती संसदीय क्षेत्र में अनेक साल बाद हुआ बदलाव
अमरावती/दि. 6– अमरावती संसदीय क्षेत्र में पहली बार चुनाव के बैलेट पर (ईवीएम) ‘पंजा’ और ‘कमल’ दोनों चिन्ह दिखनेवाले है. अमरावती लोकसभा के इतिहास में पहली बार भारतीय जनता पार्टी का कमल चिन्ह लेकर सांसद नवनीत राणा मैदान में है. जबकि 30 साल की लंबी प्रतीक्षा के बाद स्थानीय कांग्रेस को भी विधायक बलवंत वानखडे के रुप में पंजा मिला है. इन दोनों चिन्हों के साथ अन्य चिन्ह भी बैलेट पर दिखाई देनेवाले है. इसमें से किस चिन्ह के सामने बटन दबाना यह 26 अप्रैल को मतदाता तय करनेवाले है.
देश की प्रमुख राष्ट्रीय पार्टी रहने के बावजूद भाजपा ने अमरावती लोकसभा का चुनाव इसके पूर्व कमल चिन्ह पर कभी नहीं लडा था. सहयोगी दल को ही यह संसदीय क्षेत्र भाजपा देता रहा. लेकिन इस बार अमरावती लोकसभा में पहली बार भाजपा ने उम्मीदवारी दी है. वहीं दूसरी तरफ पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल का सांसद का कार्यकाल 1996 में समाप्त होने के बाद आज तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को भी यह निर्वाचन क्षेत्र लडते नहीं आ सका. इस बार जिला कांग्रेस कमिटी यह अमरावती संसदीय क्षेत्र में पंजा चिन्ह पर चुनाव लडवाने में सफल हुई है.
पहली बार नहीं दिखेगा धनुष्यबाण
पिछले अनेक चुनाव से लेकर 2019 के लोकसभा चुनाव तक अमरावती लोकसभा चुनाव में शिवसेना का धनुष्यबाण चिन्ह ही बैलेट (ईवीएम) पर कायम दिखता रहा. लेकिन इस बार पहली बार धनुष्यबाण चिन्ह ईवीएम पर नहीं दिखाई देगा. शिवसेना का धनुष्यबाण चिन्ह शिंदे गुट के पास है. शिंदे गुट भाजपा महागठबंधन के साथ है. इस कारण अब ईवीएम पर धनुष्यबाण की बजाए कमल दिखाई देनेवाला है.