तेज रफ्तार बाइक पर सेल्फी निकालना पडा भारी
एक की मौके पर मौत, दूसरा गंभीर घायल
बीड/दि.6 – विगत कुछ दिनों से लोगबाग सेल्फी और रील निकालने के चक्कर में काफी उटपटांग हरकतें करने लगे है. साथ ही सेल्फी निकालने के चक्कर में हुए हादसों की वजह से कई लोगों की जान भी जा चुकी है. ऐसी ही एक घटना धुले सोलापुर महामार्ग पर घटित हुई. जब तेज रफ्तार दुपहिया पर सेल्फी निकालने का प्रयास कर रहे दो युवक सडक हादसे का शिकार हो गये. जिसमें से एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं दूसरा युवक गंभीर रुप से घायल हुआ.
इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हुआ है. जिसमें दिखाई दे रहा है कि, दुपहिया पर पीछे बैठा युवक सेल्फी कैमरे के जरिए रील बना रहा है. तेज रफ्तार बाइक पर बैठा यह युवक पीछे मुडकर कैमरे की ओर अपनी दो उंगलियों से विक्ट्री का साइन दिखा रहा था और तभी बाइक चला रहा युवक भी सामने देखने की बजाय पीछे मुडकर रील तैयार करने हेतु फोन में देखने का प्रयास कर रहा था. तभी बाइक चला रहे युवक का संतुलन बिगडा गया और तेज रफ्तार बाइक असंतुलित होकर फिसल गई. जिसकी वजह से हुए हादसे में एक युवक की मौत हो गई. वहीं दूसरा युवक गंभीर रुप से घायल हुआ.
* सुलीभंजन से भी सामने आया था वीडियो, युवती की हुई थी मौत
विशेष उल्लेखनीय है कि, कुछ दिन पहले ही खुलताबाद के सुलीभंजन स्थित दत्तधाम मंदिर परिसर में मोबाइल पर रील बनाने के चक्कर में एक युवती अपनी कार सहित गहरी खाई में जा गिरी थी और उक्त युवती की मौत हो गई थी. उस युवती को पता था कि, पीछे गहरी खाई है. इसके बावजूद वह कार को रिवर गियर में डालकर अपनी रील बनवा रही थी. जबकि उस युवती के पास वाहन चलाने का कोई अनुभव नहीं था. ऐसे में उसने एक्सीलेटर को जोर से दबा दिया. जिसके चलते कार बडी तेजी के साथ पीछे की ओर गई और पहाड से लुढककर गहरी खाई में जा गिरी. जिससे उस युवती की मौत हो गई.
* पुणे से खतरनाक स्टंट का वीडियो आया सामने
रील्स बनाने के पागलपन के चलते युवाओं द्वारा स्टंटबाजी करते हुए अक्सर ही अपनी जान को खतरे में डाला जाता है, ऐसे ही एक वीडियो पुणे से सामने आया था. जिसमें एक उंची इमारत पर खडे युवक ने एक युवती का हाथ पकडा हुआ था और वह युवती बिना किसी आधार के हवा में लटकी हुई थी. रील तैयार करने हेतु ताकत और पकड की जांच किये जाने की बात इस वीडियो में लिखी गई थी. यह वीडियो पुणे के स्वामिनारायण मंदिर के पास स्थित एक उंची इमारत की सबसे उपरी मंजिल पर खडे रहकर बनाया गया था.