पुणे/दि.12- इस वर्ष की गन्ने की गलाई का सत्र समाप्त होने पर है. पिछले वर्ष के गलाई सत्र का तुलनात्मक अभ्यास किया तो इस बार शक्कर का उत्पादन कम हुआ दिखाई दे रहा है. चालू सत्र में महाराष्ट्र राज्य में अब तक 1019.30 लाख मैट्रिक टन गन्ने की गलाई हुई है. 1048. 82 लाख क्विंटल शक्कर का उत्पादन हुआ है. राज्यभर के 204 शक्कर कारखानों की गलाई बंद हुई है. सोलापुर, जालना, उस्मानाबाद, बीड और सातारा ऐसे 6 शक्कर कारखानें गलाई फिलहाल शुरु रहने की जानकारी शक्कर आयुक्तालय ने मंगलवार को दी है.
शक्कर आयुक्तालय के सहसंचालक पांडुरंग शेलके ने कहा कि बेमौसम बारिश, अतिवृष्टि, कुछ स्थानों पर कम बारिश तो कुछ स्थानों पर कम समय में अधिक बारिश आदि के कारण इस बार उत्पादकता का प्रमाण कम हुआ है. पिछले वर्ष राज्य में सहकारी और निजी क्षेत्र के 199 कारखानें कार्यरत थे. लेकिन इस बार यह प्रमाण 210 सहकारी व निजी शक्कर कारखानों तक पहुंचा है. इस बार गलाई क्षमता बढ़ी रही तो भी उत्पादकता कम दिखाई देती है. शक्कर कारखानों की दैनिक गलाई क्षमता 884950 मैट्रिक टन रही है. यही प्रमाण पिछले वर्ष 828650 मैट्रिक टन तक मर्यादित था. इस वर्ष गन्ने की पैदावारी कम होने से राज्य में शक्कर का उत्पादन कम हुआ है. साथ ही यह भी कहा जा सकता है कि गलाई क्षमता बढ़ने से बारामाह की गन्ना कटाई न होते जल्द इस फसल की कटाई किए जाने से शक्कर उत्पादन पर इसका असर हुआ है. यह उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में 9.98 प्रतिशत तक कम हुआ है.