विनायक मेटे के छोटे भाई रामहरी मेटे ने शिवसंग्राम छोडी
बीड /दि. 18– शिवसंग्राम के नेता तथा पूर्व विधायक स्व. विनायक मेटे के छोटे भाई रामहरी मेटे ने शिवसंग्राम छोडकर स्वतंत्र संगठना शुरु की है. जय शिवसंग्राम नामक संगठना के माध्यम से काम कर मेटे साहेब के विचार आम लोगों तक पहुंचाने की बात रामहरी मेटे ने कहीं है. उनके पास इसके पूर्व युवा जिलाध्यक्ष पद था. लेकिन मेटे के निधन के बाद उन्होंने यह पद छोडा था.
शिवसंग्राम के अंतर्गत कलह के कारण उन्होंने अलग होने का निर्णय लिया रहने की बात कहीं जा रही है. रामहरी मेटे का शिवसंग्राम को छोडना बडा झटका माना जा रहा है. विनायक मेटे यह विधान परिषद सदस्य थे. उन्होंने शिवसंग्राम के माध्यम से आम नागरिकों के लिए आवाज उठाकर अनेक प्रश्न हल किए. मराठा आरक्षण, किसानों के प्रश्न पर वे सामने रहते थे. दुर्भाग्यवश 14 अगस्त 2022 को मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे पर दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई. उनकी मृत्यु के बाद संगठना की सभी जिम्मेदारी उनकी पत्नी डॉ. ज्योति मेटे के कंधो पर आ गई. इसी तरही विनायक मेटे के निधन के बाद युवा जिलाध्यक्ष तथा मेटे के छोटे भाई रामहरी मेटे ने पद छोड दिया.