मुंबई /दि.26– राज्य के लोकसभा चुनाव के पहले चरण दौरान मतदान का प्रतिशत काफी कम रहने के चलते राज्य निर्वाचन आयोग ने चिंता जताई है. साथ ही गर्मी के इस मौसम दौरान दोपहर के समय तेज धूप रहने की वजह से मतदाताओं के दोपहर में मतदान करने हेतु बाहर नहीं निकलने की बात को ध्यान में रखते हुए लोकसभा चुनाव के अगले सभी चरणों में मतदान का प्रतिशत बढाने के लिए किये जाने वाले उपायों पर विचार विमर्श किया जा रहा है. जिसके तहत मतदान का समय बढाने को लेकर प्रस्ताव विचाराधीन है.
केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव के पहले चरण के दौरान देशभर में हुए बेहद कम मतदान को गंभीरतापूर्वक लेते हुए भारतीय मौसम विभाग के साथ एक बैठक की है और इस संदर्भ में विचार विमर्श कराने हेतु एक समिति स्थापित की गई है. बता दें कि, देशभर के 19 राज्यों के 102 संसदीय क्षेत्रों में विगत 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत मतदान हुआ. जिसका प्रमाण एवं प्रतिशत बेहद कम रहा. मतदान का प्रतिशत घटने की वजहों को खोजते समय पता चला कि, देश के प्रत्येक राज्य में इस समय भीषण ग्रष्मलहर चल रही है. जिसके चलते दोपहर होते ही लोगबाग अपने घरों से बाहर निकलना बंद कर देते है. ऐसे में केंद्रीय निर्वाचन आयोग द्वारा तत्काल ही भारतीय मौसम विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा करने हेतु एक समिति स्थापित की गई है. जिसके द्वारा आगामी समय के दौरान संभावित मौसम का अनुमान लगाते हुए मतदान का प्रतिशत बढाने हेतु किये जाने वाले उपायों पर विचार विमर्श किया जा रहा है. जिसके तहत यह संभावना भी बनती दिखाई दे रही है कि, दोपहर के वक्त मतदान की रफ्तार सुस्त रहने की बात को ध्यान में रखते हुए सुबह और शाम के वक्त मतदान का समय बढाया जाये.
बता दें कि, लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत महाराष्ट्र के 5 संसदीय क्षेत्रों में मतदान कराया गया. परंतु चंद्रपुर निर्वाचन क्षेत्र को छोडकर अन्य चारों निर्वाचन क्षेत्र में करीब एक फीसद से मतदान का प्रतिशत घट गया. ऐसे में पहले चरण के तहत अपेक्षा से कम मतदान होने की बात को ध्यान में रखते हुए निर्वाचन आयोग द्वारा केंद्रीय एवं राज्यस्तर पर विचार विमर्श करना शुरु किया गया.