जुनीबस्ती बडनेरा में घटित अतुल पुरी हत्याकांड में सामने आई नई जानकारी
साले ने ही जीजा के मर्डर की दी थी सुपारी

* आरोपी साले सहित तीन गिरफ्तार, एक की तलाश जारी
* 5 लाख में तय हुआ था, हत्यारों को दिए जाने थे 2 लाख
* मामले में अब तक धरे गए आरोपियों की संख्या हुई 8
अमरावती/दि. 27- बडनेरा शहर में चार दिन पूर्व घटित अतुल पुरी हत्याकांड की जांच में पुलिस को सनसनीखेज जानकारी मिली है. इस जानकारी के आधार पर मृतक अतुल पुरी के साले राहुल पुरी समेत दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों की संख्या अब आठ हो गई है. पता चला है कि, राहुल पुरी ने ही अपने जीजा अतुल पुरी को मौत के घाट उतारने के लिए अक्षय शिंपी को 5 लाख रुपए दिए थे. पश्चात गौरव ने अक्षय शिंपी के माध्यम से हत्यारों को 2 लाख रुपए देना तय किया था. क्राईम ब्रांच के दल ने राहुल पुरी के साथ प्रशांत वर्हाडे और गौरव कांबे को गिरफ्तार कर लिया. वहीं अभी भी इस प्रकरण में अक्षय शिंपी फरार बताया जाता है. जिसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है.
बता दें कि, अतुल पुरी यह बुलढाणा जिले के नांदूरा शहर में श्री शिवाजी शिक्षण संस्था द्बारा संचालित श्री पुंडलिक महाराज महाविद्यालय में वरिष्ठ लिपीक के रूप में कार्यरत था. परिवार के साथ वह दस्तुर नगर के निकट अमर कॉलोनी में रहता था. शुक्रवार 22 अगस्त की सुबह हमेशा की तरह अतुल पुरी ड्यूटी पर जाने के लिए दुपहिया से बडनेरा रेलवे स्टेशन की तरफ रवाना हुआ था. इस दौरान हमलावरों ने उसे बीच रास्ते में रोककर उस पर चाकू से सपासप वार किए और उसकी हत्या कर दी. इस घटना में क्राईम ब्रांच के दल ने दूसरे ही दिन साहील उर्फ गोलू हरी मोहोड और अक्षय विजय लांडे नामक युवकों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की. साथ ही उन्हें सहायता करने वाले तीन नाबालिगों को कब्जे में लिया और उनसे कडी पूछताछ की. पुलिस को इस प्रकरण में और भी आरोपी होने का अंदेशा था. इस कारण पुलिस ने यवतमाल जिले के माणिकवाडा धनज निवासी मृतक अतुल पुरी के साले राहुल भगवंत पुरी को कब्जे में लेकर पूछताछ की, तब उसने कहा कि उसका जीजा अतुल पुरी बहन को पिछले कुछ साल से शारीरिक व मानसिक अत्याचार कर रहा था. इस कारण राहुल पुरी ने अपने जीजा को सबक सिखाने का निर्णय लिया था. इसके लिए उसने अपने दोस्त प्रशांत वर्हाडे को यह बात बताकर उसकी सहायता से उसी के परिचित आरोपी अक्षय शिंपी को हत्या की सुपारी दी. जिसके लिए अक्षय शिंपी और उसके दोस्त गौरव कांबे ने राहुल पुरी व प्रशांत वर्हाडे से 5 लाख रूपए लिए व आरोपी साहील मोहोड, सक्षम लांडे और एक नाबालिग युवक को 2 लाख रुपए देकर अतुल पुरी का काम तमाम करने कहा. यह पता चलते ही क्राईम ब्रांच के दल ने राहुल पुरी, प्रशांत वर्हाडे और गौरव गजानन कांबे को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों की संख्या 8 हो गई है. लेकिन अभी भी अक्षय शिंपी फरार है. पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है.
यह कार्रवाई शहर पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया, पुलिस उपायुक्त गणेश शिंदे, श्याम घुगे व रमेश धुमाल, सहायक पुलिस आयुक्त शिवाजी बचाटे के मार्गदर्शन तथा अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक संदीप चव्हाण के नेतृत्व में एपीआई अमोल कडू, मनीष वाकोडे, महेश इंगोले व अनिकेत कासार सहित पुलिस कर्मी सुनील लासूरकर, दीपक सुंदरकर, गजानन ढेवले, फिरोज खान, सतीश देशमुख, आस्तीक देशमुख, मनोज ठोसर, जहरी शेख, सचिन बहाले, संग्राम भोजने, मंगेश शिंदे, अतुल संभे, नईम बेग, विकास गुडधे, नाझीमोद्दीन, विशाल वाकपांजर, राहुल ढेंगेकर, राजीक रायलीवाले, रंजीत गावंडे, सूरज चव्हाण, नीलेश वंजारी, संदीप खंडारे, राहुल दुधे, चेतन शर्मा, अलीमोद्दीन खतीब के पथक द्वारा की गई.





