दिवाली पर दिखा नया रुझान
शहर में कई गणमान्य मैदान में उतरने आतुर

* वकील, प्राध्यापक, प्रोफेशनल्स और समाजसेवी
* महापालिका चुनाव 2025-26
अमरावती /दि.22- महापालिका चुनाव वर्षांत या नववर्ष के प्रारंभ में होने की प्रबल संभावना के बीच दिवाली पर अंबानगरी में 1992 के बाद पहली बार पढे-लिखे और प्रोफेशनल्स में चुनाव को लेकर उत्साह का रुझान दिखाई दिया. सूत्रों ने अमरावती मंडल से चर्चा करते हुए दावा किया कि, शहर के कई बडे नाम मैदान में उतरने के लिए उत्सुक है. उन्होंने अपने-अपने विचारधारा के दलों से इस बारे में बातचीत कर ली है, संकेत दिए हैं. जिससे महापालिका का रण इस बार दिलचस्प होने की संभावना अभी से बताई जा रही है.
* वकील, डॉक्टर्स में होड
शहर के महापालिका चुनाव को लेकर बीच के वर्षों में रुझान कम हो गया था. अब लगता है कि, मनपा पदाधिकारी बनने का क्रेझ लौट आया है. पदाधिकारी की चमचमाती कार, कुर्सी, मानसम्मान को लेकर डॉक्टर्स, वकील और अन्य क्षेत्र के प्रोफेशनल्स, प्राध्यापक भी चुनाव लडने की चाह पाले हुए हैं. उन्होंने अपने अत्यंत करीबियों को इस बात के संकेत दिए हैं. कई वकील और प्रोफेशनल्स मिड एज के हैं. उन्होंने अपने प्रोफेशन के प्रति समर्पण और लगाव से नाम कमाया है. दाम कमाए हैं. अब उनकी चाह महापालिका के पद को लेकर बताई जा रही है.
* हो गई तैयारी, पार्टी को सूचना
शहर के प्रसिद्ध क्रिमिनल लॉयर से लेकर प्राध्यापक, समाजसेवी होड में रहने की जानकारी देते हुए सूत्रों ने अमरावती मंडल को बताया कि, इन सभी ने अपने-अपने दलों को संकेत दे दिए हैं. खास कर महापौर पद के आरक्षण की घोषणा पश्चात इनकी संख्या में बढोत्तरी होने की भी संभावना देखी जा रही है. जानकारों ने स्पष्ट कहा कि, डॉ. अलीम पटेल की पार्टी से भी चुनाव लडने वाले वकीलों, प्राध्यापकों की संख्या काफी है. समय पर अपनी पत्नी को भी चुनावी रण में उतारा जा सकता है. ऐसे ही रवि राणा की वायएसपी के भी अच्छे चांसेस बताए जाने से कुछ इंजीनियर्स, वकील, प्राध्यापक चुनाव लडने की गंभीरता से सोच रहे हैं. रवि राणा के दल ने स्पष्ट कर दिया है कि, वह बीजेपी के साथ तालमेल रखकर महापालिका चुनाव लडने वाले हैं. ऐसे में प्रमुख दलों से टिकट कटने की संभावना देखते हुए राणा और अलीम पटेल के दल सहित सारे ऑपशन्स इच्छुकों ने ओपन रखे हैं. यहां याद दिला दें कि, महापालिका की चुनाव प्रक्रिया प्रभाग की सीमा तय होने के साथ एक बडी प्रक्रिया पूर्ण हो गई है. अब अगले माह के आरंभ में वोटर लिस्ट भी फाइनल होनेवाली है.
* कैसे मिले संकेत
चुनाव लडने के इच्छुकों के संकेत गणेशोत्सव और नवरात्रौत्सव से मिलने लगे थे. दिवाली पर यह संकेत लगभग कनफर्म हो चले हैं. इसके कारण इस बार चुनावों में कडा मुकाबला भी देखने मिल सकता है. सभी दल बेहतरीन, सशक्त, तगडा जनसंपर्क रखनेवाले लोगों की तलाश में हैं. उन्हें उपरोक्त इच्छुकों ने बेहतर विकल्प बता दिए हैं. प्रत्येक प्रभाग में चार स्थान होने से आरक्षण पक्के होने पर महिलाओं को भी समय पर चुनाव की कमान सौंपे जाने की तैयारी अमूमन सभी ने कर ली है. दिवाली होते ही अब इच्छुक पुन: काम से लग गए हैं. ‘अमरावती मंडल’ की पूर्ववती रिपोर्ट में बता दिया गया था कि, देवदर्शन के टूर आयोजित कर वोटर्स को लुभाने का प्रयास शुरु हो गया है.





