अब अपने मोबाइल से वाहनों का फोटो नहीं निकाल सकेंगे ट्रैफिक पुलिस कर्मी
अन्यथा होगी अनुशासन भंग की कार्रवाई

अमरावती /दि.18 – यातायात नियमों का उल्लंघन करनेवाले वाहन चालकों एवं उनके वाहनों के फोटो अपने निजी मोबाइल से निकालना अब यातायात पुलिस कर्मियों पर भारी पड सकता है. क्योंकि अपने निजी मोबाइल से वाहनों के फोटो निकालनेवाले यातायात पुलिस कर्मियों पर अनुशासन भंग की कार्रवाई की जाएगी. राज्य के अपर पुलिस महासंचालक प्रवीण सालुंके ने एक परिपत्रक जारी करते हुए इस बारे में आवश्यक निर्देश दिए है.
उल्लेखनीय है कि, यातायात नियमों का उल्लंघन करनेवाले वाहन चालकों पर कार्रवाई करने हेतु यातायात पुलिस हमेशा ही तत्पर रहती है. यातायात पुलिस कर्मियों को ई-चालान मशीन दिए जाने के बावजूद भी व ेधडल्ले के साथ अपने निजी मोबाइल के जरिए यातायात नियमों का उल्लंघन करनेवाले वाहनों एवं वाहन चालकों के फोटो निकालते है. इसके बाद वाहन चालकों को उनके घर पर दंड का चालान भेजा जाता है और कई बार तो वाहन चालकों को यह पता ही नहीं चलता कि, उनके खिलाफ कौनसा नियम तोडने के चलते कार्रवाई हुई है. परंतु अब यातायात नियमों का उल्लंघन करनेवाले वाहनों पर कार्रवाई करते समय उन वाहनों का अपने निजी मोबाइल के जरिए फोटो निकालना यातायात पुलिस पर भारी पडेगा. क्योंकि इसे लेकर यातायात विभाग द्वारा नई नियमावली जारी की गई है. इस संदर्भ में यातायात विभाग के अतिरिक्त पुलिस महासंचालक प्रवीण सालुंके ने परिपत्रक जारी कर एक आदेश जारी किया है. जिसके चलते वाहन चालकों पर कार्रवाई करते समय यातायात पुलिस कर्मियों को ई-चालान मशीन का ही प्रयोग करना होगा.
उल्लेखनीय है कि, यातायात नियमों का उल्लंघन करनेवाले वाहन चालकों को ई-चालान के जरिए दंड लगाया जाता है. परंतु ऐसे समय यातायात पुलिस कर्मियों द्वारा नियमों का उल्लंघन करनेवाले वाहनों का क्रमांक अपने मोबाइल में फोटो के तौर पर दर्ज करते है और फिर उनके घर पर चालान भेज देते है. लेकिन अब ऐसा करना यातायात पुलिस कर्मियों पर भारी पडेगा. कई बार यातायात पुलिस कर्मी ट्रैफिक सिग्नल व मोड वाले रास्तों पर लगभग छिपकर खडे रहते है और अचानक ही सडक पर आकर वाहन चालकों को रुकवाते है. चूंकि कई बार वाहन चालकों को नियमों के बारे में जानकारी नहीं होती, ऐसे में यातायात पुलिस कर्मियों द्वारा वाहन चालकों को नियम व कानूनो का धाक दिखाकर दंड राशि की रसीद फाड देते है. हालांकि यदि गलत तरीके से चालान फाडा गया है, तो उसे अलग-अलग स्तरों पर रद्द भी किया जा सकता है. इसके अलावा कई बार यातायात पुलिस कर्मियों द्वारा वाहन चालकों पर दंडात्मक कार्रवाई करते समय अपने निजी मोबाइल के जरिए वाहन का फोटो निकाला जाता है. जिसे कुछ समय बाद ई-चालान मशीन में अपलोड किया जाता है. साथ ही वाहन का पूरा फोटो डालने की बजाए केवल नंबर प्लेट का फोटो ही डाला जाता है. जिसकी वजह से वाहन कौनसा है, यह पहचानना भी कठिन हो जाता है. ऐसे में अब ई-चालान मशीन में वाहन का पूरा फोटो दर्ज करना भी अनिवार्य रहेगा.





