नगरपालिका, नगर पंचायतों के
60 हजार निकाय कर्मचारी वेतन बिना

* जुलाई से बकाया
* गौरी गणपति त्यौहार भी वेतन बगैर
अमरावती/ दि. 8- प्रदेश की नगरपालिका और नगर पंचायतों के 60 हजार से अधिक कर्मचारी गत जुलाई माह से पगार नहीं होने के कारण आर्थिक संकट में फंस गये है. गौरी गणपति पर भी यह कर्मचारी वेतन नहीं पा सके. जबकि प्रदेश के अन्य सरकारी कर्मियों को गणपति स्थापना से एक दिन पहले ही वेतन दे दिया गया. पालिका और पंचायत कर्मियों को यह लाभ नहीं मिल पाया. सूत्रों ने दावा किया कि जुलाई माह का वेतन अभी तक बकाया है.
* कई बार चार माह लगे
पालिका और नगर पंचायत कर्मचारियों को वेतन के वास्ते सरकार सहायक अनुदान देती है. वित्त विभाग द्बारा अनुदान वितरण में टालमटोल किए जाने से कई बार 4-5 माह का वेतन बाकी रह जाता है. इन्ही कारणों से प्रदेश के 60 हजार कर्मचारियों के सामने आर्थिक समस्या हो गई है. उनके बैंक और बीमा के हफ्ते प्रलंबित होने से सिबिल खराब होती है.
* समन्वय समिति आक्रमक
पालिका और नगर पंचायतों के कर्मचारियों की समस्या हल करने स्थापित समन्वय समिति आक्रमक हो गई है. समिति ने कल मंगलवार 9 सितंबर को मुंबई आजाद मैदान से मंत्रालय मोर्चा निकालने की घोषणा कर दी है. सीएम और डीसीएम को निवेदन दिए जाने की जानकारी समिति प्रमुख विश्वनाथ घुगे ने दी.
* यह है मांगे
समिति ने सफाई ठेका पध्दति बंद करने, प्रत्येक सफाई कर्मचारी को घर देने, पालिका स्थापना कर्मचारियों की जिलाधीश से वेतन पडताल करने, स्वच्छता निरीक्षक वेतन श्रेणी 4200 रूपए करने, पालिका कर्मचारी को संवर्ग समावेश का अवसर देने. 2005 के बाद के कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति वेतन नीति तय होेने तक पुरानी पेंशन लागू करने की मांगे उठाई है.





