राजापेठ उडानपुल पर लगेगा ऑनलाइन स्पीड सेसिंग राडार
कैमरा लग चुका, 15 दिन में काम होगा पूरा, स्पीड लिमीट का बोर्ड भी लगेगा

अमरावती /दि.18 – शहर में राजापेठ से इर्विन की ओर आनेवाले उडानपुल पर ऑनलाइन स्पीड सेसिंग राडार लगाया जा रहा है. इस पायलट प्रोजेक्ट पर अमल करने की शुरुआत भी हो गई है. जिसके तहत श्याम चौक से होकर गुजरनेवाले उडानपुल पर कल 17 सितंबर को ही दो कैमरे व स्क्रिन लगाए गए है. साथ ही पता चला है कि, उडानपुल पर गैर अनुशासित व अनियंत्रित यातायात पर ध्यान रखने हेतु सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग, महावितरण व मनपा की एनओसी के बाद आगामी 15 दिनों में ऑनलाइन स्पीड सेसिंग राडार को कार्यान्वित कर दिया जाएगा, जिसके जरिए वेग मर्यादा का उल्लंघन करनेवाले वाहनों के चित्र कैप्चर कर संकलित डेटा के आधार पर संबंधित वाहन चालकों को ऑटोमैटिक ई-चालान भेजे जाएंगे.
उल्लेखनीय है कि, अमरावती शहर के बीचोबीच स्थित रेलवे उडानपुल को सभी तरह के छोटे-बडे वाहनों सहित पैदल राहगिरों के लिए भी बंद कर दिए जाने के चलते शहर में स्थित अन्य दो उडानपुलों से वाहनों की आवाजाही काफी अधिक बढ गई है और उडानपुलों पर कई वाहन चालक तेज रफ्तार के साथ अपने वाहन चलाते है. जिसके चलते सडक हादसे घटित होने की संभावना भी बनी रहती है, इस बात को ध्यान में रखते हुए शहर पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया ने उडानपुल पर ऑनलाइन स्पीड सेसिंग राडार लगाने हेतु पहल की है. ताकि उडानपुलों पर वाहनों की सुरक्षित आवाजाही को सुनिश्चित किया जा सके.
* 20 किमी प्रति घंटा की अधिकतम मर्यादा
ऑनलाइन स्पीड सेसिंग राडार के साथ एक डिजिटल स्क्रिन जुडी होती है, जो वाहन चालक को उसी समय उसकी रफ्तार बताती है. यदि वाहन की गति निर्धारित मर्यादा से अधिक है, तो नाईट वीजन कैमरा रहनेवाला राडार अपने-आप ही अधिक गति से दौडनेवाले वाहन की फोटो क्लिक करता है और उसे यातायात पुलिस कार्यालय में भेज देता है. जिसके जरिए गति मर्यादा का उल्लंघन करनेवाले वाहन चालक के मोबाइल पर ई-चालान भेज दिया जाता है. उडानपुल पर ऑनलाइन स्पीड सेसिंग राडार को कार्यान्वित करने के साथ ही उडानपुल पर गति की अधिकतम मर्यादा 20 किमी प्रति घंटा रहने से संबंधित बोर्ड भी लगाए गए है.
* ऐसे काम करेगा राडार
गति नियंत्रण हेतु प्रयोग में लाए जानेवाले राडार प्रणाली में रेडिओ तरंगों के जरिए वाहनों की गति को सटीक आका जाता है. राडार की तकनीक एक वस्तु से टकराकर वापिस लौटनेवाली तरंगों में बदलाव को गिनने के साथ ही डॉपलर इफेक्ट के तत्व पर वस्तु का वेग निश्चित करती है. यातायात पुलिस द्वारा इस उपकरण को वाहनों की गति को गिनने व यातायात नियंत्रण के लिए प्रयोग में लाया जाता है.
* इर्विन से राजापेठ की ओर जानेवाली उडानपुल पर श्याम चौक वाले हिस्से में ऑनलाइन स्पीड सेसिंग राडार प्रणाली स्थापित की जा रही है. संबंधित महकमों की एनओसी के बाद इसे तुरंत कार्यान्वित कर दिया जाएगा. फिलहाल यातायात विभाग को दो कैमरेे प्राप्त हुए है.
– संजय खताले
सहायक पुलिस आयुक्त.





