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तेल्हारा के तीर्थयात्रियों के साथ बद्रीनाथ में हादसा

होटल के बाहर बैठी महिलाओं को टैंकर ने कुचला

* श्रीकोट गंगानाली में हुई भीषण घटना
* दो महिलाओं की मौत, तीन घायल
अमरावती/देहरादून/दि.14 – समिपस्थ अकोला जिले के तेल्हारा शहर से वास्ता रखने वाले लोगों का दल चारधाम के तीर्थयात्रा हेतु केदारनाथ व बद्रीनाथ गया हुआ था. करीब 130 तीर्थयात्रियों का यह जत्था गत रोज उत्तराखंड के श्रीकोट गंगानाली स्थित एक होटल में रुका हुआ था. जहां पर मंगलवार की रात जत्थे में शामिल महिलाएं भोजन के उपरान्त होटल के बाहर बैठकर बातें कर रही थी, तभी सडक से गुजर रहे तेज रफ्तार टैंकर ने अनियंत्रित होकर महिला यात्रियों को जोरदार टक्कर मार दी. इस हादसे में दो महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं तीन महिलाएं गंभीर रुप से घायल हुई है. जिन्हें श्रीकोट के बेस अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती कराया गया है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक तेल्हारा शहर सहित आसपास के जिलों से वास्ता रखने वाले माहेश्वरी समाज के कुछ परिवार विगत 1 अगस्त को ट्रेन के जरिए चारधाम की यात्रा पर रवाना हुए थे. इस तीर्थयात्रा का आयोजन मन्नुसेठ चांडक व गोवर्धन तिवर ने किया था. तीर्थयात्रियों के इस जत्थे में करीब 130 यात्रियों का समावेश था. इस यात्रा हेतु प्रत्येक व्यक्ति ने ट्रेन से आने जाने तथा चारधाम यात्रा के दौरान रहने व भोजन हेतु 45 हजार रुपए का शुल्क अदा किया था. विगत 1 अगस्त को भुसावल से खंडवा, भोपाल व इटारसी होते हुए तीर्थयात्रियों का जत्था हरिद्वार, यमुनोत्री व गंगोत्री तीर्थस्थल पहुंचा. जिसके उपरान्त सभी लोग 10 अगस्त को केदारनाथ पहुंचे थे. उस वक्त मौसम काफी हद तक खराब रहने के चलते 130 में से कुछ तीर्थयात्रियों ने हेलीकाफ्टर के जरिए केदारनाथ की यात्रा पूरी की थी और इसके बाद वहां से रवाना होकर 12 अगस्त को सभी 130 तीर्थयात्रियों का यह जत्था बद्रीनाथ के दर्शन कर चीन बॉर्डर देखने के बाद कल सुबह 13 अगस्त को श्रीनगर गडवाल पहुंचा था. जिसके बाद श्रीकोट गंगानाली स्थित एक होटल में सभी तीर्थयात्री रात्रि विश्राम हेतु रुके थे और रात के भोजन उपरान्त जत्थे में शामिल महिलाएं होटल के सामने फूटपाट के किनारे बनी कुर्सियों पर बैठकर बातचीत कर रही थी. ठीक उसी वक्त श्रीनगर गडवाल से श्रीकोट की ओर जा रहे पानी के टैंकर ने अनियंत्रित होकर पहले तो सडक किनारे बैठे गाय के बछडे को टक्कर मारी और उसके बाद फुटपाथ के किनारे कुर्सियों पर बैठी महिलाओं को कुचलता हुए यह टैंकर आगे बढ गया. हादसे के वक्त टैंकर की रफ्तार इतनी अधिक थी कि, महिलाओं को कुचलने के बाद यह टैंकर दीवार तोडकर आगे निकल गया. साथ ही दो महिलाएं इस टैंकर के नीचे दब गई. वहीं अन्य महिलाएं गंभीर रुप से घायल हो गई. इस हादसे में ललिता हरिश टावरी (50, गोपाल जीन, तेल्हारा, जि. अकोला) की मौके पर ही मौत हो गई थी. वहीं सरिता उर्फ गौरी नरेंद्र भैया (50, तेल्हारा, जि. अकोला) ने अस्पताल ले जाये जाते समय दम तोड दिया. इसके अलावा इस हादसे में तीन महिलाएं बुरी तरह से घायल हुई है. जिनमें सारिका राजेश राठी (46, येवदा, तह. दर्यापुर, जि. अमरावती), मधुबाला राजेंद्रकुमार चांडक (54, हिवरखेड, जि. अकोला) तथा संतोषी धनराज राठी (35, यवतमाल) का समावेश है. इन तीनों घायल महिलाओं का श्रीकोट के बेस अस्पताल में इलाज चल रहा है. बेस अस्पताल के एमएस डॉ. अजय विक्रम ने बताया कि, हिवरखेड निवासी मधुबाला चांडक का एक पांव बुरी तरह से फ्रैक्चर हुआ है. वहीं येवदा निवासी सारिका राठी की कमर में गंभीर चोटें आयी है. इसके अलावा यवतमाल निवासी संतोषी राठी का भी दाहिना पैर पूरी तरह से फ्रैक्चर हुआ है.

* दोनों मृतक महिलाओं का हरिद्वार में हुआ अंतिम संस्कार
इस संदर्भ में दैनिक अमरावती मंडल को मिली जानकारी के मुताबिक श्रीकोट के बेस अस्पताल में आज सुबह दोनों मृतक महिलाओं के शवों का पोस्टमार्टम करने के उपरान्त उनके शव परिजनों के हवाले कर दिये है. जिसके बाद दोनों शवों को हरिद्वार लाकर उनका अंतिम संस्कार किया गया. इस समय यह तय किया गया कि, दोनों मृतक महिलाओं के परिजन अब तीसरे की विधि पूरी होने तक हरिद्वार में ही रुकेंगे. वहीं शेष सभी तीर्थयात्री अपने आगे के गंतव्य के लिए निकलेंगे. जिसके तहत सभी तीर्थयात्री आज श्रीनगर गडवाल से ऋषिकेश होते हुए हरिद्वार पहुंचे और आज शाम 6 बजे हरिद्वार से निजामोद्दीन एक्सप्रेस के जरिए वापसी के सफर पर रवाना हुए.

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