पोस्टमार्टम से कैसे पता चलती है मृत्यु की वजह?
विगत वर्ष 1,166 शवों का हुआ था पोस्टमार्टम
* पीएम रिपोर्ट के आधार पर सामने आयी थी मौत की वजह
अमरावती /दि.12– किसी संदेहास्पद मौत की वजह को पता करने हेतु संबंधित शव का पोस्टमार्टम किया जाता है और पोस्टमार्ट रिपोर्ट के आधार पर मृत्यु की वजह उजागर करते हुए ऐसे मामलों की जांच और निपटारा किया जाता है. ऐसे ही मामलों को लेकर विगत एक वर्ष के दौरान जिला सामान्य अस्पताल में 1164 शवों का पोस्टमार्टम किया गया और उनकी मौत की वजहे उजागर की गई. इसके तहत 953 पुरुषों व 211 महिलाओं के शवों का पोस्टमार्टम विगत एक वर्ष के दौरान जिला शवागार में किया गया, ऐसी जानकारी अस्पताल प्रशासन द्वारा दी गई.
* कब लिया जाता है शव के पोस्टमार्टम का निर्णय?
यदि किसी व्यक्ति की जानलेवा हमले अथवा सडक हादसे सहित अन्य किसी वजह के चलते आकस्मिक मौत होती है, या किसी व्यक्ति की मौत संदेहास्पद स्थिति में होती है, तो ऐसे मामलों में उक्त व्यक्ति के शव का पोस्टमार्टम किया जाता है.
* किन बातों को लेकर की जाती है जांच?
पोस्टमार्टम के बाद वैद्यकीय अधिकारी द्वारा दी जाने वाली रिपोर्ट अपने आप में बेहद महत्वपूर्ण होती है. पोस्टमार्टम के तहत मृतक के शरीर के बाहरी हिस्से पर रहने वाले जख्म, घाव, निशान व चट्टे सहित अन्य बातों का अध्ययन करने हेतु शरीर का बाह्यनिरीक्षण किया जाता है. जिसके लिए शरीर की कुल स्थिति, त्वचा के रंग व त्वचा में आये खिंचाव के साथ ही रक्त के जमने की स्थिति का मूल्यांकन किया जाता है. जिसके बाद सिर के उपरी हिस्से से लेकर शरीर के नीचले हिस्से तक एक चीरा लगाया जाता है. साथ ही कंधे पर और दोनों हाथों के नीचे भी ‘वाय’ के आकार का चीरा लगाया जाता है. जिसके बाद शरीर के अंदरुनी अंंगों की जांच की जाती है और प्रत्येक अवयव में विकृति, रोग, आघात व विषबाधा के लक्षणों को देखा जाता है. साथ ही अगले विश्लेषण के लिए अवयव, उती व द्रव्य सहित अन्य पदार्थों के सैंपल संकलित किये जाते है. इसके अलावा विषविज्ञान विश्लेषण के लिए रक्त व मूत्र सहित अन्य संबंधित सैंपल संकलित किये जाते है.
* जिला शवागार में विगत वर्ष हुए 1164 पीएम
जिला सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूर्ण की जाती है. जहां पर विगत वर्ष जनवरी से दिसंबर माह के दौरान 1164 शवों का पोस्टमार्टम किया गया. संदेहास्पद मौतों के मामले में पुलिस जांच के लिहाज से पोस्टमार्टम रिपोर्ट बेहद महत्वपूर्ण व मददगार साबित होती है.
* शवागार मेें डॉक्टरों की सहायता हेतु 2 कर्मचारी
जिला सामान्य अस्पताल के शवागार में मानवीय शरीर के पोस्टमार्टम हेतु कार्यरत रहने वाले डॉक्टरों की सहायता के लिए 2 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कार्यरत है, जो डॉक्टरों द्वारा दिये गये निर्देशानुसार पोस्टमार्टम के तहत शरीर की आवश्यक जांच होने के बाद मृत शरीर को दोबारा सिलने का काम करते है. यहां पर विगत 5 वर्ष से कार्यरत रहने वाले अनिल पारिसे नामक कर्मचारी द्वारा अब तक हजारों शवों का पोस्टमार्टम किया जा चुका है.
* किसी व्यक्ति की संदेहास्पद मृत्यु की वजह को जानने के लिए शव विच्छेदन करना बेहद जरुरी एवं महत्वपूर्ण होता है. जिला सामान्य अस्पताल के शवागार में रोजाना 3 से 4 शवों का पोस्टमार्टम किया जाता है और विगत एक वर्ष के दौरान 1164 शवों का यहां पर पोस्टमार्टम किया गया है.
– डॉ. नरेंद्र सोलंके,
आरएमओ, जिला सामान्य अस्पताल
* महिनानिहाय पोस्टमार्टम
महिना पुरुष महिला
जनवरी 71 13
फरवरी 74 13
मार्च 71 19
अप्रैल 82 22
मई 82 24
जून 66 10
जुलाई 89 14
अगस्त 72 17
सितंबर 80 27
अक्तूबर 87 27
नवंबर 10 14
दिसंबर 76 11