* धक्कादायक वीडियो हुआ वायरल
अमरावती/दि.14 – विदर्भ का नंदनवन कहे जाते चिखलदरा स्थित महाभारतकालीन भीमकुंड प्वॉईंट के 1500 गहरे झरने के पास गुरुवार की शाम 3 पर्यटक जा पहुंचे. इससे संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ है. जिसे देखकर कई लोगों की जान धक से हो गई. वहीं यह बात भी सामने आयी कि, चिखलदरा पहुंचने वाले पर्यटकों द्बारा सुरक्षा नियमों की खुलेआम अनदेखी की जा रही है.
बता दें कि, बारिश के मौसम दौरान चिखलदरा में रोजाना ही हजारों पर्यटक पहुंचते है, जो यहां की हरि-भरी वादियों, उंचे-उंचे पहाडों और प्राकृतिक नजारों का आनंद लेने आते है. चिखलदरा में कई स्थानों पर प्राकृतिक नजारों का लूत्फ उठाने हेतु प्वॉईंट बनाए गए है. जहां पर सुरक्षा संबंधित इंतजाम करने के साथ-साथ पर्यटकों के लिए कई आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए है, ताकि पर्यटकों के साथ किसी भी तरह का कोई हादसा घटित न हो लेकिन इसके बावजूद भी कई बार पर्यटक सुरक्षा इंतजामों व दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करते हुए रोमांच के लिए तय सीमा से आगे बढकर अपनी जान का खतरा उठा लेते है. कुछ ऐसा ही मामला गुरुवार की शाम सामने आया. जब सैकडों फीट की उंचाई से गिरने वाले भीमकुंड झरने के मुहाने तीन लोग जा पहुंचे और वहां खडे रहकर उछल-कूद करने लगे. यह बात ध्यान में आते ही भीमकुंड के किनारे पर रहने वाले अन्य पर्यटकों ने उन तीनों लोगों को आवाज लगाकर रोकने का प्रयास किया. लेकिन वे तीनों ही लोग कुछ भी सुनने की स्थिति में नहीं थे. ऐसे में यह सवाल भी उठता है कि, पर्यटन स्थल के प्वॉईंटस पर विशिष्ट मर्यादा के पार प्रवेश प्रतिबंधित रहते समय वे उसे पार करते हुए खतरनाक साबित हो सकने वाले स्थान पर कैसे गए. साथ ही ऐसा जानलेवा प्रयास करने वाले लोगों को नियंत्रित करने हेतु पर्यटन नगरी में और किस तरह के इंतजाम किए जाए.
* भीमकुंड से संबंधित वीडियो हमने देखा है. जिसके बाद दो वन परिक्षेत्र अधिकारियों की गश्त शुरु करवाई गई है. साथ ही पुलिस को भी इस तरह की हरकत करने वाले पर्यटकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए है. पर्यटकों को भी चाहिए कि, वे नियमों का पालन करते हुए पर्यटन का आनंद लें. अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई करनी पड सकती है.
– यशवंत बहाडे,
विभागीय वन अधिकारी,
मेलघाट वन्यजीव विभाग (परतवाडा)
* कई लोगों की जा चुकी है जान
चिखलदरा पर्यटन स्थल पर स्थित भीमकुंड प्वॉईंट की खाई में छलांग लगाकर कई लोग आत्महत्या कर चुके है. वहीं कुछ लोगों की पैर फिसल जाने के चलते खाई में गिरकर जान गई है. ऐसे कई मामले अब तक सामने आ चुके है. जिसके चलते वन विभाग द्बारा यहां पर प्रवेश निषेध का फलक लगाया गया है. लेकिन इसके बावजूद पर्यटकों द्बारा नियमों का उल्लंघन किया जाता है. यह बात गुरुवार की घटना से एक बार फिर सामने आयी है.
* पुलिस व वन अधिकारियों की गश्त
मेलघाट वन्यजीव विभाग ने इस पूरे मामले को काफी गंभीरता से लिया है. जिसके चलते पंचबोल प्वॉईंट व भीमकुंड प्वॉईंट पर वन परीक्षेत्र अधिकारियों की गश्त शुरु करवाई गई है. साथ ही सुरक्षा नियमों व निर्देशों का उल्लंघन करने वाले पर्यटकों के खिलाफ पुलिस को भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए है.