भामकर हॉस्पिटल के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज

गलत इलाज के चलते महिला मरीज की मौत होने का परिजनों ने लगाया आरोप

अचलपुर /दि.23 – परतवाडा स्थित भामकर मल्टीस्पेशालिटी अस्पताल में गलत इलाज किए जाने के चलते सारिका अजय कविटकर (38, करजगांव, तह. चांदुर बाजार) नामक महिला मरीज की मौत हो जाने का आरोप लगाते हुए कविटकर परिवार द्वारा भामकर हॉस्पिटल के खिलाफ परतवाडा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है.
इस संदर्भ में सेवानिवृत्त सहायक वनसंरक्षक अशोक वामनराव कविटकर द्वारा परतवाडा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया गया कि, उनकी बहु सारिका कविटकर को लगातार 5-6 दिनों से बुखार रहने के चलते 8 सितंबर को इलाज हेतु परतवाडा के भामकर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. जहां पर एक्सरे, सोनोग्राफी व पैथॉलॉजी जांच किए बिना केवल ब्लड टेस्ट के आधार पर सारिका का इलाज शुरु किया गया. सारिका 8 से 10 सितंबर तक भामकर अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती रही, परंतु उसकी तबीयत इस दौरान लगातार बिगडती रही. वहीं 10 सितंबर को रात 9 बजे के आसपास सारिका की स्थिति बेहद गंभीर हो जाने की जानकारी रिश्तेदारों ने अस्पताल के स्टाफ को दी और तुरंत ही डॉक्टर को बुलाने हेतु कहा. लेकिन डॉ. अरविंद भामकर करीब डेढ घंटे बाद यानि रात 10.30 बजे अस्पताल में पहुंचे और उन्होंने सारिका की स्थिति को देखने के बाद रात 10.45 बजे सारिका की देवरानी माधवी कविटकर को अपने कैबीन में बुलाकर मरीज को तत्काल अपने अस्पताल से बाहर ले जाने हेतु कहा. इस समय रिश्तेदारों द्वारा की गई विनंती की अनदेखी करते हुए रात करीब 11 बजे महिला मरीज व उसके रिश्तेदारों को एंबुलेंस में बिठाकर डॉ. भंसाली के दवाखाने में भिजवाया गया. परंतु इस समय एंबुलेंस के साथ कोई डॉक्टर या नर्स उपलब्ध नहीं कराए गए. पश्चात जब भंसाली हॉस्पिटल में सारिका के पति अजय कविटकर पहुंचे, तो डॉ. भंसाली ने नियमानुसार रेफर लेटर जारी कर मरीज को संजीवनी हॉस्पिटल में ले जाने हेतु कहा. लेकिन भामकर अस्पताल में तीन दिन मरीज भर्ती रहने के बावजूद डॉ. भामकर ने एक लाइन वाला रेफर लेटर भी जारी नहीं किया, बल्कि मरीज के मृत होने का डर लगते ही मरीज को जल्दबाजी में दूसरे अस्पताल भेज दिया गया और इसी लापरवाही के चलते सारिका कविटकर नामक महिला मरीज की मौत हो गई, ऐसा आरोप कविटकर परिवार द्वारा लगाया गया है. साथ ही डॉ. अरविंद भामकर के खिलाफ कडी कार्रवाई किए जाने की मांग की गई है.
* सभी आरोप निराधार, सीसीटीवी फूटेज उपलब्ध
वहीं खुद पर लगे सभी आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताते हुए भामकर हॉस्पिटल के संचालक डॉ. अरविंद भामकर ने बताया कि, पेशंट का ऑक्सीजन लेवल अचानक कम हो गया था. इस बात की जानकारी से पेशंट के रिश्तेदारों को अवगत कराते हुए पेशंट को हमने डॉ. भंसाली के अस्पताल में रेफर किया. जिसके बाद पेशंट के रिश्तेदारों ने खुद ही अपने मन से फैसला लेते हुए पेशंट को किसी अन्य अस्पताल में भर्ती कराया, इसमें हमारी कोई गलती नहीं है और हम पर लगाए जानेवाले आरोप पूरी तरह से निराधार है. हमारे पास अस्पताल के सीसीटीवी फूटेज भी है, जो हम कभी भी बतौर सबूत दिखा सकते है.

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