गर्भपात की गोली के ओवरडोज से छात्रा की मौत

निजी शिक्षक ने अनैतिक संबंध रख बनाया था गर्भवती

* चार माह का गर्भ गिराने दी थी गर्भपात की गोलियां
* नराधम शिक्षक को पुलिस ने लिया हिरासत में
यवतमाल /दि.23 समीपस्थ ढाणकी स्थित गुंडेकर कोचिंग क्लासेस के संचालक रहनेवाले संदेश गुंडेकर (27) नामक शिक्षक ने अपनी कोचिंग क्लास में आनेवाली 16 वर्षीय छात्रा को अपने प्रेमजाल में फांसकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए. जिसके चलते जब उक्त छात्रा चार माह की गर्भवती हो गई, तो उस छात्रा को गर्भपात की गोलियां भी दी. परंतु इन गोलियों का ओवरडोज हो जाने के चलते उक्त छात्रा की तबीयत बिगड गई. जिसे इलाज के लिए नांदेड के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां पर उक्त छात्रा की कल सोमवार 22 सितंबर को मौत हो गई. जिसके बाद बीटरगांव पुलिस ने संदेश गुंडेकर नामक आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार करते हुए कार्रवाई शुरु की.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक संदेश गुंडेकर नामक शिक्षक के उक्त नाबालिग छात्रा के साथ विगत तीन वर्षों से अनैतिक संबंध चल रहे थे और इसी अनैतिक संबंध के चलते उक्त छात्रा गर्भवती हो गई थी. चार माह का गर्भ रहते समय संदेश गुंडेकर ने उक्त छात्रा को गर्भपात की गोलियां दी थी, परंतु गोलियों का ओवरडोज हो जाने के चलते उक्त छात्रा को बडे पैमाने पर रक्तस्त्राव शुरु हो गया. ऐसे में उसकी लगातार बिगडती तबीयत को देखते हुए उसे पुसद स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां पर डॉक्टरों द्वारा जांच किए जाते ही यह मामला गर्भपात से संबंधित रहने की बात ध्यान में आई, तो डॉक्टरों ने इसकी जानकारी पुसद पुलिस को दी. इसके बाद पुसद पुलिस ने तुरंत अस्पताल पहुंचकर उक्त नाबालिग छात्रा का बयान दर्ज किया. जिसके आधार पर रविवार की रात संदेश गुंडेकर के खिलाफ बीएनएस सहित पोक्सो एक्ट की धाराओं के तहत अपराधिक मामला दर्ज किया गया. इसी बीच तबीयत बिगड जाने के चलते उक्त छात्रा को इलाज हेतु नांदेड के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर सोमवार 22 सितंबर को उक्त छात्रा की मौत हो गई. ऐसे में बीटरगांव पुलिस ने संदेश गुंडेकर को भोकर (जि. नांदेड) से गिरफ्तार किया. इस बीच पुसद पुलिस ने अपने पास दर्ज नाबालिग छात्रा पर अत्याचार से संबंधित मामला भी बीटरगांव पुलिस की ओर वर्ग कर दिया था. इस घटना के चलते ढाणकी शहर में जबरदस्त रोष व संताप की लहर देखी जा रही है और संदेश गुंडेकर नामक नराधमी शिक्षक का सर्वत्र निषेध किया जा रहा है.

 

Back to top button