महाराष्ट्र में सबसे बड़ा कुआं पाडलशिंगी में!
2 करोड़ खर्च कर किसान ने 1 एकड़ में तैयार किया जंबो कुआं

* 10 करोड़ लीटर पानी संचयन हुआ उपलब्ध
बीड/दि.11– गेवराई तहसील के पाडलसिंगी के दो करोड़ रुपए खर्च कर एक एकड़ परिसर में कुआं बनाया है. साढ़े पांच परस गहरा यह कुआं तैयार करने के लिए हर रोज 80 मजदूर, 12 हायवा, 8 जेसीबी आदि यंत्र सामग्री सहित तीन वर्ष यह कुआं तैयार करने के लिए लगे.
बीड जिले के गेवराई तहसील के पाडलसिंगी के किसान मारोतीराव नारायण बजगुडे की 12 एकड़ खेती है. साथ ही उनका मंडप का व्यवसाय होने से लगातार अकार की स्थिति के कारण आय कम होने से बारह महीने पानी का इस्तेमाल किया जा सके, ऐसे कोई योजना करने का उन्होंने मन बनाया. खेत तालाब का विचार किया, मात्र इसमें मर्यादित पानी संचयन रहने से उन्होंने वह विचार भी छोड़ दिया और एक एकड़ में कुआं बनाने का निश्चय किया.
शुरुआत में इसके लिए अनेक दिक्कतें आयी. लेकिन उस पर मात करते हुए मारोती बजगुडे ने तीन वर्ष पूर्व ही कुआं खोदने की शुरुआत की. शुरुआत में इस कुएं से निकला मुरुम उन्होंने महामार्ग के लिए दिया. जिससे उन्हें 15 से 20 लाख रुपए मिले. खोदकाम पूरा होने पर गत 6 महीने से उन्होंने साडे पांच परस गहराई से सीमेंट से सभी ओर से पाट बनाया. 6 महीने से हर रोज 80 मजदूर इसके लिए काम कर रहे थे. तो 12 हायवा की मिट्टी व पत्थर निकालने के लिए लगायी गई थी. आखिरकार यह कुआं पूरा होकर इस कुएं के लिए करीबन दो करोड़ रुपए खर्च होने की जानकारी बजगुडे ने दी. इस भव्य कुएं में दस करोड़ लीटर पानी जमा करने की क्षमता है.
इस कुएं बाबत जानकारी देते समय प्रगतिशील किसान मारोती बजगुडे ने कहा कि मेरा खेती और मंडप का व्यवसाय है. खेती के लिए पानी न होने के कारण काफी दिक्कतें निर्माण हो रही थी.अब एक एकड़ में कुएं में 10 करोड़ लीटर पानी की क्षमता है. फिलहाल यह कुआं ओवरफ्लो होकर बहने के साथ ही इसके लिए करीबन डेढ़ से दो करोड़ रुपए खर्च हुए हैं.
इस भव्य कुएं में दो बोअर लगाये गये हैं. दो साल बारिश नहीं होने पर भी इस कुएं के पानी से 50 एकड़ जमीन गिली हो सकती है. मारोती बजगुडे ने 12 एकड़ खेत में से 8 एकड़ मेंं मोसंबी की बुआई की है. वहीं इस कुएं में मछलियों का बीजारोपण किए जाने के साथ ही इस माध्यम से आय बढ़ाने का वे प्रयास करेंगे.





