मोर्शी की सडकों पर आवारा पशुओं का जमावडा
यातायात हो रहा बाधित

* नहीं चलाई जा रही बंदोबस्त करने की मुहिम
मोर्शी/दि.1-मोर्शी के मुख्य मार्गों पर आवारा पशुओं का जमावडा रहने से यातायात में बाधा निर्माण हो रही है. आवारा पशु अपनी मनमर्जी से सडक के बीच में डेरा डालने से दुर्घटना की संभावना बढ गई है. तथा वाहनचालकों की जान को खतरा भी निर्माण हो गया है. आवारा पशुओं को पकडने की मुहिम नगरपालिका प्रशासन द्वारा लगातार चलाई नहीं जाने से आवारा मवेशियों की संख्या दिन ब दिन बढ रही है. तहसील के विविध स्थानों पर आवारा पशुओं का जमावडा रहने से नागरिक त्रस्त हो गए है. बरसात के दिन शुरु होन से विगत कई दिनों से आवारा पशुओं का शहर में मुक्त संचार बढ गया है. ऐसे में इन पशुओं का बंदोबस्त करना जरूरी है.
शहर के बस स्थानक परिसर, सिम्भोरा चौक, जयस्तंभ चौक, पुराना बस स्थानक आदि महामार्ग सहित मुख्य भाजी बाजार इन मध्यस्थलों पर सडकों पर पशुओं का डेरा रहने से वाहन चालक त्रस्त हो रहे है. शहर के अमरावती-वरुड मार्ग पर पशुओं को जमावडा हमेशा लगा रहाव है. गांधी मार्केट के सामने भाजीबाजार लगता है. यहां पर सब्जी विक्रेताओं द्वारा खराब हुई सब्जी फेंक देने के बाद इसे खाने के लिए पशुओं को जमावडा खडा रहता है.
अमरावती-वरुड मार्ग के पथदीप कई बार बंद रहते है. यहां पर रात के समय आवारा पशु बीच सडक में बैठने से वाहनचालकों को अंधेरे के कारण दिखाई नहीं देते, जिसके कारण हादसे होते है. तेज गति से वाहन आने पर अथवा ओवरटेक करते समय आवारा पशु दिखाई नहीं देने पर बडा हादसा होकर जानहानि अथवा पशु घायल होने की संभावना होती है. इसलिए नप प्रशासन ने आवारा पशुओं का बंदोबस्त करने उपाय योजना करने की मांग शहर के नागरिक कर रहे है.
पशुपालकों को दें चालान
भरे चौक में तथा अन्य स्थानों पर पालतू व आवारा मवेशियों का डेरा रहने से कई हादसे हुए है. बावजूद इसके नप प्रशासन इस पर कोई उपाय योजना नहीं कर रही. नप प्रशासन ने ऐसे पशुओं को बंदिस्त कर गौशाला में रखना चाहिए तथा उन पशुओं के मालिक को बडी रकम का चालान देना चाहिए ताकि पशुपालक अपने पशुओं को फिरसे लावारिस नहीं छोडेंगे.
-एड. आशीष टाकोडे,
मोर्शी





