त्यौहार की शुरूआत 25 जुलाई से
श्रावण सोमवार, नागपंचमी, स्वतंत्रता दिवस, रक्षाबंधन आदि उत्सवों की रेलचेल रहेगी

अमरावती/ दि. 8– आषाढी एकादशी निपटने के बाद भक्तों को श्रावण महीने की तैयारी करने की उत्सुकता बनी रहती है. इस बार गुरूवार 24 जुलाई को आषाढी अमावस्या निपटने के बाद 25 जुलाई को श्रावण के माह की शुरूआत होगी. इस महिने में जिस तरह फूलों और पत्तों में बाहर आती है उसी तरह त्यौहारों की भी चहल पहल बनी रहती है. चारों श्रावण सोमवार को शहर के गडगडेश्वर, तपोवनेश्वर, कोंडेश्वर, पातलेश्वर, भुतेश्वर उसी प्रकार अन्य छोटे बडे मंदिरों में महादेव के दर्शन के लिए भीड रहेगी. छोटी मोटी यात्राओं का उत्साह इस तरह धार्मिक वातावरण रहेगा. शिवलिंग का श्रृंगार, बिलपत्र का अभिषेक, महाआरती पूजा इस तरह की विधि की जायेगी.
श्रावण शुध्द पंचमी अर्थात नागपंचमी को मंदिर सहित घर- घर में नागदेवता की पूजा होगी. लाई, फुटाणे, मटर, गुजिया, ंफुलोरा, हलवे का प्रसाद घर- घर बनाकर उसका वितरण किया जायेगा. इस दौरान सुहागने श्रावण माह में हर मंगलवार को मंगला गौरी का व्रत भी करती है. 8 अगस्त को नारियल पूर्णिमा तथा 9 अगस्त को रक्षाबंधन का त्यौहार उत्साह से मनाया जायेगा. बहन भाई के हाथों में राखी बांधकर भाई हमेशा उसकी रक्षा करें, ऐसी उम्मीद रखती है. इस दिन बहन भाई के घर जाकर अथवा भाई बहन के घर जाकर हाथ पर राखी बांधती है. शुक्रवार 15 अगस्त को राष्ट्रीय उत्सव स्वतंत्रता दिन शासकीय कार्यालय तथा शाला महाविद्यालय सहित विविध जगहों पर उत्साह से मनाया जायेगा. इसी दिन श्रीकृष्ण जन्माष्टमी निमित्त घर- घर श्रीकृष्ण का झूला,मूर्ति का पूजन होगा. शहर के श्रीकृष्ण मंदिर सहित इस्कॉन मंदिर में उत्सव का आयोजन किया गया है. रविवार को गोपाल काला और महाप्रसाद का आयोजन किया गया है. श्रावण महीने पिठोरी अमावस्या 22 अगस्त को है. इस दिन जिले में पोला उत्साह से मनाया जायेगा. पोले को बैल जोडी सजाकर पूरणपोली का नवैध अर्पित किया जायेगा. पोला इस त्यौहार को मराठी श्रावण महीने का समारोप होता है. तान्हा पोला के मिट्टी के लकडी के बैलों की पूजा की जायेगी. इस तरह संपूर्ण माह में त्यौहार, उत्सव, व्रत उत्साह से मनाये जायेंगे.
* श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कावड यात्रा की भी रहेगी धूम
श्रावण माह में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी निमित्त शहर में तीन बडी दहहंडी का आयोजन किया जाता है. युवा स्वाभिमान, मनसे, शिवसेना द्बारा (शिंदे गट)तीन बडी दहीहंडी का आयोजन होता है. इस निमित्त शहर में सिने अभिनेता का भी आगमन होता है. उसी प्रकार श्रावण सेामवार को कावड यात्रा का गाजे- बाजे से शिवालय में आगमन होता है. कावड यात्रा की झांकी देखने के लिए भक्तोें की शिवालय सहित रास्ते पर भी भीड लगी रहती है.





