बांबू राखी से मिली मेलघाट के ‘कोठा’ ग्राम को अलग ही पहचान

राष्ट्रपति, पीएम कार्यालय से विदेशों में भी पहुंची ख्याति

* आदिवासी बंधुओं को मिला रोजगार
धारणी/ दि. 8 – तहसील अंतर्गत आनेवाले कोठा ग्राम को बांबू राखी से अलग ही पहचान मिली है. यहां कि बांबू राखियां राष्ट्रपति भवन से लेकर पीएम कार्यालय और विदेशों तक भी पहुंच चुकी है. भाई बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन के त्यौहार को अब केवल एक दिन शेष रह चुका है. मेलघाट क्षेत्र की धारणी तहसील स्थित गोठा गांव में बडे प्रमाण में बांबू से राखियां तैयार की जाती है. महिलाएं बांबू से सुक्ष्म धागा निकालकर उसे कला के अनुसार आकार देती है और विविध आकारों की राखियां तैयार की जाती है.
मेलघाट के गोठा गांव की पहचान अब बांबू राखी निर्माण के नाम से देशभर में हो चुकी है. शुरूआत में कुछ परिवारों ने शौकियां तौर पर बांबू से राखियां तैयार की थी. जिसमें लवादा स्थित संपूर्ण बांबू केन्द्र अध्यक्षा निरूपमा देशपांडे ने जब इस कला को देखा तब उन्होंने यहां के परिवारों को लेकर बांबू से राखी निर्मिति का कार्य करना शुरू कर दिया. जिससे अनेक परिवारों को रोजगार प्राप्त हुआ है. परिसर के सभी परिवार राखी निर्मिति के कार्य में जुट चुके है.
मेलघाट की यह राखियां अब सीधे अमेरिका, आयलैंड और जर्मनी तक पहुंच चुकी है. यहां रहनेवाले भारतीय इन्ही राखियों की मांग करते ह््ैं. मेलघाट के कोठा और चित्रि गांव में तैयार यह राखियां डाक द्बारा लोगों तक पहुंचाई जाती है. संपूर्ण बांबू केन्द्र लवादा में बांबू से विविध वस्तुएं तैयार करने का काम विगत 30 वर्षो से शुरू है और पिछले 13 वर्षो से राखियों की निर्मिति यहां की जा रही है. अब यह बांबू से निर्मित राखियां 7 समुंदर पार पहुंच चुकी है

बांबू से निर्मित राखी 13 वर्षो से लोकप्रिय
* मेलघाट के आदिवासी बंधुओं को बांबू द्बारा निर्मित की गई वस्तुओं से रोजगार मिले इसके लिए पिछले 30 वर्षो से हमारा यह उपक्रम शुरू है. बांबू से अनेक वस्तुएं तैयार की जाती है. पिछले 13 वर्षो से बांबू से निर्मित राखियां काफी लोकप्रिय हुई है.
-निरूपमा देशपांडे, अध्यक्षा
संपूर्ण बांबू केन्द्र लवादा

* बांबू से निर्मित राखियों की विशेषता
बांबू के धांगों से निर्मित राखियां कपडे या कागज से तैयार की गई राखियों की तुलना में आकर्षक दिखाई देती है. जिसकी मांग हर साल देश- विदेश में की जाती है.

* जिला मुख्यालय से ‘कोठा’ ग्राम की दूरी
बांबू से राखी निर्मित करनेवाला कोठा ग्राम धारणी तहसील में स्थित है. जिला मुख्यालय से इसकी दूरी 126 किलोमीटर है और यहां साक्षरता 40% हैं. यहां एसटी बस या फिर निजी वाहनों से पहुंचा जा सकता है.

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