छत्री तालाब की भूतनी की खबर सरासर झूठी
रांची के धुर्वा की घटना को बताया अमरावती की

* सोेशल मीडिया का बेजा इस्तेमाल
* नाहक सनसनी फैलाने का कृत्य
* फोटो, वीडियो सबकुछ वहीं के
अमरावती / दि.3 – समाज माध्यम के अनचाहे इस्तेमाल के सैकडों , हजारों उदाहरण मिलते हैं. कई बार गलत इस्तेमाल के कारण समाज माध्यम पर वायरल हुई कोई विषय वस्तु नाहक तनाव और बलवे का भी कारण बनी है. बहरहाल ताजा मामला अमरावती के छत्री तालाब ेके पास जन्मदिन मनाने गए युवक की कथित भूतनी द्बारा पिटाई का मामला भी सरासर झूठा है. इस घटना में झारखंड के रांची के धुर्वा डैम की कथित घटना के वीडियों और फोटो का उपयोग किया गया. अमरावती मंडल ने घटना की तह में जाने का प्रयास किया तो यह भयंकर मामला उजागर हुआ है. अमरावती में छत्री तालाब परिसर या अन्य कोई ऐरिया में इस तरह की कोई घटना नहीं होने की पुष्टी इस पडताल से हो गई है.
काफी पुराना वीडियो
सोशल मीडिया के प्रसिध्द चैनल पर महीनों पुराना यह वीडियों रहने की भी जानकारी सामने आयी है. दरअसल एक समाचार चैनल की रिपोर्ट का दावा उस मीडिया रिपोर्ट में भी किया गया था जिसका शीर्षक ‘रांची के धुर्वा डैम के पास भूत ने की युवक की पिटाई’ रहा. उस वीडियों में दिखाई दिए सभी फोटो और क्लीपींग का अमरावती में यहां की घटना के रूप में अफवाह तथा झूठी खबर फैलाने के लिए उपयोग किया गया.
किसने और क्यों फैलाया झूठ?
रांची में महिनों पहले हुई घटना को अमरावती की घटना बताकर सोशल मीडियां पर उसे फैलाने के पीछे किसका हाथ है, यह अब पुलिस को पता लगाना होगा. अमरावती के लोग इस झूठ के फैलाए जाने के पीछे की मंशा को भी जानने के इच्छूक है. देखा जाए तो खबर झूठी रहने से अमरावती लोगों ने राहत ली है किंतु अधिकांश के मन में समाजविरोधी तत्वों की ऐसी हरकतों को लेकर ्रगुस्सा भी देखा जा रहा है.
पहले भी किया है कबाडा
इसके पहले भी अनेक अवसरों पर अमरावती में दहशत मचाने के प्रयास हुए हैं. कभी किसी ऐरिया विशेष में बाघ सडक पर घूमने की कही की वीडियों अमरावती की बताकर वायरल की गई है. ऐसे ही कई अन्य अवसरों पर भी अमरावती लोगोें को डराने का प्रयत्न हुआ है. लोगों की पुलिस महकमे से अपेक्षा है कि वह ताजा मामले में झूठ फैलाने के आरोपियों का पता लगाए और उन्हें कानून कार्रवाई की जद में लाए.
पुलिस करेगी छानबीन!
शहरवासियों के साथ एक खास ऐरिया में भूतनी की अफवाह फैलाकर भद्दा मजाक करनेवाले शरारती तत्वों को खोजने की जिम्मेदारी अब पुलिस पर आ गई है. डीसीपी गणेश शिंदे ने कल ही अमरावती मंडल से कहा था कि पुलिस इसमें छानबीन करेगी. आज बडा पर्दाफाश घटना का हो जाने से निश्चित ही समाजविरोधी तत्वों को पकडने की अपेक्षा समस्त अमरावती कर रहा है. रांची की कथित घटना को महीनों बाद अमरावती की घटना बताने के पीछे एवं झूठी खबर फैलाने के पीछे कौन है, इसका पता चलना ही चाहिए.





