परिवार की तीसरी ‘लाडली बहन’ का होगा ‘पत्ता कट’

अमरावती /दि.29 – राज्य की महायुति सरकार द्बारा शुरू की गई लाडली बहन योजना अंतर्गत एक परिवार की अधिकतम दो महिलाओं को लाभ मिलने का नियम तय किया गया है. परंंतु कई परिवारों की दो से अधिक महिलाओं के तहत आवेदन करते हुए इस योजना का लाभ लिया जा रहा है. इसके लिए कई महिलाओं ने अपना राशन कार्ड अलग रहने की बात दर्शाई है. साथ ही कई युवतियों ने अपनी उम्र 18 वर्ष से कम रहने के बावजूद दस्तावेजों में हेर फेर करते हुए अपनी आयू 18 वर्ष पूर्ण दर्शाया है. ताकि उन्हेें इस योजना का लाभ मिल सके. परंतु अब ऐसे सभी लाभार्थियों पर सरकार द्बारा अपनी वक्रदृष्टी डाली जा रही है. जिसके चलते अब एक ही परिवार से वास्ता रखने वाली 2 से अधिक लाभार्थियों के नामों के आगे ‘एफएससी मल्टीपल इन फॅमेली’ का अभीप्राय लिखते हुए ऐसी महिलाओं का लाडली बहन योजना से पत्ता कट किया जाएगा. खास बात यह भी है कि, राज्य में 14 हजार 258 पुरूषों द्बारा इस योजना का लाभ लिए जाने की बात भी सामने आई है. ऐसे में इस योजना के तहत अमरावती जिले में भी पुरूषों का समावेश तो नहीं है. इसे लेकर सवाल उपस्थित किया जा रहा है.
बता दें कि, अमरावती जिले में लाडली बहन योजना के लिए कुल 7 लाख 20 हजार 635 महिलाओं ने आवेदन किए थे. जिसमें से 6 लाख 95 हजार 350 लाडली बहनों के आवेदन मंजूर हुए. वहीं 29 हजार 937 महिलाओं के आवेदन खारिज कर दिए गए है. इसके पश्चात यह जानकारी सामने आने शुरू हो गई कि कई महिलाओं ने अपनी वार्षीक आय कम दिखाने के साथ ही अपने राशन कार्ड को अलग दर्शाते हुए लाडली बहन योजना का लाभ हासिल की है. ऐसे में अब अगले माह से पुरे परिवार की वार्षीक आय सालाना 8 लाख रुपए से अधिक रहनेवाली महिलाओं की पडताल की जाएगी और इस पडताल के बाद उन महिलाओं को योजना से बाहार किया जाएगा. जिनकेे परिवार की सालाना आय ढाई लाख से अधिक है. याद रहे की योजना के लिए 18 से 65 वर्ष आयु गुट वाली महिलाओं को पात्र माना गया था और इस योजना का लाभ मिलने हेतु संबंधित परिवार की वार्षिक आय ढाई लाख रुपए से कम रहने, एक ही परिवार की अधिकतम दो महिलाओं को योजना का लाभ देने तथा लाभार्थी परिवार के पास चार पहिया वाहन नहीं रहने की शर्त तय की गई थी. परंतु इस योजना में कई ऐसी महिलाएं भी शामिल हो गई है. जिनके परिवार की सालाना आय ढाई लाख रुपए से अधिक है और उनके परिवार में चारपहिया वाहन भी है. इसके अलावा 65 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुकी तथा निराधार योजना का लाभ ले रही कई बुजूर्ग महिलाएं भी लाडली बहन योजना में बतौर लाभार्थी शामिल हो गई है. ऐसी जानकारी सामने आ गई है. इसके चलते अब सरकार द्बारा सभी लाभार्थियों के दस्तावेजों की नए तरिके से जांच पडताल की जा रही है और योजना में अपात्र रहनेवाली महिला लाभार्थियों को अब इस योजना से बाहर निकाला जा रहा है.





