अमरावती का युवक छिंदवाडा में कर रहा था रेमडेसिविर की कालाबाजारी
6 वॉयल के साथ अजिंक्य ठाकरे हुआ गिरफ्तार
अमरावती/प्रतिनिधि दि.30 – स्थानीय डॉ. पंजाबराव देशमुख स्मृति मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के औषध वितरण केंद्र से रेमडेसिविर हासिल कर उसकी मध्यप्रदेश के छिंदवाडा में उंची दरों पर बिक्री करनेवाले अमरावती निवासी अजिंक्य प्रफुल्ल ठाकरे (24, शुभम लेआउट, रोेहिणी पार्क, गाडगेनगर) नामक आरोपी को गिरफ्तार किया है.
छिंदवाडा पुलिस को जानकारी मिली थी कि, अजिंक्य ठाकरे नामक युवक अमरावती से रेमडेसिविर लाकर उसे उंची दरों पर बेचता है. इस जानकारी के आधार पर छिंदवाडा पुलिस ने अपना जाल बिछाया और अजिंक्य ठाकरे को गिरफ्तार किया गया. यह कार्रवाई छिंदवाडा के पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल के मार्गदर्शन में प्रभारी थानेदार महेंद्र भगत, पुलिस कांस्टेबल शिवकरण पांडे, शैलेंद्र मरकाम व ओमवीर जाट ने की.
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रिश्तेदार कोविड संक्रमित रहने का किया था बहाना
बता दें कि, डॉ. पंजाबराव देशमुख स्मृति मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में सरकारी दरों पर रेमडेसिविर वितरण करने हेतु वितरण केंद्र शुरू किया गया. जहां पर कोविड संक्रमित मरीजों के लिए आवश्यक दस्तावेज दिखाये जाने के बाद रेमडेसिविर इंजेक्शन का वॉयल उपलब्ध कराया जाता है. फिलहाल इस इंजेक्शन की काफी किल्लत चल रही है और बाजार में इस इंजेक्शन की बिक्री बेहद उंची दरों पर होती है. इस बात का फायदा उठाने हेतु अजिंक्य ठाकरे ने अपने रिश्तेदार कोविड संक्रमित रहने और निजी कोविड अस्पताल में भरती रहने के फर्जी दस्तावेज तैयार किये. जिसके जरिये वह हर बार पीडीएमसी के औषध वितरण केंद्र से रेमडेसिविर इंजेक्शन हासिल करता था. इस काम में पीडीएमसी में कार्यरत आशू नामक एक युवक उसकी सहायता करता था. ऐसा अजिंक्य ठाकरे ने छिंदवाडा पुलिस द्वारा की गई जांच में बताया है.
हमारे पास फिलहाल इस मामले से संबंधित किसी भी तरह की जानकारी हमारे पास नहीं है. हम मामले की जांच करेंगे और दोषियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई भी की जायेगी.
– डॉ. अनिल देशमुख
अधिष्ठाता, पीडीएमसी