भाप लेने से कोरोना में लाभ मगर ये अंतिम विकल्प नहीं
धीरे-धीरे गहरी सांसे ले और छोड़े, इससे ब्रीदिंग में अवश्य सुधार होगा
अमरावती/प्रतिनिधि दि.3 -कोरोनाकाल में सांसों पर ऐसा संकट आया है कि लोगों यह जिज्ञासा सबसे बड़ी है कि सही से सांस केैसे ले. कैसे अपनी ब्रीदिंग सुधारे और कितनी करसत जरूरी है. ऐसे ही सवालों पर शहर के ख्यातनाम चिकित्सक डॉ. प्रफुल्ल कडू ने जानकारी देते हुए बताया कि, कोविड संक्रमण काल के दौरान सांस कैसे ली जाये और ब्रिदींग से संबंधीत आदत को कैसे सुधारा जाये
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फिट लोग भी संक्रमण का शिकार हो रहे हैं बीमारी से बचाने में फिटनेस कितनी कारगर है?
कोविड संक्रमण किसी को भी हो सकता है. इससे कोई अछूता नहीं है.हालांकि संक्रमण के बाद रोग की गंभीरता बहुत हद तक व्यक्ति के मौलिक स्वास्थ्य पर निर्भर करती है. कोविड संक्रमण श्वसन तंंत्र ही नहीं बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य पर असर डालता है, इसलिए गंभीरता का आकलन पहले से करना ठीक नही है. फिर भी मौलिक स्वास्थ्य ठीक रखना बहुत से रोगों से लड़ने में मदद करता है.
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जिम बंद है. क्या घर पर हल्की-फुल्की कसरत खुद को फिट रखने के लिए काफी है?
संक्रमण के दौर पर घर पर ही रहना और हल्के फुल्के व्यायाम करना, दोनों जरूरी है. जैसे स्टेशनरी जॉगिंग, इसमें एक ही जगह खड़े होकर जॉगिंग करते हैं, इसे सुबह शाम 20-20 मिनिट किया जा सकता है. स्ट्रेचिंग भी कर सकते है, जिसमें सभी जोड़ों को स्ट्रेच किया जाता है. इसे 10-10 मिनिट के सेट से दो बार किया जा सकता है. इसे करने के बाद शरीर में अतिरिक्त खींचतान महसूस हो तो न करें.
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कितनी देर कसरत करने से फिट रहेंगे ?
स्वास्थ्य, उम्र शारीरिक क्षमता और रोगों (यदि हैं तो)के अनुसार ही व्यायाम चुनें. सामान्य व्यस्क को कसरत के लिए आधा घंटा निकालना ही चाहिए. बुजुर्गो के लिए भी हल्के-फुल्के योग, आासन स्ट्रेचिंग लाभदायक है.
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सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि यदि एक मिनट सांस रोके रह सकते है तो कोरोना होने का खतरा कम है. क्या यह सही है?
भ्रामक जानकारी से बचे. केवल विशेषज्ञ से सलाह लें. निश्चित तौर पर ब्राीदिंग एक्सरसाइज श्वसन के लिए लाभदायक है. लेेकिन इसे केवल सांस रोकने की क्षमता से जोड़ना ठीक नहीं है.
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क्या भाप लेना ब्रीदिंग सुधारने या संक्रमण कम करने के लिए फायदेमंद है?
भाप लेने से कोविड के कई मरीजों को फायदा हुआ है. 5-5 मिनिट के लिए दो बार स्टीम ली जा सकती ै, इससे कंजेक्शन या जकड़न से राहत में मदद मिल सकती है, लेकिन स्टीम लेने के तुरंत बाद ठंडी हवा के संपर्क में न आएं. स्टीम लेने के बाद आराम करें और व्यक्ति को यदि बुखार हो तो सही से ढक कर भी रखे. भाप को अंतिम विकल्प न माने.कंजेक्शन से क्षणिक राहत हो सकती है लेकिन यह संक्रमण मुक्त होने की गारंटी नहीं. संक्रमण मुक्त होने तक पूरी सावधानी रखे.