* कडू से कहा आपको माइक की कहां जरुरत
अमरावती/दि.8 – 6 जिलों के पालकमंत्री रहने के बावजूद अपने ननिहाल शहर अमरावती से विशेष लगाव रहने की बात देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर सिद्ध कर गये. अमरावती के तरक्की के अनेक प्रस्तावों पर उन्होंने बढिया रिस्पॉन्स दिखाया. खास कर विधायक प्रवीण पोटे और सांसद अनिल बोंडे के प्रस्तावों और प्रेझेंटेशन पर भी फडणवीस का अंदाज सकारात्मक और सहयोगपूर्ण नजर आया. विधायक रवि राणा और उनकी सांसद पत्नी नवनीत राणा ने भी अपने प्रस्ताव फडणवीस के सामने रखे. डीपीसी अध्यक्ष की हैसियत से फडणवीस उपस्थित थे. किंतु उन्होंने प्रदेश के वित्त विभाग के अपने पास होने का भी ऐहसास कराया. उपमुख्यमंत्री ने साफ कहा कि, अमरावती के विकास प्रकल्पों को यथायोग्य न्याय मिलेगा, मगर यह भी वादा है कि, फंड की कमी नहीं होने देंगे. वे व्यक्तिगत रुप से अमरावती से लगाव रखते है. अमरावती को वर्हाड की राजधानी की संज्ञा भी उन्होंने दी.
* पोटे का प्रस्ताव हाथों हाथ मंजूर
डीपीसी की सभा में अपनी बारी आने पर पूर्व पालकमंत्री पोटे ने बेलोरा विमानतल की धावपट्टी 1800 से बढाकर 2300 मीटर करने का आग्रह पालकमंत्री फडणवीस से किया. यह आग्रह फडणवीस ने तुरंत मंजूर कर लिया. उन्होंने सभा में मौजूद हवाई अड्डा प्राधिकरण के अधिकारी से लेटेस्ट अपडेट लिये. फिर रन-वे 500 मीटर बढाने का पोटे का प्रस्ताव मान्य किया. यवतमाल मार्ग की तरफ रन-वे के लिए पर्याप्त जगह होने से उसे मान्यता दी गई. ऐसे ही पोटे ने यवतमाल-अचलपुर रोड भी काँक्रिट की और फोरलेन बनाने की मांग रखी. उनका यह सुझाव भी मान्य कर लोनिवि को डीपीआर तैयार करने कहा. अमरावती मनपा द्बारा संपत्ति कर बिल बढाने पर भी पोटे ने ही बैठक में आपत्ति की थी. जिस पर फडणवीस ने आयुक्त प्रवीण आष्टीकर को फिलहाल संपत्ति कर बढोत्तरी रोकने कहा.
* बोंडे के सुझावों पर यथायोग्य
सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने अमरावती शहर के विकास की दृष्टि से 5 प्रस्ताव रखें. उस पर भी उपमुख्यमंत्री का रवैया सकारात्मक नजर आया. बैठक पश्चात मीडिया से बातचीत में फडणवीस ने खुद होकर पोटे, बोंडे और नवनीत राणा के प्रस्तावों का जिक्र कर कहा कि, अमरावती की तरक्की के लिए यथायोग्य कार्यवाही इन प्रस्तावों पर होगी. उन्होंने अमरावती हेतु भरपूर फंड उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया. चिखलदरा के स्कायवॉक को राज्य वन्यजीव बोर्ड की मंजूरी देने का निर्णय बताया और कहा कि, केंद्र के वन व पर्यावरण मंत्रालय से भी स्कायवॉक के काम को शीघ्र स्वीकृति दिलाएंगे.
* कडू की शिकायत हल्के में
बैठक दौरान विधायक बच्चू कडू ने माइक की आवाज कम होने पर शिकायती लहजे में कहा कि, शायद उनकी आवाज को दबाने का तो प्रयास नहीं हो रहा? इस पर देवेंद्र फडणवीस ने तपाक से कहा कि, कडू जी आपको माइक की जरुरत ही नहीं. आपकी आवाज वैसे ही बुलंद है. कडू और मेलघाट के विधायक राजकुमार पटेल ने दुर्गम क्षेत्र में शालाओं में अध्यापकों के रुप में स्थानीय पढे-लिखे युवकों को मौका देने की मांग की. पटेल ने कहा कि, उनके क्षेत्र में अनेक युवक एमएससी, बीएड और एमएड है. बाहर के अध्यापक मेलघाट आने से कतराते या नियुक्ति होने पर भी अधिक समय यहां नहीं रहते. जिससे आदिवासी बच्चों की पढाई का हर्जा होता है. इससे बचाव का यहीं उपाय है कि, स्थनीय पढे-लिखे युवकों को चान्स दिया जाए. फडणवीस ने कहा कि, इस सूचना को उन्होंने नोट किया है.
* केवल 4 प्रतिशत राशि खर्च
फडणवीस ने वार्षिक योजना अंतर्गत 350 करोड रुपए में से प्राप्त 102 करोड रुपए में से केवल 5 करोड के खर्च पर नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने वित्त वर्ष के अंतिम 2 माह में धडाधड राशि आवंटीत करने की परिपाटी बदलने के कडे निर्देश दिये. महकमों को आपसी समन्वय बनाकर मंजूर विकास कार्यों के टेंडर और वर्क ऑर्डर शीघ्रता से जारी कर खर्च करने को कहा.
* भाजपा ने माना आभार
डीपीसी बैठक पश्चात उसी स्थान पर मीडिया से वार्तालाप के बाद फडणवीस रवाना होने लगे, तो भाजपा पदाधिकारियों किरण पातुरकर, चेतन गावंडे, राजेश वानखडे, तुषार भारतीय आदि ने मनपा संपत्ति कर की बढोत्तरी स्थगन हेतु पालकमंत्री फडणवीस का गुलदस्ता देकर आभार व्यक्त किया.