बुलढाणा/ दि.19 – छोटे बच्चों की ओर हमेशा ही काफी ध्यान रखना पडता है. क्योंकि जरासा ध्यान हटते ही छोटे बच्चे कब क्या करेंगे, इसका कोई भरोसा नहीं होता. ऐसा ही मामला विगत दिनों यहां पर घटित हुआ. जब 4 वर्ष की आयु वाले शहजाद मेहमुद नामक बच्चे ने खेलते-खेलते दो रुपयों का सिक्का निगल लिया. पश्चात यह सिक्का श्वसन नली में जाकर अटक गया और उसे सांस लेने में दिक्कत होने लगी. ऐसे समय शेगांव के बालरोग विशेषज्ञ डॉ. सचिन सांगले व उनकी टीम ने बडी मेहनत से उस सिक्के को बिना शल्यक्रिया किये फोलिज कैथेटर की सहायता से बाहर निकाला.
उल्लेखनीय है कि, बच्चे व्दारा सिक्का निगलने की बात ध्यान में आते ही उसके परिजन उसे लेकर कई निजी अस्पतालों में गए, लेकिन सभी अस्पतालों ने इस बच्चे का इलाज करने में अपनी असमर्थता दर्शायी. जिसके चलते अंतिम पर्याय के तौर पर बच्चे के परिजन उसे लेकर शेगांव के अग्रसेन चौक स्थित प्रकाश चिल्ड्रन अस्पताल पहुंचे. जहां पर बालरोग विशेषज्ञ डॉ. सचिन सांगले ने बच्चे का एक्सरे कराते हुए देखा कि, सिक्का श्वसन नली में किस जगह पर अटका हुआ है और यह बात समझ लेने के बाद उन्होंने किसी भी तरह की शल्यक्रिया किये बिना अपनी टीम के साथ फोलिज कैथेटर के जरिये श्वास नली में अटके सिक्के को बाहर निकालने का फैसला किया और वे अपने पहले ही प्रयास में सफल रहे. जिसके चलते बच्चे की जान बच गई.