प्रश्न पूछना आसान है, इसमें दिमाग नहीं लगता
सीएम ठाकरे ने विरोधियों पर कसा तंज
मुंबई/दि.14- राज्य की अन्य महानगरपालिकाओें की तुलना में मुंंबई महानगरपालिका अपने नागरिकों को सर्वाधिक सुविधाएं देती है. किंतु यदि कहीं पर भी कोई कोताही या कमी हो गई तो तुरंत ही महानगरपालिका को दोष देना शुरू हो जाता है और सवालों की बौछार कर दी जाती है. क्योंकि सवाल पूछना सबसे आसान काम होता है. जिसमें किसी तरह की कोई अक्ल नहीं लगती. इस आशय का प्रतिपादन करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने आज अपने विरोधियों पर तंज कसा.
मुंबई मनपा द्वारा निर्मित वॉटसऍप चैट बॉट सुविधा का लोकार्पण करते समय सीएम ठाकरे ने कहा कि, कोविड संक्रमण काल के दौरान मुंबई मनपा द्वारा जबर्दस्त काम किया गया. जिसकी सर्वोच्च न्यायालय सहित न्यूयॉर्क शहर द्वारा तारीफ की गई. किंतु यहां मुंबई व महाराष्ट्र के अपने लोगों ने इसमें भी कमियां और खोट निकालने का काम किया और हर बार महापौर, आयुक्त व नगरसेवक क्या कर रहे है, यह सवाल उठाया गया. किंतु सवाल पूछनेवालों ने सबसे पहले यह बताना चाहिए कि, वे खुद क्या कर रहे है, क्योेंकि खुद कुछ भी न करते हुए केवल सवाल पूछना बेहद आसान है. इसमें किसी तरह का कोई दिमाग नहीं लगता.