विदर्भ सहित पूरे महाराष्ट्र में मुसलाधार का अलर्ट!
संभावित आपदा के मद्देनजर प्रशासन पूरी तरह तैयार

मुंबई/दि.17 – दक्षिण-पश्चिम मानसून ने महाराष्ट्र में तेज रफ्तार ढंग से आगे बढते हुए महज एक सप्ताह के भीतर पूरे राज्य को अपने दायरे में ले लिया है. इसके चलते विदर्भ से कोंकण तक और घाट-माथे से मराठवाडा के पठारी क्षेत्र तक सभी विभागों में बारिश दर्ज हुई है, तथा हर ओर बारिश का कम-अधिक प्रमाण में जोर कायम है. मौसम विभाग द्वारा दी गई अधिकृत जानकारी के मुताबिक 10 जून को मानसून का महाराष्ट्र में प्रवेश हुआ है तथा 14 जून से मानसून पूरे राज्य में सक्रिय हो चुका है. साथ ही अब विदर्भ, कोंकण, मध्य महाराष्ट्र व मराठवाडा क्षेत्र में मुसलाधार बारिश होने का पूरा अनुमान है. जिसके चलते मौसम विभाग द्वारा कुछ तटीय क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी करने के साथ ही राज्य के अन्य इलाकों हेतु ऑरेंज व यलो अलर्ट भी जारी किया गया है. साथ ही साथ सभी क्षेत्रों में स्थानीय प्रशासन को किसी भी संभावित आपदा से निपटने हेतु पूरी तरह तैयार रखा गया है.
बता दें कि, विगत मई माह के दौरान राज्य में चहुंओर बेमौसम बारिश होने के साथ-साथ मई माह के अंत में मानसूनपूर्व बारिश भी हुई थी. जिसके चलते भीषण गर्मी से काफी हद तक राहत मिली थी. इसी बीच यह जानकारी सामने आई थी कि, इस बार केरल में मानसून का आगमन करीब एक सप्ताही पहले ही हो गया. जिसके चलते राज्य में बारिश का मौसम अपेक्षाकृत जल्दी शुरु होने की उम्मीद थी. लेकिन केरल पहुंचने के बाद मानसून की रफ्तार सुस्त हो गई और महाराष्ट्र को मानसून के आगमन हेतु अच्छी-खासी प्रतीक्षा करनी पडी. साथ ही जून माह के पहले सप्ताह में मानसूनपूर्व बारिश भी गायब हो गई. जिसके चलते लोगों को गर्मी के साथ-साथ बदरीले वातावरण की वजह से उमस का भी सामना करना पडा. साथ ही अब 10 जून से महाराष्ट्र में मानसून का आगमन होने के साथ ही 14 जून तक मानसून पूरे राज्य में सक्रिय हो गया है. लेकिन अब तक जबरदस्त व दमदार बारिश नहीं हुई है. वहीं अब मौसम विभाग ने अगले एक-दो दिनों के दौरान राज्य के सभी हिस्सो में झमाझम व मुसलाधार बारिश होने का अनुमान जताया है. जिसे ध्यान में रखते हुए प्रशासन को पूरी तरह से तैयार व अलर्ट कर दिया गया है.





