झिलपी ग्राम के आदिवासी का बाघ ने किया शिकार?

लापता आदिवासी के साथी का भी सुराग नहीं

* वन विभाग और पुलिस का दल जंगल में खोजकार्य में जुटा
* भाजपा जिलाध्यक्ष प्रभूदास भिलावेकर की सूचना पर यंत्रणा लगी काम पर
* धारणी तहसील के वान और कंजोली रेंज के रानीगांव गोलाई जंगल की घटना
धारणी/दि.19 – धारणी तहसील में आनेवाले वान और कंजोली रेंज के रानीगांव गोलाई जंगल में एक आदिवासी का पट्टेदार बाघ द्बारा शिकार किए जाने की घटना की जानकारी वन विभाग और पुलिस प्रशासन को मिलने से खलबली मच गई है. यह घटना शुक्रवार 18 जुलाई की है. सूत्रों के मुताबिक इस आदिवासी का साथी भी लापता है. भाजपा जिलाध्यक्ष प्रभुदास भिलावेकर को दी गई सूचना के बाद वन विभाग और धारणी पुलिस का दल रानीगांव गोलाई के जंगल में दोनों लापता आदिवासी की तलाश में जुट गया है. लेकिन समाचार लिखे जाने तक इस लापता आदिवासी का पता नहीं चल पाया था. जिस आदिवासी का बाघ द्वारा शिकार किए जाने की चर्चा है उसक नाम झिलपी ग्राम निवासी रामसिंग रामचंद्र मावस्कर (35) हैं.
जानकारी के मुताबिक भाजपा के जिलाध्यक्ष प्रभुदास भिलावेकर को शनिवार 19 जुलाई को धारणी से 12 किमी दूरी पर स्थित सालाई ग्राम से किसी ने जानकारी दी कि शुक्रवार 18 जुलाई को सालाई और झिलपी ग्राम के दो आदिवासी वान और कंजोली रेंज में आनेवाले रानीगांव गोलाई जंगल से मवेशियों को लेकर अकोट की तरफ जा रहे थे. इस घने जंगल के मार्ग से जाते समय बीच रास्ते में पट्टेदार बाघ ने एक आदिवासी का शिकार कर लिया. बाघ द्बारा शिकार करते ही दूसरा आदिवासी अपनी जान बचाने के लिए पेड पर चढ गया. पश्चात इस घटना की जानकारी प्रभुदास भिलावेकर को मिली. उन्होंने धारणी के थानेदार अवतारसिंग चव्हाण और वन विभाग के अधिकारियों को दी. यह जानकारी हवा की तरह संपूर्ण तहसील में फैलने के बाद हडकंप मच गया. सुबह से पुलिस और वन विभाग का दल रानीगांव गोलाई जंगल में दोनों लापता आदिवासी की तलाश में उनके रिश्तेदारों के साथ कर रहा है. लेकिन अब तक उनका कहीं पता नहीं चल पाया है. इस कारण क्या सचमुच यह घटना घटित हुई अथवा नहीं, इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है. लेकिन संबंधित आदिवासी लापता रहने से उसके साथी द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर यंत्रणा तलाश में जुटी हुई है. सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि, पट्टेदार बाघ ने जिस आदिवासी का शिकार किया उसका नाम झिलपी ग्राम निवासी रामसिंग रामचंद्र मावस्कर (35) है. इस आदिवासी की सालाई ग्राम में खेती है. जबकि दूसरा लापता आदिवासी सालाई ग्राम का रहनेवाला बताया जाता है. दोनों ही परिवार के सदस्य और रिश्तेदार पुलिस और वन विभाग के दल के साथ जंगल में खोजकार्य में जुटे हुए है.
* रानीगांव गोलाई का जंगल 45 किमी दूरी पर
सूत्रों के मुताबिक वान और कंजोली रेंज में आनेवाला रानीगांव गोलाई जंगल धारणी से 40 से 45 किमी दूरी पर है. जंगल घना रहने से लापता आदिवासी की तलाश करने में वन विभाग और पुलिस प्रशासन को दिक्कते आ रही है. शाम तक आदिवासी का पता न चलने पर रविवार 20 जुलाई को सुबह से फिर से उसकी तलाश में खोज अभियान शुरू किया जानेवाला है.

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