बाघ नहीं, ‘बिबट्या’ हैं उद्धव ठाकरे

विधायक रवि राणा ने फिर कसा तंज

नागपुर/दि.12 – शिवसेना उबाठा के पार्टी प्रमुख व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भले ही खुद को ‘बाघ’ अथवा ‘शेर’ कहलवाना पसंद करते हैं, परंतु हकीकत यह है कि, उद्धव ठाकरे कोई ‘बाघ’ नहीं, बल्कि ‘बिबट्या’ यानि तेंदुआ है, इस आशय का तंज कसते हुए युवा स्वाभिमान पार्टी के विधायक रवि राणा ने आज पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे पर जबरदस्त निशाना साधा.
नागपुर में चल रहे राज्य विधान मंडल के शीतकालीन सत्र में विधान परिषद सदस्य के तौर पर उद्धव ठाकरे द्वारा हिस्सा लिए जाने को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए विधायक रवि राणा ने कहा कि, उद्धव ठाकरे हमेशा ही किसी मेहमान कलाकार के तौर पर सदन की कार्रवाई में हिस्सा लेने के लिए आते है और हाजिरी रजिस्टर पर दस्तखत करने के बाद लगभग मुंह दिखाई की रस्म पूरी करते हुए वापिस भी चले जाते है. विधायक राणा ने यह भी कहा कि, ढाई वर्ष तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे उद्धव ठाकरे ने उस समय एक बार भी अपने मातोश्री बंगले से बाहर कदम नहीं रखा था और वे एक बार भी मंत्रालय तक नहीं गए थे, बल्कि मुख्यमंत्री रहते हुए उद्धव ठाकरे ने केवल विपक्षी नेताओं की आवाज दबाने और उन्हें जेल में डालने का ही काम किया. जिसके तहत यहां उन्हें व उनकी पत्नी नवनीत राणा को केवल हनुमान चालीसा का पाठ करने पर 14 दिन तक जेल में रखा गया. वहीं उस वक्त के नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस को भी पकडकर जेल में डालने का षडयंत्र रचा गया था.
इसके साथ ही विधायक रवि राणा ने यह भी कहा कि, उद्धव ठाकरे की सरकार के समय विदर्भ क्षेत्र की ओर कभी कोई ध्यान नहीं दिया गया और केवल किसानों की मदद करने के बारे में बडी-बडी बाते ही की गई. आज विधान भवन परिसर में मीडिया कर्मियों के साथ बातचीत करते हुए विधायक रवि राणा ने शिंदेगुट वाली शिवसेना के पार्टी प्रमुख व उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को शिवसेना व हिंदुत्व का असली ‘बाघ’ निरुपित करते हुए कहा कि, शिवसेना उबाठा में कोई ‘बाघ’ नहीं है, बल्कि वहां सब ‘बिबट्या’ यानि ‘तेंदुए’ ही है.

Back to top button