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किसान ने जैसे-तैसे दो महिलाओं को बचाया
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हाथ छूटने से अपनी ही पत्नी को बचाने में रहा नाकाम
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नरखेड तहसील की घटना
नरखेड/दि.24 – शिंपी नाले में आयी बाढ के प्रभाव में बैलगाडी सहित किसान तथा किसान की पत्नी व दो मजदूर महिला बह गई. जिसमें दोनो ही महिलाओं को किसान व्दारा बचा लिया गया किंतु वह अपनी पत्नी को बचा नहीं पाया यह घटना तहसील अंतर्गत आनेवाले जलालखेडा के समीप रामठी खेत शिवार में गुरुवार को दोपहर 2 बजे घटी. वंदना वामन सवई (40 रामठी) मृतक महिला का नाम बताया गया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार वंदना वामन सवई अपने पति वामन और अन्य दो महिला मजदूर के साथ अपने खेत में मूंगफल्ली की फसल निकाल रहे थे. अचानक दोपहर में मुसलाधार बारिश शुरु हुई चारों ही बैल गाडी में बैठकर घर की ओर रवाना हुए किसान वामन को शिंपी नाले में स्थित पानी का अनुमान नहीं था वामन बैलगाडी हाक रहा था और उसने नाले को पार करने का प्रयास किया किंतु अचानक शिंपी नाले में बाढ आ गई. बैल गाडी सहित चारों ही बह गए.
किसान वामन का तैरना आता था उसने दोनो महिलाओं को तो बचा लिया किंतु वह अपनी पत्नी वंदना को नहीं बचा पाया. उसकी पत्नी वंदना पानी के तेज बहाव में बह गई और व देखता रह गया. घटना की जानकारी मिलते ही आस पास के परिसर के नागरिक घटनास्थल पर पहुंचे और वहां से पुलिस को घटना की जानकारी दी गई घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस दल घटनास्थल पर पहुंचा और वंदना का मृत देह बाहर निकाला. बीट जमादार पुरुषोत्तम भोंडे ने थानेदार हरिशचंद्र गावंडे, पटवारी वाहाणे, पुलिस पाटिल प्रफुल्ल मुसले की उपस्थिती में पंचनामा किया.
ऐसे हुआ हादसा
किसान वामन सवई अपनी पत्नी व दो महिला मजदूरों के साथ अपने खेतों में काम कर रहा था. अचानक मुसलाधार बारिश हुई चारों ही बारिश की वजह से बैलगडी में बैठकर घर की ओर रवाना हुए अचानक शिंपी नाले में बाढ आयी वामन को पानी का अनुमान नहीं था उसने बैलगाडी से नाला पार करने का फैसला किया किंतु बैलगाडी सहित चारों ही पानी के तेज प्रवाह में बह गए किसान वामन ने दोनो महिलाओं को जैसे-तैसे बचा लिया और पत्नी वंदना को बचाने का प्रयास किया जिसमें उसने वंदना का हाथ पकड रखा था किंतु पानी के तेज प्रवाह की वजह से वंदना का हाथ छूटा और वह बाढ में बह गई. आखिरकार उसका मृत शरीर बाहर निकाला गया.